ही फ्रेंड्स, मेरा नाम रोहित है. मैं देल्ही का रहने वाला हू. ये स्टोरी करीब 2 महीने पहले की है. ये मेरे और बेहन के बीच हुई चुदाई की कहानी है. मेरी बेहन का नाम रिया है. उसकी आगे 24 यियर्ज़ है, और मेरी आगे 22 है.
मेरी बेहन का फिगर बहुत ही सेक्सी 36-26-36 है. वो जिम जाती है, जिसकी वजह से बहुत ज़्यादा फिट है, और सेक्सी लगती है. मेरे लंड का साइज़ 9 इंच से तोड़ा ज़्यादा है, जो किसी भी शादी-शुदा लड़की की चीखे निकाल सकता है.
तो अब मैं स्टोरी पे आता हू. मेरी बेहन रिया घर में हमेशा छ्होटे कपड़े पहनती है, जिसमे उसके चूचे और गांद बिल्कुल सॉफ दिखाई देते है. और जिसको देख के हर किसी का लंड खड़ा हो जाए.
मैं ऑनलाइन रोज़ सेक्स स्टोरीस पढ़ता हू. एक दिन ऐसे ही स्टोरी पढ़ रहा था, जिसमे फॅमिली के साथ सेक्स की कहानी थी. उसको पढ़ के मेरे ख़याल बदल गये, और मैं अपनी बेहन को छोड़ने के बारे में सोचने लगा था.
मैने सोचा दीदी को अपना लंड दिखौ, तो कुछ हो सकता था, और मैने ऐसे ही किया. मैं बातरूम से नहा के टॉवल लपेट के बाहर आ गया, और लंड को फुल टाइट कर लिया था, और दीदी के सामने से निकलते हुए टवल को ऐसे गिराया, जैसे वो खुद खुल के गिरा हो.
दीदी की नज़रे लंड पे अटक गयी थी. मैने जल्दी से टवल को उठाया, और रूम में चला गया. उसके बाद दीदी का अंदाज़ बदल गया, और वो भी खुले कपड़े पहनने लगी, जिसमे आधे से ज़्यादा बूब्स सॉफ दिखाई देते थे.
ऐसे चलता रहा. मेरे और दीदी के रूम के बीच एक छ्होटी सी बाल्कनी है, जिसमे एक ही बंदा खड़ा हो सकता है. एक दिन मैं वाहा खड़ा था. दीदी आई और बोली-
दीदी: मुझे भी बाहर देखना है.
और वो मेरे आयेज खड़ी हो गयी. और मैं उनके पीछे था. उन्होने शॉर्ट्स पहनी हुई थी, जो उनकी गांद में फ़ससा हुआ था. उसको देख के मेरा लंड खड़ा होने लगा, और मैं धीरे से दीदी के पीछे खड़ा हो गया, और लंड उनकी गांद पे टच करने लगा.
मैं दीदी के साथ बातें करने लगा, और धीरे-धीरे लंड और आयेज करने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. शायद दीदी को भी पता चल रहा था लंड का. उन्होने अपनी गांद को तोड़ा पीछे किया, और लंड उनकी छूट के उपर पहुँच गया. मैं ऐसे ही लंड रगड़ने लगा.
फिर दीदी को पता नही क्या हुआ, की वो वाहा से चला गयी. मेरे से कंट्रोल नही हुआ, और बातरूम में जाके मैने मूठ मार ली. फिर मैने अपने रूम में जाके नंगा ही सो गया.
नेक्स्ट दे सुबा उठा, नहा के दीदी मेरे लिए छाई लेके आ गयी. उन्होने उस दिन सूट सलवार पहना हुआ था. सूट का काफ़ी बड़ा गला था, जिसमे से उनके आधे से ज़्यादा बूब्स बाहर निकले हुए थे. ये देख के मेरा लंड खड़ा होने लगा था.
फिर दीदी वाहा से चली गयी, और झाड़ू लगाने लगी. मैं फ्रेश होके बाहर चला गया, और फिर कॉलेज में जाके मॅन नही लगा. ऐसे ही टाइम पास करके घर आ गये. घर पे दीदी ही थी, और मम्मी मामा के यहा गयी थी.
दीदी ने बोला: भाई मुझे कार सीखनी है.
मैने कहा: ठीक है दीदी सीखा दूँगा मैं.
और दीदी और मैं कार लेके घर से निकल गये. दीदी ने वाइट सूट सलवार पहना हुआ था, जिसमे वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी. फिर हम पार्क में आ गये. मैने दीदी को ड्राइवर सीट पे बिता दिया, और खुद साइड में बैठ गया. दीदी का फर्स्ट दे था, और उनसे गाड़ी नही चली.
फिर मैने उनसे बोला: आप मेरी गोद में बैठ जाना.
