अब मॅच चालू हो गया था, और मेरी पहले बॅटिंग आ गयी थी. पहला ओवर मेरे दोस्त नरेश ने डाला, और मैने उसको 4 सिक्स मारे. फिर परवीन, हरेश और सभी ने सिक्सस खा लिए थे. अब मैने 11 बॉल पर 11 सिक्सस लगा दिए थे, और फिर लास्ट बॉल पर मैं आउट होने वाला था.
पहले मेरा भी दिल मेरी मा को छोड़ने में था. लेकिन फिर मैने सोचा की उन सब सालों की मा को छोड़ने मे बहुत मज़ा आएगा. फिर लास्ट बॉल पर भी मैने सिक्स मार दिया.
बॅटिंग के बाद मेरी बोलिंग आ गयी, और तभी एक-दूं से दरवाज़े की डोरबेल बाजी. तभी एक आंटी बाहर गयी, और वो जल्दी से एक लड़के को अपने साथ में लेकर आई. वो लड़का था मेरा दोस्त आकाश, और वो पाकिस्तान से था. उसके साथ मेरी दोस्ती काफ़ी टाइम से थी, और उसको भी मेरी मा पसंद थी. और अब वो मेरी शादी पर मेरे घर पर आया था.
तभी वो आया और फिर मेरे गले मिला. फिर उसने कहा-
आकाश: क्या बात है! आज क्रिकेट खेल रहा है. ये टाइम तो तेरा तेरी मा पर चढ़ने का होगा सेयेल.
फिर मैने उसको बता दिया, की किस तरह से मेरे दोस्तो ने मेरे साथ बेट लगाई थी, की मैं उनकी मा को छोड़ूँगा, और वो सब मेरी मा को छोड़ेंगे. ये सुन कर उसने कहा-
आकाश: तो तू जीत जाएगा?
तभी मैने कहा: मैने उनको चॅलेंज दिया है, की अगर वो चारो एक भी सिक्स लगा देंगे, तो वो मेरी मा को छोड़ सकते है.
ये सुन कर उसको लगा, की मैं हार जौंगा. फिर वो मुझे बोला-देसी
आकाश: अर्रे ये तो कुछ ज़्यादा ही मुश्किल बेट नही लगा ली तूने?
मैने कहा: तू टेन्षन ना ले. मैं इन सब की औकात जानता हू.
फिर मैने ब्लोयिंग डाली, और चारो को आउट कर दिया, और मैं मॅच जीत गया. अब मैं खुश था. तभी मैने आंटी से कहा-
मैं: अब तुम को मैं जब बोलूँगा, तब तुम चूड़ने के लिए तैयार रहना. क्यूकी अभी तो मुझे पहले अपनी बीवी को पेलना है.
तभी आंटी ने कहा: ठीक है.
और फिर हम सब अंदर जाने लग गये. तभी आकाश ने मुझे कहा-
आकाश: भाई मेरे साथ भी शर्त लगा ले ना.
तभी मैने कहा: किस चीज़ की? तेरे पास है क्या?
तो उसने कहा: ये देख, मेरे पास डाइमंड का सेट है, जो मैं वाहा से डेलिवर करने को ले आया था. अगर तू जीटा, तो ये तेरा, और अगर मैं जीटा, तो ये तेरी मा का. लेकिन पहले मेरा लंड भी तेरी मा का होगा.
मैने उसको माना कर दिया. लेकिन तभी मेरी मा मेरे पास आई, और उसने मुझे कहा-
मा: शर्त लगा लो ना, कुछ नही होता.
तो मैने मा से कहा: पर अगर मैं हार गया तो?
मा ने कहा: कुछ नही होता, और ये आकाश अछा भी है. मुझे मज़ा भी आएगा इससे चूड़ने में. और एक दिन की ही तो बात है. मुझे डाइमंड का सेट चाहिए.
फिर मा की बात सुन कर मैने आकाश को कहा-
मैं: ठीक है भाई.
