कहानी 12/09/22 की है, जब विकी भैया हमारे घर आए थे. उनकी ट्रेन लाते थी, इसलिए उनके आते-आते दोपहर हो गयी थी. मज़े की बात ये है, की उस दिन भैया मम्मी-पापा को लेके आउट ऑफ टाउन गया था कुछ प्रॉपर्टी के मामले में.
1:30 बजे बेल बाजी. मैने देखा तो विकी भैया आए थे. फिर मैने डोर ओपन किया, और उनको बोला-
मे: आप रेस्ट करो, भैया आ जाएँगे थोड़ी देर में.
ये बोलते-बोलते मैं उनको गेस्ट रूम में ले गया. वो भी इधर-उधर के बात कर रहे थे, बुत ट्रस्ट मे मैने कुछ सुना नही. उनको देख कर मेरा दिल तेज़ हो गया था. भैया के कॉलेज के टाइम से वो मेरा क्रश था.
मैने भैया को बोला: आप फ्रेश हो जाओ, मैं आयिल लगा देता हू लेग्स में. भैया से सुना था आपको मोच आई है?
विकी: नही-नही इट’स ओक. तुम क्यूट हो. तेरे भाई के मूह से सुना है तेरे बारे में.
मैने बोला: इट’स ओक, आप रूको, मैं आता हू.
ये बोल के मैं बॉडी आयिल लेने गया वॉशरूम में. आते देखा विकी भैया टवल में थे, और लेते हुए थे. मैं उनको देख के पागल हो गया. नीचे उनका पंत और अंडरवेर था. मेरा दिल और तेज़ हो गया ये देख कर.
फिर मैने अचानक उनकी लेग्स में आयिल लगा दिया. वो पहले ना-ना किए, बुत मेरी ज़िद के सामने हार गये. फिर वो आइज़ ओपन करके लेट गये. मैं धीरे-धीरे लेग्स दबा-दबा के थाइ तक चला गया.
भैया कुछ बोले नही. मुझे भी अछा लगने लगा. मैं भी हाथ अंदर डालते-डालते उनकी बॉल्स तक टच करने लगे.
ई वाज़ शॉक्ड दोस्तों. क्या बोलू, इतनी बड़ी बॉल्स और बालों से भारी, की मैं शर्मा गया. अंदर बस आयेज एक मूठ जगह रही थी, बुत मैं दर्र भी रहा था. फिर कुछ देर बाद-
विकी भाई: सुन ना, तो तोड़ा उपर कर देगा मालिश?
मे: कहा भैया?
उन्होने अचानक उनका टवल खोल दिया, और बोले-
विकी भैया: यहा कर दे तेरे हाथ से.
मैं दर्र गया, और शॉक्ड भी था. उनका लंड 9 इंच का था मोटा, काला, और घने बालों से भरा. भैया मेरा हाथ उनके लंड पर रख के बोले-
विजय भैया: कर ना. ठीक से हाथ दे इसको.
ये बोल के वो मेरे हाथ में लंड मसालने लगे, और मैं भी धीरे-धीरे मसल रहा हू. अचानक वो आ आ करके अपने हाथ मेरी त-शर्ट के अंदर डाले, और बोले-
विकी भैया: सेयेल तेरे बूब्स तो लड़की जैसे है रे.
ये बोल के वो मेरे बूब्स दबा दिए ज़ोर से. मैं चीख उठा, और बोला-
मे: भैया प्लीज़.
विकी भाई: सेयेल रंडी श.
ये बोल के वो मेरे मूह में अपना लंड घुसा दिए, और गले तक धक्का मार रहे थे.
मेरी तो साँस फूल गयी थी. 1स्ट्रीट टाइम इतना बड़ा लंड मेरे गले में था. मैं उल्टी करने वाला था, बुत भैया ने लंड निकाल दिया, और फिर से लंड मेरा सर पकड़ के गले तक डालने लगे, और मेरे बूब्स दबा रहे थे. अब मैं रो पड़ा दर्द से, और बोला-
मैं: भैया प्लीज़.
विक्के: साले गान्डू, फिगर तो एक नंबर है तेरा. बहुत कस्टमर्स है तेरे.
