ही दोस्तो, मेरा नाम स्क है. मैं फिर हाज़िर हू अपनी न्यू स्टोरी लेके. इस स्टोरी में मैं आपको बतौँगा, की कैसे मैने अपनी मा को फ़ेसबुक से पत्ता कर रंडी जैसे छोड़ा.
मेरे घर में मों, दाद और मैं रहते है. दाद मेरे बिज़्नेस करते है, और मा एक हाउस वाइफ है. मैं अभी जॉब करता हू दूसरे शहर में.
मा के बारे में बता डू. मा का नाम नताशा है, और वो एक सेक्सी बदन की मालकिन है. लेकिन मैने उन्हे उस इन्सिडेंट के पहले कभी उस तरह से नही देखा था.
तो बात कुछ महीनो पहले की है, जब मैं फ़ेसबुक पर ऐसे ही टाइम पास कर रहा था. फिर मैने एक आइडिया लगाया, और एक फेक अकाउंट बना कर मा को फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड कर दी. मेरी रिक्वेस्ट को मा ने आक्सेप्ट भी कर लिया.
मैं खुश हो गया, और एक-दो दिन मैने बस ऐसे ही मा की पिक्स लीके की. मैने उनको कॉमेंट किया, तो उनका कॉमेंट पर थॅंक्स का रिप्लाइ आया. फिर मैने मा को मेसेज किया-
मैं: ही, गुड मॉर्निंग.
मैं वेट करने लगा की कुछ रिप्लाइ आ जाए. पर कोई रिप्लाइ नही आया. 2 दिन गुज़र गये थे. फिर मैने सोचा, की शायद रिप्लाइ नही आएगा. मैने कुछ दिन इंतेज़ार किया, और एक रात मा मुझे 3 बजे ऑनलाइन दिखी. उस रात मैने फिरसे मा को मेसेज किया.
मैं: ही.
मेसेज करके मैं वेट करने लगा. फिर कुछ 5 मिनिट बाद मा का रिप्लाइ आया-
मा: ही.
मैं: हाउ अरे योउ?
मा: फाइन आंड योउ?
मैं: फाइन. कहा से हो आप?
मा: मैं मुंबई से, और आप?
मैं: मैं भी मुंबई से हू.
मा: अछा.
मैं: आप क्या करते हो?
मा: कुछ नही हाउस वाइफ हू.
मैं: अछा तो दिन भर बहुत बोर होता होगा ना घर में?
मा: हा, पर अब आदत हो गयी है.
मैं: कौन-कौन है आपके घर में?
मा: मेरे हज़्बेंड है, और एक बेटा है.
मैं: अछा आपकी पिक्स देखी थी मैने. बहुत आचे लगते हो आप.
मा: कहा, कुछ भी? ये तो बस ऐसे ही.
मैं: नही सच में अची है आपकी सारी पिक्स. मेरे अकॉरडिंग तो बहुत अची आती है पिक्स आपकी.
मा: थॅंक्स, चलो गुड नाइट. मुझे सोना है.
मैं: ओक, गुड नाइट.
फिर मैं सो गया और अगले दिन मैने गुड मॉर्निंग का मेसेज डाला. पर कुछ रिप्लाइ नही आया. मैने सोचा, की शायद बात नही बनेगी. लेकिन फिर मुझे दोपहर में मेसेज आया.
मा: हेलो, सॉरी सुबा से बहुत काम था. इसलिए मैं रिप्लाइ नही कर सकी.
मैं: ओक कोई बात नही. मुझे लगा आप इग्नोर कर रहे हो मुझे.
मा: नही बाबा, ऐसी कोई बात नही है.
मैं: अछा तो क्या कर रहे हो?
मा: कुछ नही, बस सारा काम ख़तम करके, जस्ट नहा कर मैने आपको रिप्लाइ दिया.
मैं: अछा फिर तो आप नहा कर और भी मस्त लग रही होगी?
मा: हाहाहा.
मैं: हस्सो नही, सच बोल रहा हू.
मा: थॅंक्स, तुम बहुत तारीफ करते हो मेरी. तुम्हारी कोई गफ़ नही है क्या?
मैं: थी, पर ब्रेकप हो गया.
मा: सो साद.
मे: आपका कोई ब्फ नही है क्या?
मा: अर्रे नही-नही, मैं ऐसा कुछ नही करती एक्सट्रा मेटीरियल अफेर. मेरा हज़्बेंड है बस.
मैं: तो क्या हुआ इसमे? आज कल कामन है ये. और आप तो इतने सुंदर हो. दिल तो करता है मैं ही आपका ब्फ बन जौ.
मा: अछा? पर ऐसा नही हो सकता.
मैं: एक मौका तो दो, आपको निराश नही करूँगा मैं.
मा: ऐसा नही हो सकता. क्या आगे है तुम्हारी?
मैं: 25.
