हेलो दोस्तों, ये स्टोरी मेरी एक भाभी पर है. भाभी का नाम सुल्ताना है, और वो लुक्कणोव में रहती है. सुल्ताना भाभी के दो बच्चे है, और उनकी उमर 38 साल है. उनके फिगर का साइज़ 36-34-38 है. जब वो चलती है तो उनकी गांद बहुत मटकती है.
उनके पति ने दूसरी शादी भी कर ली थी, और मेरा उनके घर बहुत आना-जाना था. भाभी सुल्ताना मुझे अपनी हर बात बता देती थी. अगर उनके आदमी ने उनको मारा या सेक्स किया, ये सब भी बताती थी.
एक दिन सुल्ताना के पति का फोन आया: अर्रे सलीम, मेरे घर का गेयिज़र खराब है. कोई मिस्त्री है तो भेज दो.
फिर मैं 10:30 बजे एक मिस्त्री ले कर वाहा पहुँचा.
सुल्ताना का पति बोला: मैं तो जेया रहा हू काम पर.
उसके जाने के बाद मिस्त्री ने गेयिज़र चेक किया और बोला: सलीम भाई, इसका कायिल जल गया है. आंटी से 300 दिला दो.
फिर मैने सुल्ताना भाभी से बोला ₹300 दो, मिस्त्री को देने है. और मिस्त्री पैसे लेकर चला गया. फिर सुल्ताना भाभी किचन में काम करने लगी, और मैं कमरे में बैठा हुआ था. तभी मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया. मैने बातरूम के डोर के नट बोल्ट एक-दूं ढीले कर दिए, ताकि हल्का सा झटका देने में खुल जाए.
फिर मिस्त्री ने आ कर गेयिज़र को फिट कर दिया. 10 मिनिट चलाने के बाद पानी चेक किया. फिर उसने भाभी से ₹300 और लिए, और वो चला गया.
भाभी बोली: सलीम ऐसा करो, अभी मैं नहा कर आती हू. फिर तुम जाना अपने घर.
भाभी फिर नहाने चली गयी बातरूम में. 5 मिनिट के बाद मैने हल्का सा झटका दिया बातरूम के दरवाज़े पर, और दरवाज़ा खुल गया. फिर मैने देखा भाभी अपनी बॉडी पर साबुन लगा रही थी. मैने सोचा मौका अछा था.
फिर मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए, और जेया कर बातरूम में भाभी के पीछे खड़ा हो गया. उसके बाद अपने दोनो हाथ भाभी की 36″ की चूची पर रख दिए.
तभी सुल्ताना बोली: ये क्या कर रहे हो?
मैने बोला: चुप हो जाओ मेरी जान.
तो सुल्ताना बोली: मैं शोर मचा दूँगी अगर कुछ किया तो.
मैने सुल्ताना से कहा: तुम शोर मचाओ, सब तुम्हे ही ग़लत कहेंगे, मुझे नही.
ये सुन कर सुल्ताना सोच में पद गयी. फिर मैने सुल्ताना की चूचियों को दबाना शुरू किया. उसके बाद सुल्ताना से मैने कहा-
मैं: चलो कमरे में.
सुल्ताना कमरे में आ कर मुझसे बोली: सलीम तुम मुझसे बहुत छ्होटे हो, और मैं एक शादी-शुदा औरत हू. ये सब ग़लत कम करोगे तुम?
तो मैने सुल्ताना से बोला: मैं जो कह रहा हू सुल्ताना, वो तुम करो.
सुल्ताना कहने लगी: प्लीज़ सलीम ऐसा कुछ मत करो. मेरे पति को पता चल जाएगा तो?
फिर मैने सुल्ताना को बिस्तर पर धकेल दिया, और उसके उपर आ कर उसकी चूचियाँ दबाने लगा. फिर 5-6 मिनिट के बाद मैने सुल्ताना से बोला-
मैं: अब मेरा लंड तुम चूसो.
जब सुल्ताना की नज़र मेरे लंड पर पड़ी, तो वो बोली: बहुत बड़ा है ये.
मैने कहा: सुल्ताना अब तो ये तुम्हारी छूट के अंदर जाएगा.
सुल्ताना बोली: सलीम साल भर से मेरे साथ मेरे पति ने कुछ नही किया है.
तो मैने कहा: फिर क्या हुआ? अब तुम्हारे पति की कमी मैं पूरी करूँगा.
फिर मैने सुल्ताना के बाल पकड़े और मूह खुलवा कर अपना लंड उसके मूह में दे दिया. चार-पाँच मिनिट सुल्ताना को लंड चुसवाने के बाद फिर मैने सुल्ताना को कहा-
मैं: अपने पैर खोलो.
सुल्ताना ने पैर खोल दिए, और मैं उसके पैरों के बीच में आ गया. फिर अपना लंबा 9 इंच का मोटा लंड उसकी छूट के होल में लगाया, और एक धीरे से शॉट मारा. मेरा 4 इंच लंड सुल्ताना की छूट में चला गया, और उसको बहुत दर्द हो रहा था.