ये बोल के वो गालिया देने लगे, और गले में ज़ोर-ज़ोर से लंड डालने लगे. 10 मिनिट बाद मेरे मूह में दर्द होने लगा, और मेरे मूह में उनका प्री-कम था. वो मुझे थप्पड़ मार के बोले-
विजय भाई: पी ले, तेरे पति का है. वेस्ट मत कर इसको.
ये बोल के वो मुझे उल्टा लिटा दिए. सच बतौ, तो मेरे अंदर ताक़त नही थी उनसे करने की, और ये बोलने की, की आप मेरी लाइफ के 1स्ट्रीट मर्द हो, जिसने मुझे ऐसे टच किया. फिर भैया मुझे उल्टा लिटा दिए, और मेरी पंत खोल दी. मैं शरम और दर्र से लाल हो गया था.
मेरी गांद गोल आंड क्लीन है, और भैया बोले: सेयेल मस्त माल है तू.
ये बोल के उन्होने मेरी गांद के छेड़ में उंगली डाल दी. मैं दर्द से रो पड़ा, क्यूंकी वो सील थी.
फिर विकी भैया कुछ देर वेट किए और बोले: जान तू तो सील्ड है?
मैने सर हिलाया. फिर वो मुझे हग किए, और बोले: मैं 1स्ट्रीट हू तेरी लाइफ में?
मैने फिर से सर हिला के हा बोला.
फिर उन्होने मुझे अचानक किस किए, और बोले: मेरी बन जेया आज से.
मैं उनको बोला: आप गांद को छ्चोढ़ दो. भैया को पता चल गया तो मार डालेंगे हमे.
विकी भैया: नही चलेगा. और बोलना मैने अपना लंड डाला है. तू विकी की प्रॉपर्टी है अब से, और तेरा भाई मेरा सला है आज से.
ये बोल कर भैया ने उनका लंड मेरे च्छेद में सेट किया, और मुझे पकड़ के रखे. फिर वो मुझे किस करने लगे. कुछ देर बाद वो भैया की पिक देख के बोले-
विकी भाई: सॉरी भाई तेरे घर की इज़्ज़त मैं ले रहा हू. सॉरी भाई, क्या करू तूने इतना सेक्सी माल च्छूपा के रखा था.
ये बोल के उनके लंड का टॉप मेरी गांद के छेड़ में डाल दिया. मैं दर्द दे चीख भी नही पा रहा था उनके लिप्स की वजह से. फिर अचानक वो मुझे और ज़ोर से पकड़ के मेरी गांद के अंदर पूरा लंड घुसा दिए. मेरी आइज़ से पानी आने लगा, बुत उन्होने लिपलोक्क किया हू था.
क्या बतौ मेरी जान निकल रही थी दर्द से. उनके लंड से मेरी गांद फटत गयी थी. इसका दर्द ऑम्ग, क्या बतौ. उपर से मेरे निपल्स चूस के, काट के मेरी हालत खराब हो गयी थी. 20 मिनिट तक विकी भैया ने मुझे छोड़ा. लंड बाहर निकाल के जब अंदर पुश किया, तो वो फील आसम था.
8 मिनिट बाद मुझे भी मज़ा आने लगा. फिर विजय भैया ने मेरे कानो में बोला-
विजय भैया: जान योउ अरे टू गुड. योउ अरे मिने. सहन कर कुछ देर मुझे. आज से मैं तेरा पति हू.
ये बोल के वो लंड मेरे च्छेद के अंदर तक डालने लगे. मैं दर्द से बेहोश जैसा हो गया था. मुझे कुछ पता नही चल रहा था. बहुत टाइम बाद भैया ने मेरे कानो में बोला-
विजय भैया: मेरे बच्चे के मा बनना है तुझे?
और मैने अचानक गरम-गरम लावे जैसा फील किया गांद के च्छेद के अंदर तक, पूरा अंदर तक. मैं बेहोश हो गया, बुत भैया मेरे उपर लेते रहे. उन्होने मेरे कानो में बोला-
विजय भैया: योउ अरे मिने.
कब तक मैं लेता रहा मालूम नही. जब मैं उठा, तब तक नीचे भैया आ गये थे. मेरी बॉडी में और गांद में ज़बरदस्त दर्द फील हो रहा था. मैं उठा, तो टेबल पे एक पेपर लिखा था-
पेपर: हेलो वाइफ, थॅंक्स फॉर एवेरितिंग. फ्रेश होके नीचे आजा. रात में मेरी बाहों में बाकी की नींद पूरी कर लेना.