ही दोस्तो, मेरा नाम अरबाब है. मई कराची का रहने वाला हू. मेरी आगे 28 है और मई सिंगल हू. 8 इंच का लंबा और मोटा लंड है मेरा. मई काफ़ी फिट और गुड लुकिंग भी हू और अक्सर लड़किया मेरे अंदर इंट्रेस्टेड होती है.
मई काफ़ी सेक्स करता हू और लड़किया मेरे लंड की दीवानी हो जाती है. मेरी सिस्टर हीरा, जो 23 यियर्ज़ की है, वो बहुत सेक्सी है. उसका फिगर 36″28″36″ है. कमाल का जिस्म है उसका. प्यारे बूब्स, मोटी गांद और गोरा जिस्म है उसका.
मेरी फॅमिली काफ़ी रिच और ओपन माइंडेड फॅमिली है. मेरे और हीरा के बीच मे काफ़ी अची दोस्ती है. हम बहुत ओपन और फ्रॅंक है आपस मे. हीरा को मेरी गर्लफ्रेंड्स और सेक्स वग़ैरा का सब कुछ पता है. वो हमेशा से सिंगल थी और वर्जिन भी थी. वो अक्सर मुझसे पूछती थी, गर्लफ्रेंड्स और सेक्स के बारे मे.
अब बात तब की है, जब हीरा की शादी पक्की हो गयी थी. हीरा की फरमाइश थी, की वो शादी से पहले दुबई घूम के आए. मुझे उसके साथ भेज दिया गया था. वाहा हमने एक कपल रूम बुक करवाया था. वाहा अक्सर हमारा दिन शॉपिंग करते-करते निकल जाता था और रात को हम सो जाते थे.
मैने 4-5 दिन से सेक्स नही किया था और मई बहुत हॉर्नी था. मैने ऑनलाइन हुक-उप साइट्स से कुछ लड़कियो से बात की और उनमे से एक लड़की मुझसे मिलने के लिए तैयार हो गयी.
जैसे की मैने आपको बताया था, की मई हीरा से हर चीज़ शेर करता था. मैने उसको शॉपिंग पे अकेले जाने को बोला और उसको बताया, की मुझसे एक लड़की मिलने आ रही थी. वो समझ गयी थी, की मई चुदाई करने वाला था. उसने मुझसे पूछा-
हीरा: तुम सेक्स करोगे?
मई: ह्म.
हीरा: फिर मई नही जेया रही कही भी.
मई: अर्रे पागल हो क्या? प्लीज़ जाओ यार. मई काफ़ी दिन से हॉर्नी हू.
हीरा: एक बात बतौ? मेरा मॅन है, की मई देखु की तुम कैसे करते हो.
मई: तुम मुझे सेक्स करते देखना चाहती हो?
हीरा: हा.
फिर मैने तोड़ा सोचा और फिर उसकी बात मान गया. मई समझ गया था, की वो खुद भी हॉर्नी थी और शायद इसी बहाने उसकी छूट का मज़ा भी मिल जाए. मैने फिर हीरा को च्छुपाने के लिए जगह ढूंढी, लेकिन अब रूम मे कहा च्छूपाता.
फिर मैने उस लड़की से बात की और उसको बताया, की मेरी बीवी हमे सेक्स करते देखना चाहती है. जैसे ही उसको पता चला, की मई मॅरीड हू, जो की झूठ था. तो उसने मुझे ब्लॉक कर दिया. फिर मैने कुछ और लड़कियो से बात की और उनको भी इसी चीज़ पे राज़ी करने की कोशिश की, की मेरी बीवी भी देखेगी.
ऐसा कुछ नही हुआ और सब लड़कियो ने मुझे माना कर दिया. आख़िर मई और हीरा शॉपिंग के ओरिजिनल प्लान पे निकल गये. शॉपिंग करते-करते हीरा को लाइनाये लेनी थी. वो अपने हज़्बेंड को खुश करना चाहती थी. फिर हम लोग लाइनाये शॉप्स मे गये और उसने मुझे काफ़ी ब्रा और पॅंटीस दिखाई. मुझे जो अची लगी, मैने उसको बता दी.
मई: यार ऐसे तो कुछ पता नही चलेगा.
हीरा: क्या मतलब?
मई: ऐसे चूज़ करेंगे, तो पता कैसे चलेगा, की कों सी अची लगेगी तुम पर?
हीरा: मई ट्राइयल रूम मे ट्राइ करके देखूँगी और जो पसंद आई वो ले लूँगी.
मई: तुम्हे पसंद आने से थोड़ी कुछ होगा. हमे एक मर्द की आँखों से देखना है.
हीरा: मई सब समझती हू. ज़्यादा ओवर ना हो. तुम्हे मई ई कैसे पहन कर दिखौँगी.
मई: अर्रे किसी को पता नही चलेगा.
यहा सब को हम एक कपल लगेंगे.
हीरा: तुम वादा करो, की किसी को ये नही पता चलेगा.
मई: हा हा.