उन्होने कुछ सोचा और वो मेरी गोद में बैठ गयी. फिर मैने गाड़ी स्टार्ट की, और थोड़ी बहुत चलाई. दीदी की गांद की गर्मी की वजह से मेरा लंड टाइट होने लगा था, जो बिल्कुल दीदी की गांद के बीच में था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
उसके बाद हम घर आ गये. दीदी ने कपड़े चेंज कर लिए थे. शायद उनका भी मॅन करने लगा था छुड़वाने का. रात को मैने चुपके से उनके रूम में अपना फोन रख दिया वीडियो रेकॉर्डिंग पे करके.
सुबा देखा तो दीदी अपनी छूट में उंगली करके सोई थी, और पॉर्न देखती थी. उस वीडियो को देख के मैने दो बार हिलाया. दीदी ने आज फिर सूट सलवार पहना हुआ था. जब वो सफाई कर रही थी, मैने उन पर ध्यान दिया.
तो दीदी की सलवार उनकी छूट वाली जगह से फटी हुई थी. उनकी छूट सॉफ दिखाई दे रही थी. उसको देख कर मेरा लंड फुल टाइट हो गया था, और शायद दीदी ने मुझे लंड को मसालते हुए देख लिया था. वो हस्स के काम करने लगी.
फिर मैं बाल्कनी में जाके खड़ा हो गया. मैने शॉर्ट्स पहने हुए थे. दीदी फिरसे मेरे पास आ गयी, और मेरे आयेज खड़ी हो गयी, और बातें करने लगी.
बात करते हुए मैने दीदी की गांद पे लंड रगड़ना शुरू कर दिया, और मज़ा लेने लगा. दीदी को भी मज़ा आ रहा था, बुत कुछ बोल ही नही रही थी. वो नॉर्मल बात कर रही थी.
मैने देखा दीदी की सलवार फटी हुई थी. मैने अपना लंड बाहर निकाला, और दीदी की फटी सलवार में लंड घुसा दिया. उनकी सलवार का च्छेद छ्होटा था जिसमे मेरा बस टोपा ही अंदर घुसा, और उनकी छूट पे रगड़ने लगा. साथ में मैं बात करने लगा.
दीदी ने आँखें बंद कर ली थी. मेरा पानी निकल गया उनकी छूट के उपर ही. फिर वो चली गयी, और मेरे से बोली-
दीदी: आज मेरी पीठ की मालिश कर देना. दर्द हो रहा है बहुत. मैने हा कर दी.
फिर रात का खाना खा के मैं दीदी के रूम में गया. दीदी ने वो ही सलवार पहनी हुई थी फटी हुई, और उन्होने उसको तोड़ा सा और फाड़ लिया था. उपर उन्होने त-शर्ट पहनी हुई थी. ब्रा नही पहनी थी, और वो उल्टी लेती थी.
उसने बोला: तेल ले आओ, और मालिश कर दो.
मैं तेल लेके गया, और उसको बोला: अपनी त-शर्ट को उपर कर लो.
उसने उपर करी, और मैं उसके दोनो तरफ पैर करके बैठ गया और मालिश करने लगा. कमर बहुत ही ज़्यादा सॉफ्ट थी कसम से. मेरा लंड फुल टाइट हो गया था.
मैने दीदी से बोला: दीदी थोड़ी और उपर कर डू मालिश?
दीदी ने हा बोल दिया. फिर मैने उनकी त-शर्ट को तोड़ा और उपर कर दिया, जिससे उनके बूब्स साइड से दिखने लगे, और मैं उनको छूने लगा.
मैने अपना लंड शॉर्ट्स से बाहर निकाला, और लंड पे आयिल लगाया, और दीदी की सलवार के च्छेद से अंदर घुसा दिया. लंड उनकी छूट पे लगा, और उनकी छूट गीली थी. लंड पे तेल लगा हुआ था. तभी दीदी ने थोड़ी सी अपनी गांद उठाई, और लंड सीधा उनकी छूट पे था.
मैने मालिश करते हुए हाथ उपर लेके गया, और लंड को उनकी छूट में घुसा दिया. मेरा आधा लंड उनकी छूट में था.
तभी उन्होने एक-दूं से बोला: भाई थोड़ी आराम से मालिश करो.
मैं समझ गया क्या बोल रही थी वो. मैने धीरे-धीरे अपना पूरा लंड उनकी छूट में घुसा दिया, और छोड़ने लगा. साथ में मैं मालिश करता रहा. दीदी ने मूह में अपनी त-शर्ट फ़ससा ली, जिससे उनकी आवाज़ ना निकले.
मैं चुदाई और मालिश करता रहा. करीब 30 मिनिट बाद मेरा पानी निकला, और दीदी की छूट में ही झाड़ गया. फिर मैं दीदी के उपर से हॅट गया और दीदी से बोला-
मैं: दीदी मालिश कैसी लगी? उन्होने बोला: बहुत अची मालिश करते हो. कहा से सीखी?
मैं: ऐसे ही सीख गया.
और उस दिन के बाद बहुत बार मेरे और दीदी के बीच चुदाई हुई. बाकी स्टोरी नेक्स्ट टाइम.
ये स्टोरी कैसी लगी ज़रूर बताना. अगर किसी लड़की को छुड़वाना है तो मैल करे और स्टोरी कैसी लगी ये भी बताना.