दोस्तों आज मैं आप लोगों को एक ऐसी कहनी बताने जा रहा हूँ कि आप लोग हस हस के पागल हो जाओगे | उससे पहले मैं आप लोग को अपना परिचय दे देता हूँ उसके बाद मैं आप लोगों को उस कहानी के बारे में बताऊंगा | दोस्तों मेरा नाम अंकित ठाकुर है मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 22 साल है और मैं भी पढाई कर रहा हूँ और जॉब भी करता हूँ |
दोस्तों अब मैं आप लोगों को एक रियल कहानी बताने जा रहा हूँ आप लोग तैयार हो जाइये हस हस के पागल हो जाने के लिए क्योकि आप लोगों को खूब मजा आने वाला है | सबसे पहले मैं आप लोगों को उस लड़के के बारे में बाता दूँ | दोस्तों वो भी जबलपुर का ही रहने वाला है | उसका नाम विनय दाहिया है | उसकी उम्र 25 साल है और लम्बाई 5 फीट ६ इंच है | उसके चेहरे का रंग काला है | ये बहुत ही कमीना लड़का है और इसके लक्षण सही नहीं है | उसके घर में उसके मम्मी पापा और भैया भाभी है और वो मसाला कम्पनी में काम करता है और मैं भी उसी कम्पनी के ऑफिस में जॉब करता हूँ तो हम दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई | दोस्तों अब मैं आप लोगों को उसकी कहानी बताने जा रहा हूँ | मुझे पता है कि आप लोगों को यह कहानी पढने में बहुत मजा आएगा |
दोस्तों ये लड़का हमेशा रास्ते में चलती लडकियों को छेड़ता और इसको बिलकुल भी शर्म नहीं आती और ना ही किसी से डर लगता है ये बहुत ही बेशर्म टायप का है | एक बार तो मेरे सामने एक लड़की को रास्ते में छेड़ने लगा | तो मैंने विनय से कहा भाई ऐसा मत किया कर नहीं तो किसी दिन पिटेगा बहुत | तो कहने लगा अबे कौन मारेगा अपन को | तो मैंने कहा ठीक है पता चलेगा कभी जब कभी पिटेगा | फिर उसके कुछ दिन बाद विनय अपने घर से पैदल काम पे आ रहा था | तो इसने अधारताल चोराहे में एक लड़की को छेड़ दिया तो उस लड़की ने जाकर एक पुलिस वाले से बता दिया और उतने में विनय दौड़ लगा के भागने लगा पर पुलिस वालों ने भी इसे दौड़ लगा के पकड़ा | उस समय विनय रोने लगा और कहने लगा कि मैंने कुछ नहीं किया वो लड़की झूट बोल रही है सर |
तो पुलिस वाले कहने लगे कि हम अभी तेरे को बताते है और फिर पुलिस वाले विनय को घसीटते हुए अधारताल चोराहे में ले गए और नंगा कर के खूब मारा सबके सामने | सब लोग विनय को देख के हस रहे थे जब पुलिस विनय को नंगा कर के मार रही थी | फिर उसके बाद पुलिस ने लड़की से भी विनय को थप्पड़ ही थप्पड़ मरवाए और उसके बाद लड़की चली गई और फिर थोड़ी देर बाद पुलिस ने विनय को भी छोड़ दिया | यह खबर बाद में पेपर में भी छपी थी | फिर उसके बाद मैंने एक बार और विनय से कहा अब छेड़ेगा लडकियों को तो कहने लगा नहीं छेड़उंगा लेकिन दोस्तों आप लोगों को तो पता ही होगा कि कुत्ते की पूँछ को कितना भी पुंगगडिया में डाल दो वो कभी सीधी नहीं होती वैसे ही विनय था | इतना पिटने के बाद भी ये नहीं सुधरा और फिर से लडकियों को छेड़ना स्टार्ट कर दिया | फिर मैंने कहा कर भाई तेरे को जो करना हो | हमारा काम है समझाना हम समझा चुके |