मेरा शक सही निकला और हीरा भी गरम थी अंदर से. वरना वो कभी मुझे उसको लाइनाये मे देखने को अलो नही करती. फिर हम एक ट्रेल रूम मे गये. वाहा उसने मुझे मूह मोड़ने के लिए बोला, ताकि वो चेंज करे.
जैसे ही मुझे फील हुआ, की वो कपड़े उतार चुकी थी, मई मूड गया. अब मेरे सामने हीरा सिर्फ़ पॅंटीस मे खड़ी थी. अफ.. क्या नज़ारा था. मैने जल्दी से उसको दीवार से लगा दिया और हग कर लिया.
हीरा: अफ.. छोढ़ो भाई, ये क्या कर रहे हो?
मई: प्लीज़ मेरे साथ सेक्स करो. वैसे भी तुम्हारी शादी हो जाएगी कुछ हफ़्तो मे. तो मुझे कुछ तो देके जाओ.
हीरा: नही, हम ये सब नही कर सकते. मेरे हज़्बेंड को शक हो जाएगा, की मैने पहले से करवाया है.
फिर हमारी 15-20 मिनिट बहस हुई. मैने बहुत कोशिश की उसको मनाने की. फिर मैने उसके बूब्स भी दबाए और ज़बरदस्ती चूज़ भी. मैने उसकी गांद दबाई और पनटी के उपर से जब छूट पे हाथ रखा, तो वो बिल्कुल गीली थी.
हीरा भी हॉर्नी थी, लेकिन वो हज़्बेंड की वजह से कुछ करने नही दे रही थी. मैने हीरा को आख़िर मे सकिंग के लिए माना लिया. लेकिन वो रूम मे जाके सकिंग करना चाहती थी. उसके बाद उसने मुझे लाइनाये ट्राइ करके दिखाई और हमने 4-5 चूज़ करके खरीद ली.
मेरा लंड दर्द कर रहा था पंत मे. लेकिन 2-3 घंटो तक कंट्रोल करके हम रूम मे आ गये. मैने सारा समान फेंका और हीरा को बेड पे फेंक दिया. फिर मैने अपनी पंत खोली और उसके सामने अपना टाइट लंड निकाल दिया.
हीरा: ये क्या है? इतना बड़ा है तुम्हारा! ऐसा तो मैने पॉर्न मे देखा है सिर्फ़.
मई: आओ ना और चूसो. बहुत हॉर्नी हू मई.
हीरा मेरे करीब आई और घुटनो पे बैठ गयी. फिर हीरा लंड पकड़ के सहलाने लगी. अफ.. उसके नरम-नरम हाथो के टच से क्या मज़ा आ रहा था. पहले उसने मेरे टोपे को किस किया और अपने होंठो पे लगी प्रेकुं को चाट गयी.
उसको मेरा प्रेकुं काफ़ी टेस्टी लगा. फिर उसने मूह खोला और लंड चूसने लगी. अफ.. उसका गरम-गरम मूह. मेरा आधा लंड ही उसके मूह मे फिट हो रहा था. आहिस्ता-आहिस्ता उसने ज़्यादा लंड चूसना शुरू कर दिया. मुझे इतना मज़ा आ रहा था, जैसे मई प्रोफेशनल से चुस्वा रहा हू. फिर मैने उससे पूछा-
मई: पहले कितनो का चूसा है?
तो उसने इनकार कर दिया और बस इतना बोला-
हीरा: मई पॉर्न देख कर कॉपी कर रही हू.
फिर मैने हीरा को उठा लिया और कपड़े उतारने को बोला. पहले तो उसने माना किया, लेकिन मैने वैसे ही सब कुछ देख लिया था. उसकी एक ना सुनी मैने और उसके कपड़े उतार कर नंगा कर दिया. अब उसकी पनटी पूरी गीली हो गयी थी.
मैने सोचा, की उसको भी अब तोड़ा मज़ा डू. फिर हम 69 पोज़िशन मे आ गये और वो मेरा लंड चूस रही थी और मई उसकी छूट चाटने लगा. उसको तो इतना मज़ा आया, की वो ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रही थी. 5 मिनिट के अंदर वो फारिघ् हो गयी. और मई 15 मिनिट के बाद उसके मूह मे फारिघ् हो गया.
उसने काफ़ी कम थूक दिया था, लेकिन तोड़ा बहुत पी भी गयी थी. क्यूकी मेरा कम उसको काफ़ी पसंद आया था.
हीरा: अछा हुआ सिर्फ़ सकिंग के लिए राज़ी हुई, वरना मेरा हज़्बेंड मुझे रंडी समझ बैठता.
मई: बहुत दिल कर रहा है, की तुम्हे ज़बरदस्ती छोड़ डू.
हीरा: नही, हमारी सिर्फ़ सकिंग की डील हुई थी.
मई: अछा ठीक है.
मई हीरा को फोर्स नही कर सकता था. और मुझे दर्र भी था, की शायद उसके हज़्बेंड को शक ना हो जाए. खैर मैने उससे फिरसे रात को सकिंग करवाई और अगले 2 दिन हमने एक-दूसरे को चूस कर खुश किया.
