सिड और रियांश अब आचे से बात कर रहे थे. सस्पेन्षन टाइम ख़तम होने के बाद रियांश ऑफीस जाय्न कर लिया. प्रेज़ेंटेशन जब स्क्रीन पे दिखाई रियांश ने, तब उसमे उसकी क्लब में ड्रिंक सर्व करने के फोटोस आई. इसलिए अतॉरिटी ने उसे ऑफीस से निकाल देने का फैंसला किया. उसके बाद रियांश डाइरेक्ट सिड के कॅबिन गया. अब आयेज-
रियांश (गुस्से से): आपकी कोशिश पूरी हो गयी ना?
सिड: क्या मतलब?
रियांश: आप मुझे ऑफीस से निकालना चाहते थे ना?
सिड: मैं क्यूँ चाहूँगा? मैं तो खुद हैरान हू की ये क्या हो गया.
रियांश: आपकी दोस्ती, आप आ अछा बनना, सब एक नाटक था मुझे पता चल गया है.
सिड: मेरा विश्वास करो रियांश. मैने कुछ भी नही किया है.
रियांश: आप पर फिरसे भरोसा नही कर सकता. मुझे जॉब की कितनी ज़रूरत है ये जानने के बाद भी.
ये बोल कर रियांश निकल गया रोते हुए ऑफीस से. मगर सिड को कुछ समझ नही आ रहा था की ये किसने किया था. इसलिए उसने इस मामले के जड़ तक जाने का फैंसला लिया और जब सब चले गये ऑफीस से, तब उसने सेक्यूरिटी रूम में जेया कर, सुबह की सारी रेकॉर्डिंग देखी.
उसने देखा की, समीर (जो लड़का ऑफीस में रियांश के साथ बदतमीज़ी करता था) रियांश के लॅपटॉप से कुछ छेड़खनी कर रहा था. उसके अगले दिन उसने जब समीर को धमकाया तब उसने बोला की, बदले की भावना से उसने रियांश के क्लब का फोटो उठाया था, और प्रेज़ेंटेशन में फोटो डाल कर बदला लेना चाहता था.
सिड ने पूरी अतॉरिटी को बुलाया और समीर का असली चेहरा सब के सामने लाया. अतॉरिटी ने समीर को निकालने का फैंसला किया, मगर सिड ने उसे ट्रान्स्फर करने की बात रखी, और रियांश को फिरसे जाय्न करवाने के लिए बोला. अतॉरिटी भी मान गयी.
रोहित ने उसी वक़्त रियांश को कॉल किया और सिड के बारे में, समीर के बारे में सब कुछ बताया. रियांश खुश हो गया. अगले दिन ही उसने जाय्न किया. अतॉरिटी ने उसका ग्रांड वेलकम किया, मगर उस वक़्त सिड अपने कॅबिन में ही था. रियांश उसे ढूँढ कर उसके कॅबिन पहुँच गया.
रियांश: सिर, थॅंक्स सिर मेरे लिए ये सब करने के लिए.
सिड: मैं अपने एंप्लायी के साथ कभी ग़लत नही होने देता.
रियांश: मैने आपको बुरा भला बोला, प्लीज़ मुझे माफ़ कर दीजिए.
सिड: मैने पहले भी ऐसा किया था. इसीलिए तुमने बोला ना?
रियांश: लेकिन मुझे आपको भरोसा करना छाईए था.
सिड: हा, वो तो है. लेकिन मेरी ही दोस्ती में कोई कमी होगी.
रियांश: प्लीज़ मुझे माफ़ कर दीजिए सिर
सिड: मैं नाराज़ नही हू यार, इसलिए तो तुम्हारी मदद की. अब जाओ और काम करो
जब रियांश निकल रहा था कॅबिन से, तब वो रुका और सिड के पास आ कर उसे पीछे से ज़ोर से हग किया. सिड को तो करेंट लगने लगा उस हग से. फिर फाटाक से रियांश वाहा से चला गया. पूरा दिन सिड को वो हग महसूस हुआ.
शाम को जब सब जेया रहे थे, तब सिड ने रियांश को रुकने के लिए बोला. अपने कॅबिन में बुलाया और पूछा-
सिड: आज तुमने जो हग किया, वो किसलिए किया?
रियांश: आपको अगर अछा नही लगा तो ई आम सॉरी. बुत मैने दोस्त के हिसाब से किया.
सिड: मुझे बहुत अछा लगा. एक बात बोलू?
रियांश: बोलिए.
सिड: आज मेरे साथ क्लब आओगे?
रियांश: ज़रूर.
फिर दोनो क्लब गये, और खूब बातें किए, और बियर का नशा दोनो पे हावी हो चुका था. जब रियांश जाने लगा तो, सिड ने उसे अपने साथ फ्लॅट आने के लिए बोला. तो रियांश भी मान गया.
