हेलो दोस्तों कैसे हो आप सब? उमीद है सब ठीक हो. तो दोस्तों आप सब को पता है हम पैड कपल है, तो हम क्लाइंट से मिलते रहते है. बात लॉक्कडोवन् के टाइम की है. पुराना किस्सा है, सोचा आपके साथ शेर करू.
दोस्तों आप सब को पता है अगर एक बार औरत को छुड़वाने की आदत पद जाए, तो वो कुछ भी कर सकती है. हमारे साथ भी बिल्कुल वैसे ही हुआ. लॉक्कडोवन् की वजह से हमे पूरा 1 मंत से उपर हो गया. सब कुछ बंद था.
अब वाइफ को आदत थी नये-नये लंड लेने की. सॉरी दोस्तों मैं अपनी वाइफ के बारे में बताना भूल गया. मेरी वाइफ का नाम दिशा है. हम देहरादून में रहते है. दिशा का जिस्म बिल्कुल भरा हुआ है. तो चलो स्टोरी शुरू करता हू.
दिशा ने एक दिन मुझे बोला: आज बहुत दिल हो रहा है, तुम ही करो आज.
मुझे पता था की मेरे से दिशा शांत नही होगी. लेकिन दिशा नही मानी. उसने पहले मेरे लंड को चूसा, और फिर खुद उपर बैठ गयी, और अंदर लिया. लेकिन 5 मिनिट के अंदर ही मेरा पानी निकल गया.
पर दिशा तो अभी गरम ही हो रही थी. जब मैने दिशा से बोला “हो गया, उतरो”, तो वो बहुत गुस्सा हुई. और बोली-
दीधा: कैसे भी करो, मुझे आज चाहिए.
मैने बहुत से क्लाइंट्स को कॉल की, लेकिन लॉक्कडोवन् की वजह से कोई भी आने को तैयार नही था. उपर से सब कुछ बंद पड़ा हुआ था. शाम हुई, तो मैने वाइफ से बोला-
मैं: स्टेशन पर चलते है, शायद कोई मिल जाए.
हम रात को 11 बजे स्टेशन पर गये. स्टेशन पूरा खाली था. मैं और मेरी वाइफ स्टेशन पर घूमने लगे, तो हमे थोड़ी डोर आंधरे में कोई सिगरेट पीटा हुआ दिखा. वो साधु लग रहा था. उसकी दिमागी हालत भी ठीक नही लग रही थी.
मैने उसके साथ बात की, और उसको बोला: हमारे साथ चलो. हम तुमको खाना, आचे कपड़े देंगे.
उसने सिर्फ़ एक फटता हुआ शॉर्ट्स पहना हुआ था, जिसमे से उसकी बॉल्स बाहर की तरफ निकली हुई थी.
फिर दिशा ने भी उसको बोला: चलो आप हमारे साथ.
उसने मेरे से सिगरेट माँगी. मैं खुद सिगरेट पीटा हू, तो मैने उसको गाड़ी में से ला कर दी. उसने सिगरेट में भांग भारी, और फिर सिगरेट पीने लगा. उसने बहुत आराम से सिगरेट पी और बोला-
साधु: चलो.
फिर हम उसको अपने साथ घर लेकर आ गये. उस बाबा ने बहुत ध्यान से घर को देखा, और खुश हुआ. मैं उसको बातरूम में ले गया. मैने जैसे ही उसकी शॉर्ट्स को नीचे किया, मैं तो हैरान था. उसका सोया हुआ लंड ही बहुत मोटा और लंबा था.
मैने लगभग 30 मिनिट तक उसको नहलाया. उसके हेर को आचे से सॉफ किया, और उसको टवल पहना कर रूम में लेकर चला गया.
फिर मैं दिशा से बोला: कुछ खाने को दो बाबा को.
दिशा ने बाबा के लिए खाना लगाया. बाबा आराम से खाना खाने लगे. मैं दिशा को लेकर रूम से बाहर आया और बोला-
मैं: दिशा, अब आयेज क्या?
तो वो बोली: तुम रूको, एक बार खाना तो ख़तम करने दो उसको. तुम अब रूम में मत आना, बाहर से ही देखना सब कुछ.
कुछ देर के बाद वाइफ खाली बर्तन लेकर आई, और किचन में चली गयी. इतने में बाबा भी रूम से बाहर आया और घर में घूमने लगा.
मैने दिशा को बोला: जल्दी जाओ, बाबा कही जाने के लिए ना बोले.
फिर वाइफ जल्दी से हॉल में गयी और बाबा से बोली: आप अंदर बैठो. रूम में आपका बिस्तर मैं लगा देती हू.
तो दिशा ने बाबा का हाथ पकड़ा और रूम में ले आई. बाबा ने दिशा से सिगरेट माँगी, तो मैने बाबा को सिगरेट दी. बाबा ने फिर सिगरेट भांग से भारी, और पीने लगे.
फिर मैने पूछा: बाबा ये क्या पी रहे हो.
तो बाबा बोले: प्रसाद है बाबा का.
मुझे तो पता था की ये कों सा प्रसाद था. दिशा ने मुझे इशारा किया की तुम बाहर जाओ. फिर मैं बाहर से च्छूप कर देखने लगा. दिशा ने अपनी आल्मिराह से अपनी नाइटी निकली, और बातरूम से पहन कर बाहर आई.
फिर वो बोली: आइए बाबा जी, मैं आपका बिस्तर लगा देती हू.