मा: हाहाहा
मैं: क्यू हस्स रहे हो आप?
मा: मेरी उमर तुमसे ज़्यादा है.
मैं: ये मुझे पता है, पर कोई बात नही मुझे चलेगा.
मा: अछा? चलो फिर आज से हम गफ़-ब्फ. अपनी पिक दिखाओ अब. बस एक ही पिक है फ्ब पर.
फिर मैने जल्दी से वोही लड़के की 4-5 पिक्स उनको सेंड कर दी.
मा: अर्रे वाह! बहुत अची पिक्स है.
मैं: अभी आप भी पिक्स दिखाओ.
फिर मा ने भी थोड़ी सेक्सी पिक्स मुझे भेज दी.
मैं: अर्रे वाह! इनमे तो आप बहुत सेक्सी लग रहे हो.
मा: श.. कुछ भी बोल रहे हो. मोटी हू मैं.
मैं: आप मेरी नज़र से देखो ना.
मा: तो तुम्हारी नज़र से क्या दिखा तुमको?
मैं: रहने दो, वरना आप गुस्सा करोगे.
मा: अर्रे नही करूँगी. ब्फ हो तुम मेरे.
मैं: हा ये तो है. वो ऐसा है, की तुम्हारे बूब्स बहुत बड़े और सेक्सी है. दिल तो करता है जूस निकाल डू सारा.
मा: निकाल दो, तुम्हारे ही है समझो.
मैं: मेरे है तो दिखाओ मुझे ज़रा.
मा: अर्रे नही, सामने से देख लेना तुम.
मैं: अर्रे बस फेस च्छूपा कर दिखा दो पिक्स लेके.
फिर कुछ रिप्लाइ नही आया. उसके 5 मिनिट बाद मा ने बहुत सारी सेक्सी पिक्स, कुछ ब्रा में और कुछ ब्रा उतार कर भेज दी, और मेसेज भी भेजा.
मा: लो जूस निकाल लो, और देख कर डेलीट भी कर देना.
मैं: हा, भरोसा रखो जान.
मा: चलो अब मुझे और भी काम है. तो बाद में बात करेंगे. सामने से मेसेज नही करना, मेरा मेसेज आए तो रिप्लाइ करना.
मैं: ओक.
मा: बाइ.
मैं: बाइ, त्क.
फिर मैने वो सारी पिक्स देख कर मूठ मारी. और अब मैं सोचने लगा, की कैसे मा को छोड़ा जाए. मैने सोचा, की कुछ प्लान बनाना होगा. कुछ दिन ऐसे ही बात होती रही हमारी. फिर एक दिन मैने सोचा जब इतना कुछ हो गया है, तो क्यू ना एक बार रिस्क उठा कर देखते है. क्या पता छोड़ने को मिल ही जाए. और मैं मेसेज का वेट करने लगा फिर.
मा: हेलो जान.
मैं: हेलो, क्या बात है, आज मूड में लग रही हो.
मा: हा वो बात ये है की मेरे हज़्बेंड बाहर जेया रहे है काम से. वो दो दिन बाद आएँगे. तब तक हम दिल खोल कर रोमॅन्स कर सकते है.
मैं: अर्रे वाह! क्यू ना हम मिले कही पर?
मा: नही.
मैं: अर्रे कुछ नही होगा. इतना दर्र क्यू रही हो?
मा: दर्र नही रही हू. पर ऐसे कभी मिली नही हू किसी से.
मैं: कोई बात नही, ऐसा पहली बार ही फील होता है.
मा: ओक, तो फिर कहा मिलना है?
मैं: तुम्हारे घर आ जौ? कोई नही है ना?
मा: नही, वाहा सारे पड़ोसी होते है. कही और जगह बोलो.
मैं: अछा मैं कुछ टाइम में मेसेज करता हू, बाइ.
मा: बाइ.
मैं सोचने लगा, की हम कहा मिलेंगे यार. क्यूकी मेरे पास ऐसी कोई जगह नही थी. फिर मैने मेरे दोस्तो से बात की तो पता चला ऐसे बहुत से लॉड्ज है, जहा आइटम लेके जेया सकते है. और ये सब एक-दूं सीक्रेट होगा.
फिर मैने पहले वाहा जाके बात की, और उनको बोला की मैं कितने बजे अवँगा. उसके बाद मैने मा को मेसेज किया-
मैं: हेलो.
मा: हा जान बोलो. मैने सोचा तुम गायब हो गये.
मैं: नही बस पता करने गया था. हो गया है काम. एक होटेल है, वाहा हम मिलेंगे.
मा: नही, वाहा पर ई’द देनी होती है. मैं नही दूँगी.
मैं: नही देनी होगी कोई भी ई’द. मेरी पहचान वाले की है होटेल.
मा: तो फिर ठीक है. बताओ फिर, कब आना है?