रियांश घर पे नाइट ड्यूटी बोल कर सिड के साथ उसके फ्लॅट चला गया. जब दोनो फ्लॅट गये, तो रियांश ने पूरा घर देखा और बहुत खुश हो गया. फिर सिड ने बोला-
सिड: तुम जानते हो क्या, मैने तुम्हे क्यूँ आज बुलाया?
रियांश: क्यूँ?
सिड: मुझे तुम्हे कुछ बोलना है.
रियांश: बोलिए.
सिड (नज़दीक आ कर): तुम मुझे आचे लगने लगे हो यार.
रियांश: दोस्त जो बन गया हू.
सिड: दोस्त से भी काफ़ी ज़्यादा.
ये बोल कर सिड रियांश को किस करने लगा. रियांश भी नशे में था, तो वो भी पूरा साथ देने लगा. फिर दोनो किस करते-करते बेड पे गिर गये. अब सिड रियांश के कपड़े उतार के उसके गोरे बदन को देखता रहा. फिर रियांश भी सिड के कपड़े उतार के उसकी मस्क्युलर बॉडी को चूमने लगा.
अब दोनो ही मदहोश हो चुके थे. इसी में सिड का 8 इंच लंबा लंड पूरा खड़ा हो गया था. रियांश उठा, और उस लंड को अपने मूह में लेकर चूसने लगा. तभी सिड खुशी से सिसकारियाँ लेने लगा. अब सिड भी रियांश की गांद में अपनी जीभ डाल कर चाटने लगा. दोनो ही अब ज़ोर-ज़ोर से आ हूउ एम्म कर रहे थे.
अब बारी थी चुदाई की. जब सिड जेल निकाला ड्रॉयर से, तब रियांश उसे जेल के बिना ही डालने को बोला. तो सिड ने वैसे ही अपना लंड उसकी गांद के उपर रखा. पहले धक्के में आधा लंड चला गया. फिर दूसरे धक्के में पूरा चला गया.
अब धीरे-धीरे सिड आयेज-पीछे कर रहा था. मगर रियांश ने उसे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने को बोला. तब उसने ज़ोर से छोड़ना चालू कर दिया. अब दोनो ही एक-दूसरे का नाम लेकर चिल्ला रहे थे, और सिसकारियाँ ले रहे थे. करीब आधा घंटा छोड़ने के बाद जब सिड का निकालने वाला था, तब रियांश ने लंड को अपने मूह में डाल दिया. तब सिड का सारा पानी रियांश पी गया.
फिर दोनो ही किस करने लगे. एक अलग सा जोश अभी भी था दोनो में. तो तुरंत ही सिड का फिरसे खड़े होने लगा. सिड ने बोला-
सिड: आज ये फिरसे कैसे तैयार हो गया?
रियांश: क्यूंकी तुम पूरा फील ले रहे हो, इसलिए.
सिड: तो क्या बोलते हो, फिरसे रेडी हो?
रियांश: हा, मैं तैयार हू.
अब फिरसे चुदाई चालू हुई. अब तो घोड़ी, कुत्ता, चेर पे सारी पोज़िशन्स में चुदाई हुई. करीब 50 मिनिट तक चुदाई के बाद दोनो वैसे ही सो गये. सुबह जब सिड उठा तो रियांश सोया हुआ ही था. सिड ने रियांश के माथे पर एक किस किया और उसे उठाने लगा. रियांश जब उठा तो वो देख के मुस्कुराने लगा और कपड़े पहनने लगा. तब सिड ने बोला-
सिड: तो मेरा जवाब क्या है?
रियांश: कों सा जवाब?
सिड: तुम मुझमे क्या फील करते हो, दोस्त या उससे भी ज़्यादा?
रियांश: मैं तो पहले दिन से ही आप पर लट्तू हो गया था. लेकिन आपकी हरकत की वजह से मैं आपको भूल गया था.
सिड: अब क्या सोच रहे हो मेरे बारे में?
रियांश: अगर मैं भी आपको पसंद करता हू, तो क्या आप मुझे अपनाएँगे?
सिड: ज़रूर, क्यूंकी मेरे लिए तुम इंपॉर्टेंट बन गये हो.
रियांश: ई लोवे योउ सिड.
सिड: ई लोवे योउ टू.
फिर दोनो ने हग किया खुशी से, और अब दोनो में सब ठीक हो गया. ऐसे ही वो एक-दूसरे के साथ ज़्यादा टाइम बिता कर, एक दूसरे को जानने लगे, और अब दोनो लिविंग रीलेशन में रहते है.
रियांश के घर वाले तो जानते ही थे, इसलिए उनको कोई प्राब्लम नही थी. सिर्फ़ उन्हे रियांश का पैसा ही छाईए था. सिड का तो कोई केर करने वाला ही नही था, इसलिए दोनो को एक साथ रहने में इतना प्राब्लम नही हुआ.
तो दोस्तो ये थी सिधार्थ और रियांश के कहानी, जिसमे उनकी नफ़रत बदली प्यार में. अगर कहानी अची लगी तो अपने कॉमेंट्स मेरी ईद महरकरण64@गमाल.कॉम पर भेजे. धन्यवाद.