हेलो दोस्तों, कैसे है आप?
ये कहानी मेरे एक दोस्त की है, जो उसने मुझे बताई थी. तो चलिए कहानी शुरू करते है उसी की ज़ुबानी.
मेरा नाम रिशू शर्मा है, और मेरी उमर 25 है. मेरी फॅमिली में मैं, मेरी मों सुनीता शर्मा उमर 49 यियर्ज़, और बड़ी दीदी पायल शर्मा उमर 25 यियर्ज़ हम 3 लोग है.
ये कहानी लॉक्कडोवन् के बाद जब कॉलेज ओपन हुए थे, तब की है. मैं चंडीगार्ह यूनिवर्सिटी में इंजिनियरिंग करता हू, और मेरी पायल दीदी भी चंडीगार्ह यूनिवर्सिटी में ही स्टडी कर रही है. वो फाइनल एअर की स्टूडेंट है.
लॉक्कडोवन् के बाद फर्स्ट दे जब मैं और दीदी कॉलेज गये थे, तो बहुत कम स्टूडेंट्स ही आए थे. दीदी अपने ब्लॉक की तरफ चली गयी थी, और में भी अपने क्लासरूम की तरफ चला गया. हमारी क्लास में सिर्फ़ 7 लोग ही आते थे, और ऐसे ही हाफ दे निकल गया.
दोपहर 12:30 पे जब सब क्लास से चले गये, तो मैं वही बैठा था. तभी मेरे पास मेरा न्यू क्लासमेट आया, और हम ऐसे ही बैठ कर बातें करने लग गये. ऐसे ही हम दोनो डेली एक साथ बैठने लगे, और हमारी अची दोस्ती हो गयी. सलीम यहा रेंट पे रहता था, और हम दोनो बेस्ट फ्रेंड्स बन चुके थे. कुछ टाइम बाद हम इतना ओपन हो चुके थे, की सब कुछ एक-दूसरे के साथ शेर कर लेते थे.
इसी बीच हम दोनो को सेक्स स्टोरीस का चस्का लग गया था. तो हम एक-दूसरे को स्टोरीस सेंड करते रहते थे. एक दिन ऐसे ही बात करते-करते मज़ाक में सलीम ने मुझे मेरी दीदी के बारे में बोला, और मैं भी मज़े में उसको जवाब देने लग गया. फिर काई बार ऐसा ही हुआ, और हम दोनो मेरी पायल दीदी के बारे में बात करते रहते थे.
9 नोव को मेरी दीदी का ब’दे था, तो मैने सलीम को भी इन्वाइट किया था. हमारे घर पे शाम को पार्टी थी, तो वाहा पे मैं, दीदी, मों, सलीम, और दीदी के कुछ फ्रेंड्स थे. दीदी उस टाइम बहुत सेक्सी ड्रेस पहन के रेडी हुई थी. तो हम दीदी को घूर के देख रहे थे.
सलीम और में एक-दूसरे को इशारों में दीदी के बारे में बात कर रहे थे. रात को सलीम मेरे पास ही रुका था, तो हमने स्टोरीस पढ़ी, और पढ़ते हुए सलीम ने मुझे बोला-
सलीम: रिशू भाई, मैं एक बात बोलू, गुस्सा मत करना?
मुझे पता तो था की वो अब दीदी की ही बात करेगा. बुत मैने उसको बताया नही, और बोला-
मैं: हा बोल.
तो उसने बोला की वो दीदी से सेट्टिंग करना चाहता था. ये सुनते ही मैं हस्स पड़ा.
सलीम को लगता था की मैं गुस्सा होऊँगा इस बात पे. बुत मुझे हेस्ट देख कर उसने फिरसे बोला-
सलीम: मुझे तुम्हारी दीदी की फिगर बहुत सेक्सी लगती है. प्लीज़ मेरी सेट्टिंग करवा दे.
तो हम फिर बैठ के बात करने लग गये. कुछ देर बात करने के बाद हम दोनो में डिसाइड हुआ की मैं उसकी दीदी के साथ सेट्टिंग करने में हेल्प करूँगा.
