हेलो दोस्तों मेरा नाम राहुल है, और मैं मुंबई का रहने वाला हू. उमीद है आप सब लोग ठीक होंगे, और सेक्स स्टोरीस पढ़ कर ज़िंदगी का मज़ा ले रहे होंगे. मेरी आगे 26 है, और मेरी हाइट 5’10” है, और मेरा लंड 6 इंच का है.
ये स्टोरी मेरी भाभी की है, जो हमारे साथ वाले घर में ही रहती है. मुंबई में घर जुड़े हुए ही होते है, तो हमारा टेरेस एक ही साथ था. चलिए अब मैं उनकी डीटेल्स बताता हू.
मेरे मामू का लड़का मुंबई में जॉब करता है. और वो यहा हमारे साथ वाले घर में अपनी वाइफ के साथ रहता है, जिससे उसकी शादी 2 साल पहले ही हुई थी. वो ज़्यादा टाइम ऑफीस में ही रहता है, और सपना भाभी एक हाउसवाइफ है, तो वो पूरा टाइम घर में होती है.
उनका फिगर 34-30-36. ऐसा मस्त फिगर की कोई भी देख के पागल हो जाए, और उनका रंग बहुत गोरा है. हमारा एक-दूसरे के घर आना-जाना लगा रहता है. ये बात पिछले साल नवेंबर की है. मैं एक दिन टेरेस पे खड़ा था, और मौसम को एंजाय कर रहा था, की तभी अचानक से भाभी के घर से उनके चिल्लाने की आवाज़ आई.
एक-दूं से उनकी चीख सुन कर मैं हैरान हो गया. मैने सोचा ना-जाने क्या हो गया था. मुझे लगा शायद नीचे से उनके घर जाने में कही देर ना हो जाए. तो मैं टेरेस से उनके घर कूद गया, ये देखने के लिए, की उनको क्या हुआ था.
मैं नीचे गया तो देखा की वो सफाई करते हुए किसी टेबल से नीचे गिर गयी थी, और उन्हे चोट भी आई थी. फिर मैने उन्हे उठाया, और पूछा-
मैं: भाभी क्या हुआ आपको?
पहले तो वो मुझे देख कर हैरान हुई, फिर उन्होने बताया की वो सफाई करते हुए गिर गयी थी, और इससे उनकी पीठ पे चोट भी आई थी. अब वो आचे से चल भी नही पा रही थी. तो मैं उन्हे सहारा देके उनके रूम में ले गया. फिर रूम में जेया कर वो बेड पे लेट गयी. अब वो बहुत दर्द में थी, तो मैने कहा-
मैं: भाभी अगर आप कहे, तो मैं मसाज कर डू चोट पे?
पहले तो वो माना करने लगी. लेकिन मेरे इन्सिस्ट करने पे वो मान गयी. फिर सपना भाभी ने ड्रॉयर से तेल निकाल कर मुझे दिया. वो शर्ट और पाजामा पहले हुए थी, तो मैने शर्ट थोड़ी उपर की, और मसाज शुरू कर दी.
ऐसा गोरा जिस्म देख कर मेरी नीयत खराब होने लगी. उन्हे मसाज से अछा फील होने लगा, तो मैं धीरे से उपर बढ़ता जेया रहा था. उन्होने मेरी मसाज की तारीफ की, तो मैने मौका देखते हुए उपर बॅक पे मसाज करने का कहा, और वो मान भी गयी.
मैं उनकी नरम सी बॉडी को बड़े प्यार से मसाज कर रहा था. मुझे भी अब मज़ा आने लगा था. तब मैने कहा-
मैं: भाभी ये शर्ट को आयिल लग रहा है, तो आप उतार दो इसको.
वो तोड़ा शर्मा रही थी, पर फिर भी उन्होने उतार ही दी. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा में थी. उन्होने पर्पल कलर की ब्रा पहनी थी. मैं मज़े ले ले कर मसाज कर रहा था, और सपना को भी अछा फील हो रहा था. उनका दर्द भी कम हो रहा था.