फिर हम वापस आ गये. उसके बाद हम शादी की तैयारी मे बिज़ी हो गये. शादी से कुछ दिन पहले एक मौका मिला था, जब मैने उससे लंड चुस्वाया था. उसके बाद मुझे भी कोई उमीद नही थी, की हीरा की छूट देखने को भी मिलेगी.
अब उसकी शादी हो गयी थी. फिर शादी के 3 महीने बाद मुझे एक दिन हीरा की कॉल आई. मई ऑफीस के रास्ते मे था. हीरा ने मुझे घर आने को बोला. फिर जब मई उसके घर पहुँचा, तो पता चला की वो घर पे अकेली थी.
उसका हज़्बेंड मुल्क से बाहर था और सास-ससुर भी कुछ दिन के लिए गाओं गये थे. उसने अपनी मैड को भी छुट्टी डेडी थी. फिर हीरा मुझे अपने रूम मे ले गयी और रूम मे घुसते ही हीरा ने मुझे हग कर लिया. हीरा ने अपने होंठ मेरे होंठो से मिला दिए और किस्सिंग शुरू कर दी. वो पंत के उपर-उपर से मेरा लंड दबा रही थी.
हीरा: तुम मुझे छोड़ना चाहते थे ना? आज तुम्हारी ख्वाहिश पूरी करती हू भाई.
मई: तुम तो सिर्फ़ अपने हज़्बेंड से छुड़वाना चाहती थी.
हीरा: उसका लंड इतना छ्होटा निकला, की मुझे तो दर्र था, की वो मेरी छूट भी ना खोल पाए.
मई: और मेरा लंड?
हीरा: तुम्हारे लंड की तो मई तब से दीवानी हू, जब से तुम्हे कुछ सालो पहले शवर मे मूठ मारते देखा था.
ये सुन कर मेरे अंदर जोश आ गया. मैने हीरा के बूब्स पकड़े और ज़ोर से दबाए. वो मोन कर रही और मज़े ले रही थी. मैने उसकी शर्ट फादी और बूब्स को आज़ाद कर दिया. फिर दीवार से लगा कर मई उसके बूब्स चूसने लगा और चूस-चूस के लाल कर दिए.
उसके बाद मैने उसको बेड पे फेंका और उसकी ट्राउज़र उतार दी. अफ.. उसका जिस्म लाख बार भी देखो तो दिल ना भरे. मैने टाइम वेस्ट किए बगैर उसकी टांगे उठा दी और अपने लंड उसकी छूट पे सेट किया. फिर मैने एक ज़ोरदार झटका दिया और आधा लंड उसकी छूट मे घुसा दिया. इससे वो चिल्ला पड़ी.
हीरा: ओउच..! बहनचोड़, हरामी आराम से कर. दर्द हो रहा है मुझे. कही भाग नही रही मई.
मैने उसकी एक ना सुनी और एक और झटका दिया, जिससे मेरा पूरा लंड उसके अंदर घुस गया. अब उसकी आँखों से आँसू निकल आए थे. आख़िर असल मर्द का लंड जो लिया था. मैने फिर उसको छोड़ना शुरू कर दिया. 15 मिनिट बाद उसका दर्द ख़तम हो गया और वो भी मोन कर रही थी.
मई उसके बूब्स चूस रहा था और गांद पर भी थप्पड़ मार रहा था. फिर मैने उसको डॉगी-स्टाइल पोज़िशन मे सेट कर दिया और अब स्पीड से उसकी चुदाई की. उसकी मोनिंग की आवाज़ पुर घर मे गूँज रही थी.
हीरा: और तेज़ आ.. फक मे फास्टर भाई, भाई अफ.. मज़ा आ रहा है.
मई: ले मेरा पूरा लोड्ा रंडी.
हीरा: हा मई सिर्फ़ तेरी रंडी हू, छोड़ो मुझे.
मैने हीरा की पलंग तोड़ चुदाई की और वो भी तकरीबन 30-40 मिनिट. फिर मैने लंड निकाल कर उसके मूह मे दे दिया. वो लॉलिपोप की तरह मेरा लंड चूस रही थी. चुदाई के दौरान वो 3 बार फारिघ् हो चुकी थी.
फिर थोड़ी देर सकिंग के बाद, मई उसके मूह मे ही फारिघ् हो गया और वो मेरा माल पी गयी. फिर हमने तोड़ा ब्रेक लेके दोबारा से चुदाई की. मई 3 दिन तक उसके घर रुका और उसकी खूब चुदाई की. फिर उसके सास-ससुर आने के बाद, मई घर वापस आ गया.
अब 2 साल तक मई और हीरा चुपके-चुपके मिलते थे. हम कभी होटेल मे मिलते थे और कभी वो हमारे घर रुकने आती थी और कभी मुझे अपने घर बुलाती थी. 2 साल बाद उसने डाइवोर्स ले लिया और वापस हमारे घर शिफ्ट हो गयी.
तब से लेकर अभी तक, मई डेली उसके रूम मे जाके उसको छोड़ देता हू. उसकी गांद भी खोल दी थी मैने.
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