मैं: आज आ जाओ शाम को, या रात को.
मा: रात को नही होगा. शाम को आ जाती हू.
मैं: ओक, मैं तुमको अड्रेस भेज देता हू, और फिर तुम डाइरेक्ट रूम के अंदर आ जाना. कोई तुमसे कुछ नही पूछेगा.
मा: ओक बाइ.
फिर मैं शाम होने की वेट करने लगा, और मेरा लंड अभी से ही खड़ा था. मेरा सोच-सोच के ही बुरा हाल था. फिर मैं रेडी हो कर वाहा पहुँच गया, और मेसेज किया.
मैं: कहा हो?
मा: बस आ गयी 2 मिनिट में.
मैं: ओक.
फिर मैने सारी लाइट्स बंद कर दी, और उनका वेट करने लगा. कुछ ही मिनिट्स में दरवाज़े पर नॉक की आवाज़ हुई. मैने दरवाज़ा खोला, और उनको अंदर लेते ही ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगा. तभी मा बोली-
मा: अर्रे आराम से, इतनी जल्दी क्या है? रूको तो सही.
मैं: नही बर्दाश्त होता अब मुझसे.
और फिर मा ने उस नाइट बल्ब में मुझे देखा, और ज़ोर से धक्का देकर बोली-
मा: तू यहा क्या कर रहा है? छोढ़ मुझे.
मैं: मैं तुम्हारी छूट शांत करने आया हू. और चुप-छाप मेरा साथ दो, वरना सारी पिक्स और सारी छत नेट पर डाल दूँगा.
मा: नही करो ऐसा, ये ग़लत है.
मैं: कुछ ग़लत नही है रंडी. मुझे पता है तेरी छूट में कितनी गर्मी है. मुझे छोड़ने दे, और तू भी मज़े ले.
इतना बोलते-बोलते मैने मा को आधा नंगा कर दिया था, और मा भी अब ज़ोर नही लगा रही थी. मैं समझ गया था, की अब मा गरम हो चुकी थी. फिर मैने तुरंत मा को बेड पर धक्का दिया. उसके बाद उनकी सारी उपर करके अपना मूह उनकी छूट पर रख दिया.
मा की छूट की स्मेल मुझे और भी दीवाना कर रही थी. मैने मा को पनटी उतार कर जैसे ही अपनी जीभ उसकी छूट पर रखी, वैसे ही उसकी आवाज़ निकल गयी.
मा: स्शहस्सस्स.. बेटा, चाट मेरी छूट को, आज सारा पानी निकाल दे.
मैं: अभी तो शुरुआत है रंडी. आयेज-आयेज देख क्या होता है.
ऐसे ही मैने उनकी सारी उतार दी, और फिर मेरा लंड उसके मूह पर रखा और बोला-
मैं: ले रंडी, लंड चाट मेरा.
वो इस तरह से मेरा लंड चूस रही थी, जैसे पॉर्न स्तर हो. पूरी तरह डीप थ्रोट और स्लॉपी फील करवा रही थी. मैने कंट्रोल खोते हुए उनके मूह में माल की पिचकारी मार दी. देखा, मा इतनी बड़ी रंडी थी, की वो मेरा पूरा माल पी गयी. फिर वो हासणे लगी और बोली-
मा: तेरा लंड बुहात बड़ा और मज़ेदार है.
मैने फिर उनको लिटाया. उसके बाद तोड़ा ओरल सेक्स वापस से किया, और फिर लंड खड़ा करके बोला.
मैं: रंडी अब तू अपनी छूट ला, छोड़ कर लाल कर डू.
मा: बेटा कब से इसी पल का इंतेज़ार है. डाल दे अपना लंड.
फिर मैने जैसे ही लंड अंदर डाला.
मा: उ बेटा, बहुत दर्द हो रहा है. पर तू ज़ोर-ज़ोर से छोड़. बिल्कुल रहम मत कर रंडी मा पर.
मैने भी धक्को की स्पीड बढ़ा दी, और करीब 15 मिनिट बाद हम दोनो झड़ने वाले थे. फिर मैं बोला-
मैं: मेरा निकालने वाला है.
मा बोली: अंदर ही डाल दे पानी, पूरा रंडी मा की छूट में और शांत कर दे इसको.
फिर मैने भी सारा माल अंदर ही गिरा दिया, और फिर हम नहा कर वापस घर आ गये.
अब आयेज की स्टोरी में मैं बतौँगा, कैसे मैने मा की गांद मारी, वो भी मा की सहेली के साथ मिल कर. मेरी मैल ईद है:
उमीद करता हू, की आपको ये स्टोरी पसंद आई होगी. मुझे कॉमेंट करके और मैल करके बताना. और कोई आंटी या लड़की हो मुंबई से, तो मुझे मैल करे. हमारा सेक्स सीक्रेट होगा, ट्रस्ट रखे बाइ.