वो मुझे निकालने के लिए कहने लगी. फिर मैने उसके होंठो पर किस करना शुरू कर दिया. जब वो थोड़ी नॉर्मल हुई, तो मैने धीरे-धीरे लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया. सुल्ताना को फिर मज़ा आने लगा और वो मेरा साथ देने लगी अपनी गांद उछाल-उछाल के.
ये देख कर मैने ज़ोर से शॉट मारा. मेरा पूरा लंड उसकी छूट में समा गया, और सुल्ताना की आँखों से आँसू आ गये.
सुल्ताना बोली: सलीम निकाल लो, बहुत दर्द हो रहा है प्लीज़.
फिर मैं एक-दो मिनिट ऐसे ही लेता रहा. उसके बाद मैने अपना लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया. मैं धीरे-धीरे सुल्ताना को छोड़ने लगा, और सुल्ताना अपनी गांद उठा-उठा कर मेरा साथ देने लगी.
फिर मैने स्पीड बढ़ा दी, और हर शॉट की आवाज़ निकल रही थी. उसके बाद हमारी चुदाई 15 मिनिट तक चली. मैं अब डिसचार्ज हो गया सुल्ताना की छूट में ही. उसके बाद बातरूम में जेया कर मैने अपना लंड धोया.
सुल्ताना बोली: सलीम अब मैं नहाने जेया रही हू.
तो मैने कहा: भाभी मैं भी नाहोँगा तुम्हारे साथ.
वो बोली: नही-नही मैं अकेले ही नाहोँगी.
फिर हमारी 5-6 मिनिट बात-चीत चलती रही. सुल्ताना राज़ी हो गयी, और मैं और सुल्ताना बातरूम में नहाने लगे. कुछ देर बाद सुल्ताना की मेरे लंड पर नज़र पड़ी.
वो बोली: सलीम ये तो खड़ा हो गया.
तो मैने सुल्ताना से बोला: इसे शांत तो तुम ही कर पावगी.
सुल्ताना ने मुझे हल्की स्माइल दी, और फिर बातरूम में मैने सुल्ताना को खड़े-खड़े झुकाया. उसके बाद पीछे से अपना लंड उसकी छूट में डाल दिया. उसे मूह से आवाज़े निकालने लगी. फिर हमारी चुदाई चालू हुई. सुल्ताना मेरा साथ खूब दे रही थी, और बोल रही थी-
सुल्ताना: सलीम और ज़ोर से छोड़ो. मेरी प्यास बुझा दो, बहुत दिन से मैं प्यासी हू.
हमारी चुदाई 30 मिनिट तक चली. फिर हम दोनो नहा कर आए, और तक कर एक तरफ लेट गये. घड़ी पर नज़र पड़ी तो 1:00 बजने वाला था.
तो सुल्ताना बोली: सलीम अब तुम घर जाओ, मेरे बच्चो के आने का टाइम है.
मैने कहा: ठीक है, चलता हू भाभी.
फिर मैं डेली सुल्ताना के घर सुबह जाता था, और चुदाई करके आता था.
सुल्ताना ने एक दिन बोला: सलीम तुमसे चुदाई करके मुझे बहुत संतुष्टि मिलती है. जब मॅन चाहे तब ये छूट खुली है तुम्हारे लिए.
मैने सुल्ताना से बोला: छूट के अलावा एक और चीज़ चाहिए मुझे.
सुल्ताना ने पूछा: क्या?
मैने बोला: मैं तुम्हारी 38 नंबर की गांद मारना चाहता हू.
तो सुल्ताना बोली: नही दर्द होगा. मैने कहा सुल्ताना: तुमने बताया था तुम्हारे पति तुम्हारी गांद भी मारते है.
तो सुल्ताना बोली: उनका लंड छ्होटा है, और तुम्हारा बहुत बड़ा है.
फिर मैने कहा: आज देखते है गांद मार के.
सुल्ताना: अछा ऐसे करो, तेल लेकर आती हू.
फिर सुल्ताना ने मेरे लंड पे तेल लगाया, और घोड़ी बन गयी. फिर मैने अपना मोटा लंड सुल्ताना की गांद पे रखा, और बहुत मुश्किल से मेरा लंड अंदर गया. सुल्ताना चिल्लाने लगी, लेकिन मैं नही रुका. मैने पूरी ताक़त लगा कर अपना लंड उसकी गांद में डाल दिया.
वो ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी, लेकिन मैने उसकी एक नही सुनी. फिर जब मुझे लगा की मेरे लंड ने गांद में जगह बना ली, तब मैने अपना लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया. मैने उसकी गांद 15 मिनिट तक मारी, और सारा माल उसकी गांद में ही छ्चोढ़ दिया. आज हमारी चुदाई को चलते हुए 6 साल हो गये है.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको शेर ज़रूर करे.