फिर एक दिन इसकी एक और बात पता चली और विनय खुद हम सभी लोगों से जितने लोग ऑफिस में रहते है उनसे अपनी सभी बातें बताता है | उस टाइम विनय के बड़े भैया की शादी हुई थी तो विनय हम लोगों से बताने लगा कि भाई लोग मेरी भाभी तो बहुत ही सेक्सी है यार मुझे तो उनको देख कर चोदने का मन करता है | और हमसे बताने लगा कि मैं तो भाभी को रोज लाइन मारता हूँ | हम लोगों ने विनय से बोला साले अपनी भाभी को तो छोड़ दे | तो कहने लगा अरे कुछ नहीं होता है बस एक बार भाभी पट जाये तो मैं बहुत चोदुंगा उनको | फिर ये रोज अपनी भाभी को लाइन मारता था और अपनी भाभी से खूब मजाक करता था क्योकि इसके भैया भी घर में नहीं रहते थे वो सुबह से काम में चले जाते थे | विनय ने अपनी भाभी को पटा लिया था फिर हम लोगों से बताने लगा कि भाई लोग भाभी तो पट गई है बस अब उनको चोदना है | फिर उसके बाद विनय अपनी भाभी से अपने भैया के सामने भी खूब मजाक करने लगा | अपनी भाभी को उनके जन्मदिन में एक मोबाइल भी गिफ्ट किया | तो इसके बड़े भैया को शक होने लगा लेकिन इसके बड़े भैया ने कुछ नहीं कहा |
ये बात हमसे खुद विनय ने बताई | फिर एक दिन जब भैया कहीं बाहर गए थे विनय ने अपने भाभी को खूब चोदा विनय की भाभी तो उससे पट ही गई थी तो विनय अपनी भाभी को रोज चोदता था | ये बात विनय के भैया को पता नहीं थी | लेकिन एक दिन विनय के भैया काम से जल्दी घर आ गये तो उन्होंने विनय को अपनी पत्नी के साथ किस करते हुए पकड़ लिया | उसके बाद उसके भैया ने भी उसे खूब मारा और घर से बाहर निकाल दिया | फिर विनय अलग रहने लगा | उसके बाद विनय अपनी कम्पनी की मुरमुरे पैक करने वाली भौजी को लाइन मारने लगा और सबसे कहने लगा कि अब इस भौजी को पटा के चोदना है | और ये रोज उस भौजी को लाइन मारता था लेकिन इस बार कुछ नहीं हो रहा था तो विनय ने आ के हम लोग से बताया कि यार ये भौजी तो भाव ही नहीं दे रही है | मेरी तरफ देखती भी नहीं है | मैं उसे कितना देखता हूँ और सीटी भी मारता हूँ तब भी नहीं देखती है |
लेकिन विनय भाई तब भी उस भौजी को रोज लाइन मारता था | विनय को पता नहीं था कि वो भौजी कम्पनी के दोनों सेठ की सेटिंग है | फिर एक दिन विनय ने उस भौजी से बात करना स्टार्ट कर दिया और रोज उस भौजी से मजाक करने लगा कई बार दोनों सेठ ने विनय को मना किया कि उस भौजी से ज्यादा मजाक नहीं किया कर क्योकि वो भौजी तो दोनों सेठ की सेटिंग थी और सेठ लोगों को अच्छा नहीं लगता जब विनय उस भौजी से मजाक करता है | अब ये बात तो विनय को पता ही नहीं थी कि सेठ लोगों की सेटिंग है फिर भी विनय भौजी से मजाक करता रहता | फिर विनय ने सोचा कि भाभी को कैसे पटाया जाये तो फिर एक दिन विनय ने आलू बंडे मंगाए और भौजी को खिलाये | और जब भौजी ने आलू बंडे खा लिए तो विनय ने पूछा कैसे लगे भाभी आलू बंडे तो भाभी ने कहा बहुत ही मस्त है | तो विनय कहने लगा कि कभी हमारा भी आलू बंडा खा के देखो बहुत मस्त है | तो भाभी हसने लगी और कहने लगी हमको नहीं खाना तुम्हारा आलू बंडा फिर उसके बाद जब कंपनी के सेठ नहीं थे तो विनय उस भौजी से बोलने लगा कि भौजी तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो जब से तुमको देखा है मुझे तुमको चोदने का रोज मन करता है |