उस दिन के बाद हमारा प्लान शुरू हो गया. और डेली हम कुछ ना कुछ ऐसा करते थे, जिससे दीदी को ऐसे शो हो जाए की सलीम उनमे इंटेरेस्ट ले रहा था. और ऐसा ही हुआ. दीदी को पता लग गया था, की सलीम उनपे ट्राइ कर रहा था.
सलीम दीदी को मेसेज करके बात करता था. बुत दीदी ने कभी ये मुझे नही बताया. लेकिन सलीम जो भी छत करता था, वो मुझे रेड करवा देता था. ऐसे ही सलीम ने दीदी को सेट कर लिया बहुत जल्दी ही, और वो दोनो ओपन हो गये थे एक-दूसरे के साथ.
सलीम ने मुझे बताया: 25 डेक को हमने रूम बुक किया है मिलने को. तो दीदी घर पे जो बोले तू हा-हा बोल देना.
मुझे पूरी बात नही बताई थी उसने उस टाइम. शाम को मों, दीदी, और मैं बैठे थे, तो दीदी ने बात की मों से-
दीदी: हमारा कॉलेज ट्रिप जेया रहा है 24 डेक को 3 दिन के लिए, तो हमने हा कर दी है.
मों ने बोला: कों-कों जेया रहा है.
तो दीदी ने मों को मेरा नाम भी बता दिया, और बाकी कॉलेज फ्रेंड्स का भी. तो मुझे ये था की शायद ये अपना ही बताएगी, बुत जब मेरा नाम लिया, तो मैं तोड़ा शॉक्ड था. दीदी ने मेरी तरफ देखा और स्माइल की. मैने भी नर्वस सी स्माइल दी.
फिर हम अपने-अपने रूम में सोने गये तो मैने जाते ही सलीम को कॉल लगाई. कॉल वेटिंग पे थी, बुत उसने कॉल उठाई तो मैने तभी बोला-
मैं: सेयेल तूने क्या प्लान बना लिया, और मुझे बताया भी नही.
तो उस तरफ से दीदी बोली: रिशू प्लान सिर्फ़ तुम नही हम भी बना सकते है.
और सलीम और पायल दीदी दोनो हासणे लग गये. फिर मैने पूछा-
मैं: ये सब क्या है?
तो दीदी ने बोला: ज़्यादा नाटक मत करो अब. मुझे सलीम ने सब बता दिया है, और मैं भी तुम दोनो का साथ दूँगी.
दीदी बोली: रिशू मैं अब सलीम की गफ़ हू, तो तुझे कोई दिक्कत तो नही होनी चाहिए. तू भी यही चाहता था.
मैने बोला: दीदी मैं आपके रूम में आ कर बात करता हू.
और मैने फोन कट कर दिया.
फिर मैं दीदी के रूम में जेया कर बोला: दीदी आपने क्या प्लान बनाया है, मुझे भी बताओ.
दीदी: तू ज़्यादा मत सोच. हमने जो प्लान बनाया है, सब ठीक है. और मों को जो मैं बोलू, सब में हा बोल देना तू.
मे: ठीक है दीदी.
दीदी सलीम के साथ फोन पे बात भी कर रही थी, और वो बोली: बेबी अब तुम दोनो की जो ख्वाहिश थी पूरी होने वाली है. तो कैसा लग रहा है?
सलीम: पायल मेरी जान, अब तो तुम देखना स्वर्ग के नज़ारे दील्वौनगा तुझे.
मे: सलीम सेयेल, तू बहुत हरामी निकला. मैं खुद तेरी हेल्प कर रहा था, और तूने दीदी के साथ मिल कर ही अपना अलग प्लान बना लिया. और मुझे ये सब बताया भी नही.
सलीम: अर्रे रिशू भाई, ये सब तेरी ही दीदी का प्लान था. मैं तो तुझे शुरू में ही बताना चाहता था. बुत पायल ने ही मुझे माना किया था तुझे बताने को.
दीदी: हा तुम दोनो मुझे फसाना चाहते थे, और मैने ही तुम दोनो को फ़ससा लिया.
और हम तीनो हासणे लगे.
फिर फोन कट करके हमने ऐसे ही प्लान की बात की, और फिर हम सो गये.
आयेज क्या हुआ, 24 डेक को हम कैसे और कहा गये, ये सब नेक्स्ट स्टोरी में बतौँगा.
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