मैं ब्रा स्ट्रॅप के आस-पास मसाज कर रहा था, तो स्ट्रॅप बीच में आने लगा. फिर मैने झट से स्ट्रॅप खोल दिया, तो वो दर्र गयी. उन्होने मुझसे कहा-
सपना भाभी: राहुल ये क्या कर रहे हो?
मैने कहा: भाभी वो स्ट्रॅप बीच में डिस्टर्ब कर रहा था, इसलिए खोल दिया.
तो वो मेरी बात मान गयी. फिर मैं उनकी पूरी पीठ पे मसाज कर रहा था, और मज़े ले रहा था. मसाज करते-करते मेरी नज़र साइड में गयी, तो मुझे उनके बड़े-बड़े बूब्स दिख रहे थे. हाए क्या नज़ारा था, एक-दूं क़यामत. दिल तो कर रहा था की मसल-मसल के चूसने लग जौ.
क्या गोरे और बड़े-बड़े बूब्स थे. मैं देख के पागल हो रहा था, और कंट्रोल नही कर पा रहा था. अब मैं सोचने लगा के भाभी की चुदाई कैसे करू, और कैसे उनके मज़ेदार बूब्स चूसू. फिर मैने भाभी से कहा-
मैं: भाभी आप काफ़ी दीनो से मुझे ताकि हुई लग रही है. क्यूँ ना मैं आपको फुल बॉडी मसाज दे डू? इससे आपकी पूरी बॉडी आक्टिव हो जाएगी, और आप फ्रेश फील करेंगी.
मेरी ये बात सुन कर वो सोचने लग गयी, और फिर तोड़ा सोचने के बाद वो मान गयी. उनकी हा सुन कर मैं बहुत खुश हुआ, और मसाज करनी शुरू कर दी. मैने पैरों से मसाज शुरू की, और आयिल लगा के उनके नरम से पैरों को मसाज करता गया.
अब वो भी बहुत अछा फील कर रही थी, क्यूंकी वो आहें भरने लगी थी. मैं उनके पाजामे को उपर करता गया, और मसाज करता रहा. उनके घुटनो से उनका पाजामा उपर नही जेया रहा था, तो मैने उनसे कहा-
मैं: भाभी अब ये उतारना पड़ेगा आपको, ये इससे उपर नही जेया सकता.
उनको मेरी मसाज से मज़ा आ रहा था, तो उन्होने पाजामा उतार दिया, और फिर मेरे सामने लेट गयी. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ पनटी में लेती थी. दिल तो कर रहा था की उनपे चढ़ जौ, और लंड घुसा के उन्हे छोड़ने लग जौ.
अब मैने उनके गोरे और सॉफ्ट लेग्स को टच किया तो वो मचल उठी. मैने तोड़ा आयिल निकाला, और उनके लेग्स पे मसाज करना शुरू किया. अब वो तोड़ा गरम होने लगी थी, क्यूंकी वो आअहह आअहह की आवाज़े कर रही थी धीरे से.
मैं उपर जाता जेया रहा था, और उनके छूतदों तक आ गया था. इतने नरम चूतड़ थे भाभी के, जैसे पिल्लो हो कोई. मैं छूतदों को ज़ोर-ज़ोर से दबा के मसाज करने लगा, और वो भी मेरे ऐसे करने से हॉर्नी हो रही थी.
आयेज कैसे मैं उनकी मसाज करते-करते चुदाई तक गया, पढ़े इस कहानी के पार्ट-2 में. दोस्तों अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी ज़रूर शेर करे. जितना आपका रेस्पॉन्स अछा आएगा, अगला पार्ट उतनी ही जल्दी आपके सामने आएगा. कहानी को रेड करने के लिए आप सब रीडर्स का धन्यवाद.