वो बोलने लगा फिर भाभी कब दे रही हो चोदने मेरा लंड रोज तुम्हारी याद में रोता है और जब भी में तुमको देखता हूँ मेरा लंड खड़ा हो जाता है | अभी भी खड़ा है देख लो | तो भौजी विनय के लंड को देख के हसने लगी | फिर विनय ने भौजी से कहा सुनो भौजी हसो मत सही में मेरा लंड रोज तुम्हारी चूत के लिए तडपता है तुम्हारी चूत का प्यासा है | तब भी भौजी ने विनय को मना कर दिया तो विनय कहने लगा भौजी तुमको तो मैं चोदकर ही रहूँगा | एक दिन तो भौजी ने गुस्से में बोल दिया चोद लेना देखते है कैसे चोदते हो तुम | फिर विनय चला गया और रोज भौजी से यही कहता रहता कि भौजी आज दे रही हो चोदने फिर भी भौजी नहीं मानती थी | फिर उसके बाद एक दिन जब कम्पनी में कोई नहीं था और दोनों सेठ लोग भी नहीं थे और सिर्फ भौजी अकेले मुरमरे पैक कर रही थी तब विनय ने भौजी को जबरजस्ती किस कर दिया और खूब दूध दबाये | उस दिन भाभी को भी जोश चढ़ गया फिर उसके बाद विनय ने मुरमुरे की बोरियो के पीछे भौजी को ले जाके भौजी की चूत में अपना लंड डाल के चोदने लगा और भौजी उस टाइम आह्ह् अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह कर रही थी और चिल्ला भी रही थी |
फिर उसके बाद विनय का माल मुरमुरे में गिर गया और विनय ने ध्यान नहीं दिया कि उसका माल मुरमुरे में गिर गया है | मुरमुरे के लड्डू बन गए | विनय भौजी को चोद के चला गया और भौजी ने भी ध्यान नहीं दिया कि मुरमुरे के लड्डू बन गये है | फिर उसके दूसरे दिन जब दोनों सेठ कम्पनी आये तो देखा कि मुरमुरे के लड्डू बने हुए है | फिर सेठ लोग ने सोचा कुछ तो गड़बड़ है | फिर सेठ ने अगले दिन कम्पनी के कैमरे चालू कर दिए और उस दिन भी सेठ लोग कम्पनी नहीं गए | उस दिन भी विनय कम्पनी आया और उस दिन भी भौजी अकेली थी तो उस दिन भी भौजी को मुरमुरे की बोरियो के पीछे ले जा के भौजी को चोदने लगा | उस दिन पूरे एक घंटे विनय ने भौजी को चोदा उस दिन विनय को चोदने में तो बहुत मजा आया था लेकिन विनय को पता नहीं था कि अब उसकी गांड मरने वाली है | फिर जब विनय भौजी चोद के गया और जब सेठ ने कैमरे की विडियो रिकार्डिंग देखी तो विनय भौजी को चोदते हुए पकड़ जाता है | सेठ लग यह देख के बहुत ही ज्यादा विनय के उपर चढ़ गए | फिर जब अगले दिन विनय कम्पनी आया तो सेठ ने विनय को बहुत मारा और फिर उसके बाद उसी भौजी के सामने विनय के कपडे उतरवा कर जितने कम्पनी के लड़के है उन सब से विनय गांड मरवाई और जब कम्पनी के लड़के विनय की गांड मार रहे थे तब वो बहुत चिल्ला रहा था और रो रहा था | सभी लड़के विनय की एक एक कर के गांड मारते रहे | उस टाइम विनय को देखने में खूब मजा आ रहा था | उस दिन विनय को पता चल गया कि किसी को बेवजह परेशान करने से क्या होता है | उसकी इज्ज़त के चीथड़े उड़ गए और उसे नंगा ही कंपनी से भगा दिया गया |