अब मैने शर्त लगा ली, और फिर मेरी मा ने मुझे किस किया. इस बार आकाश की पहले बॅटिंग आई, और उसने मुझे 27 स्कोर मारे. मेरी बॅटिंग अची नही थी, पर लास्ट बॉल से पहले मुझे लगा की अब मैं जीत जौंगा.
फिर लास्ट बाल डालने के लिए वो आया, और आते ही उसने मेरी विकेट ले ली. और इस तरह से मैने अपनी विकेट खो कर मा की छूट में उसका लंड डलवाने का काम कर दिया था. अब आकाश खूब ज़्यादा खुश हो गया था, और फिर उसने मा से कहा-
आकाश: भाभी जी कहा पर करना है?
तभी मेरी मा ने कहा: क्या यार! आपसे 1 सिक्स भी नही लगा.
और फिर मैने कहा: चलो कुछ नही होता. अब क्या कर सकते है. फिर मेरी मा अंदर चली गयी, और आकाश भी आ गया. वो अंदर आके चेर पर बैठ गया. फिर हॉल के बीच में एक चार-पाई और एक सोफा लगाया गया, जहा पर वो मेरी मा की चुदाई करने वाला था.
फिर आकाश ने मेरी मा को अपने पास बुलाया, और मा जल्दी से आकाश के पास गयी. आक्ष ने मा से कहा-
आकाश: आप कितनी सुंदर हो. आज आपकी छूट का पूरा मज़ा लूँगा मैं.
मेरी मा को आकाश की इस बात पर हस्सी आ गयी, और फिर आकाश ने मेरी मा के होंठो पर अपने होंठो को रख दिया. मेरी होने वाली बीवी अब मेरे दोस्त से चुड रही थी, और ये देख कर मुझे मज़ा और गुस्सा दोनो आ रहे थे.
अब मेरा दोस्त आकाश मेरी मा के होंठो को चूस रहा था. फिर कुछ देर के बाद में उसने मेरी मा को पूरी नंगी कर दिया, और खुद भी नंगा हो गया.
फिर जब मेरी मा ने आकाश का लंड देखा, तो वो उसको बोली-
मा: आपका लंड तो काफ़ी बड़ा है.
अब आकाश ने मेरी मा के होंठो को चूसना चालू कर दिया था. मुझे ये देख कर मज़ा आ रहा था, और मेरा लंड खड़ा हो रहा था. फिर कुछ देर तक ऐसे ही मेरी मा के होंठ चूसने के बाद, आकाश ने मेरी मा को नीचे बिता दिया और बोली-
आकाश: भाभी अब मेरा लंड चूसो.
मेरी मा ने आकाश की बात मान ली, और उसके लंड के सामने अपने घुटनो पर बैठ गयी. फिर मा मे उसके मोटे से लंड को अपने हाथ मे ले लिया और सहलाने लग गयी. उसके बार मा ने लंड को मूह मे डाल कर चूसना शुरू कर दिया. मा पुर मज़े से आकाश का लंड चूस रही थी.
पहले-पहले मेरी मा को उसका लून चूसने मे मज़ा नही आ रहा था, लेकिन फिर वो उसके बड़े से लंड से इंप्रेस हो गयी, और मज़े लेने लगी. कुछ देर लंड चूसने के बाद, मा ने उसके लंड को मूह से बाहर निकाल लिया.
फिर आकाश ने मेरी मा को बेड पर लिटा दिया, और उसकी टाँगो को उपर हवा मे उठा दिया. उसके बाद आकाश ने अपने होंठो को मेरी मा की छूट के होंठो से मिला लिया, और उसकी छूट को चूसना शुरू कर दिया. फिर उसने मा की छूट से रस्स चूस लिया, और अपने होंठो को मा के होंठो से लगा कर वही रस्स मा को पीला दिया.
मेरी मा को मज़ा आ रहा था, और वो अपने पति की नज़रो से सामने अपनी टांगे उठा कर किसी और मर्द को अपनी छूट का रस्स पीला रही थी. मेरी मा कुछ ही देर मे आकाश के लंड को अपनी छूट को गर्मी देने वाली थी.