दिशा की नाइटी जाँघ से उपर तक थी. मतलब हाफ आस दिख रही थी. उसके हाफ से ज़्यादा बूब्स बाहर की तरफ निकले हुए थे. बाबा की आगे भी 50 प्लस ही लग रही थी.
बाबा बेड से उठा और दिशा के पीछे खड़ा हो गया. दिशा जैसे ही बेड ठीक करने के लिए झुकी, तो पूरी नाइटी कमर तक चली गयी और छूट और गांद बाबा के सामने बिल्कुल सॉफ दिख रही थी.
उस दिन मैने एक सबक लिया. औरत अगर छुड़वाने पर आ जाए, तो वो सारी शरम उतार देती है. बाबा भी मज़े से देख रहे थे. कुछ ही सेकेंड्स में बाबा का लंड खड़ा हो गया. बाबा को मैने सिर्फ़ टवल पहनाया हुआ था. वो छूट और गांद देख कर मुस्कुरा रहे थे.
थोड़ी देर के बाद दिशा ने बाबा को देखा और उनका खड़ा हुआ लंड देख कर मुस्कुराने लगी. बाबा ने टवल खोल दिया, और उसका मोटा लंबा लंड देख कर दिशा शॉक से बोली-
दिशा: ओह मी गोद, शीत!
और दिशा ने हिम्मत की, और लंड पकड़ कर आयेज-पीछे करने लगी. बाबा बस वाइफ को घूर रहा था. उसने एक दूं से वाइफ को पकड़ा, और नाइटी फाड़ दी, और छूट के मूह पर लंड लगाया, और एक ही बार में छूट की जड़ तक उतार दिया.
दिशा ने ज़ोर से चिल्लाते हुए बोला: बाहर निकालो, बहुत मोटा है. दर्द हो रहा है.
लेकिन वो तो पहले से ही दिमागी ठीक नही था. उसने लगातार 45 मिनिट्स छोड़ा एक ही पोज़िशन में, और पूरा माल अंदर छूट में भर दिया. पहला रौंद ख़तम होने के बाद दिशा बाहर आई और बोली-
दिशा: ये तो बहुत ज़बरदस्त चुदाई करता है. मुझे तो खुद नही याद मैने कितनी बार पानी छ्चोढा है.
दिशा कुछ देर के बाद जब बेडरूम में गयी, तो वो सो चुका था.
मैने बोला: ये तो सो गया.
दिशा बोली: ऐसे कैसे सोएगा? मैं सोने नही दूँगी मुझे. बहुत अछा चल रहा है. तुम बस अंदर उसके सामने मत आना.
और वो अंदर चली गयी और उसके सोए हुए लंड से खेलने लगी. कुछ ही मिनिट में लंड फिरसे साँप की तरह फुकारे मारने लगा. इस बार दिशा ने खूब चूसा, और खुद जेया कर उसके लंड के उपर बैठ गयी, और खुद उपर-नीचे होने लगी.
कुछ देर के बाद बाबा को फिरसे जोश चढ़ा. उसने दिशा को नीचे उतरा, और फिरसे वैसे ही टाँगे फैला कर लिटा दिया. लेकिन दिशा उठी, और डॉगी स्टाइल में उसके सामने गांद हिलने लगी. उसने बिना देर किए लंड अंदर पेल दिया. उसने दिशा को कमर से कस्स कर पकड़ा, और ज़ोर-ज़ोर से चुदाई करने लगा.
दिशा कोशिश कर रही थी आयेज हो जाए, लेकिन उसने ज़ोर से कमर को पकड़ रखा था. काफ़ी देर डॉगी पोज़िशन में चुदाई करने के बाद उसने जब दिशा की छूट में पिचकारी मारी, वैसे ही दिशा का भी पानी छूट गया. दिशा के गांद हिलने के तरीके से सॉफ पता चल रहा था, की वो फुल एंजाय कर रही थी.
इस बार दिशा बहुत तक गयी और सो गयी. मैं भी सो गया हॉल में. सुबा 8 बजे मुझे बेडरूम से वाइफ की सिसकियों की आवाज़ आ रही थी. जब मैने देखा तो बाबा जी इस बार गांद में लंड डाल कर चुदाई कर रहे थे. गांद छोड़ने के बाद फिरसे एक बार बाबा ने छूट की पिटाई की. फिर उसके बाद बाबा को आचे कपड़े कुछ पैसे और खाना पॅक करके दिया, और खिलाया भी.
फिर हम हर मंत उसको मिलने लगे. धीरे-धीरे फिर उसका इलाज भी करवाया. उसको रेंट के उपर एक शॉप लेकर दी. उसको एक रूम रेंट पर लेकर दिया. आज वो खुद कमाता है, और अछा रहता है. लेकिन भांग आज भी पीटा है.
दिशा का जब दिल करता है चुदाई करवाने का, तो उसको बुला लेती है. अगर हमारे पास कोई क्लाइंट नही होता, तब फिर वो आ कर सेवा करता है. तो दोस्तों कैसी लगी स्टोरी?
ये हमारी लाइफ का रियल इन्सिडेंट है. मैने और मेरी वाइफ दिशा ने पिछले 3 साल से सेक्स नही किया. अब घर पर अगर कोई चुदाई करता है, तो वो है वो बाबा. फीडबॅक ज़रूर देना हमारी एमाइल ईद पर