मा आहह आह की आवाज़े कर रही थी, और मज़े से छूट चुस्वा रही थी. फिर आकाश ने अपना अंडरवेर लिया, और मा के मूह मे डाल कर उसको बंद कर दिया. आकाश का लंड काफ़ी बड़ा था, और वो जानता था, की उसके लंड से मेरी मा की छूट फटत जाएगी. इसी वजह से उसने मेरी मा के मूह को अंडरवेर से बंद कर दिया था.
फिर आकाश अपने लंड को मा की छूट पर रगड़ने लग गया. इससे मा तड़प रही थी. फिर उसने एक ज़ोर का झटका मारा, और एक ही झटके मे अपना पूरा लंड मेरी मा की छूट मे डाल दिया. लंड छूट मे जाने से मेरी मा की आँखें बाहर आ गयी. अब आकाश दे दाना दान मेरी मा की छूट को छोड़ने लग गया.
उसने मेरी मा की टाँगो को उपर उठा रखा था, और वो अपना पूरा ज़ोर लगा कर मेरी मा की छूट की ठुकाई कर रहा था. मेरी मा की हालत खराब हो रही थी, लेकिन मा कुछ भी नही कर सकती थी, क्यूकी उसको आकाश से चूड़ना ही पड़ना था.
फिर कुछ देर उसी पोज़िशन मे मा को छोड़ने के बाद, आकाश ने मा की टाँगो को नीचे कर दिया. फिर वो नीचे हुआ, और उसकी चेस्ट मा के बूब्स के साथ लग गयी. उसने मा की टाँगो को जाँघो से पकड़ा, और उसकी दोनो टाँगो को अपनी कमर के इर्द-गिर्द लपेट लिया.
अब मा की दोनो टांगे आकाश की कमर पर लिपटी हुई थी, और आकाश ने फिरसे मा की छूट को छोड़ना शुरू कर दिया. कुछ देर बाद उसने मा को अपनी गोद मे बिता लिया, और मा को उछाल-उछाल कर उसकी छूट का मज़ा लेने लग गया.
मेरी मा की छूट को वो दे दाना दान छोड़ रहा था, और मा को भी इसमे बहुत मज़ा आ रहा था. काफ़ी देर तक वो उसी पोज़िशन मे मा को छोड़ता रहा, और मेरी मा ज़ोर की आहें भारती रही. फिर उसने अपना लंड मा की छूट दे निकाल लिया, और मा को घोड़ी बनने को कहा.
मेरी मा घोड़ी बन गयी, और आकाश उसकी गांद पर अपना लंड सेट करने लग गया. गांद पर लंड लगते ही मेरी मा आयेज की तरफ भाग गयी, और बोली-
मा: नही गांद नही.
मैने भी आकाश को कहा: नही भाई, इसकी गांद पर सिर्फ़ मेरा ही हक़ है.
इस्पे आकाश ने कहा: लेकिन मैने तेरी मा को जीटा है, और मुझे गांद मारना बहुत अछा लगता है.
मैने कहा: वो तू बाद मे मार लेना.
फिर मैने मा से कहा: चलो अब इसका लंड चूस कर पानी निकाल दो.
फिर मा उसके सामने बैठ गयी, और झुक कर उसके लंड को मूह मे ले लिया. मा अब ज़ोर-ज़ोर से उसका लंड चूसने लग गयी थी. मा पुर 1 घंटे तक उसका लंड चूस्टी रही, और फिर जाके कही उसका पानी निकला. फिर मा ने उसका पूरा पानी चूस लिया, और सारा पानी ज़मीन पर गिरा दिया. मा ने आकाश को बोला-
मा: कोई इतना टाइम लेता है क्या पानी निकालने मे?
तो आकाश ने कहा: मुझे इतना ही टाइम लगता है.
फिर मेरी मा ने कपड़े डाल लिए, और हम दोनो शादी के लिए तैयार हो गये. इसके आयेज क्या-क्या होने वाला था, वो आपको नेक्स्ट पार्ट में पता चलने वाला है. कहानी की फीडबॅक देने के लिए मुझे मैल ज़रूर करे. मेरी मैल ईद है: