ही फ्रेंड्स, मैं साहिल आप सब के सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. अगर आपने पिछला पार्ट पढ़ा होगा तो अब तक आप मुझे जानते होंगे, और मेरे साथ मेरी बेहन सपना को भी जानते होंगे.
लेकिन अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले जाके वो पार्ट पढ़ ले. मैं गॅरेंटी देता हू की मेरी कहानी पढ़ कर आपको मज़ा ज़रूर आएगा.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मेरी बेहन अपने रूम में किसी लड़के से चुड रही थी. जब मैने उसकी चुदाई देखी तो मुझे पता चला की वो लड़का उसको संतुष्ट नही कर पाया था. फिर मैने अपनी बेहन को छोड़ कर संतुष्ट किया था. अब आयेज बढ़ते है.
उस दिन की चुदाई के बाद मैं और मेरी बेहन एक-दूसरे के कायल हो चुके थे. अब उसको मेरे लंड की प्यास थी, और मुझे उसकी छूट की. अब हम जब मौका मिलता था एक-दूसरे को चूम चाट लेते थे. पेरेंट्स के आस-पास होते हुए भी हम एक-दूसरे से रोमॅन्स करने लगे थे.
इस तरह के प्यार में बहुत मज़ा आ रहा था. जिस दिन मेरी बेहन जीन्स या लेगैंग्स पहनती थी, उस दिन मेरा खड़ा रहता था. रात में हम सब के सोने के बाद चुदाई करते थे. अब हमने अपने ब्फ-गफ़ को बुलाना बंद कर दिया था, क्यूंकी हमारा एक-दूसरे के लिए सेक्स का जुनून बढ़ता जेया रहा था.
एक दिन जब मम्मी-पापा घर पर नही थे, तो हमने पॉर्न देख कर चुदाई करने का डिसाइड किया. जो वीडियो मैने चलाई, वो ग्रूप सेक्स वीडियो थी. उसमे एक लड़की को 2 जाने छोड़ रहे थे. जब सपना ने वो वीडियो देखी, तो वो बहुत वाइल्ड हो गयी. उस रात सपने ने चुदाई के दौरान मेरी पूरी पीठ नोच दी. चुदाई के बाद मैने उससे पूछा-
मैं: क्या बात है बहना, आज तो बहुत वाइल्ड हो गयी थी.
सपना: आक्च्युयली मुझे वो वीडियो बहुत अची लग रही थी. उसको देख कर मैं ज़्यादा गरम हो गयी थी.
मैं: ग्रूप सेक्स में इंटेरेस्ट है क्या तुम्हे?
सपना: पता नही, ये तो करके ही पता चलेगा.
मैं: अगर तुम कहो तो मैं अरेंज कर सकता हू. मेरे बहुत सारे दोस्त है जो तुम्हे छोड़ना चाहते है.
सपना: अपनी बेहन को किसी और से चुड़वावगे?
मैं: अगर इससे मेरी बेहन को खुशी मिले तो ज़रूर चड़वौनगा.
सपना: ठीक है फिर, ट्राइ करते है.
मैं उसकी हा सुन कर खुश हो गया. मेरा कॉलेज में एक फ्रेंड है जिसका नाम अमित है. अमित और मैं बहुत आचे फ्रेंड्स है. एक बार मैं जब उसके घर गया था, तो वाहा मैने उसकी बेहन को देखा. उसकी बेहन इतनी सेक्सी थी, की मैं उसको देखते ही दीवाना हो गया.
मैने सोचा की अमित को अपनी बेहन को छोड़ने का मौका देता हू, और लगे हाथ उसकी बेहन को छोड़ने की बात भी कर लूँगा. यही सोच कर मैने अमित से बात की. उसने मुझसे वादा किया की मेरी बेहन को छोड़ने के बाद वो अपनी बेहन की चुदाई मुझसे करवाएगा. तो ये डील बराबर की थी.
फिर मैने अपनी बेहन को इनफॉर्म किया, और हम तीनो ने ये ग्रूप सेक्स किसी होटेल में जाके करने का डिसाइड किया. हम तीनो ने कॉलेज बंक किया, और ओयो में एक रूम बुक किया. सपना ने ब्लॅक जीन्स और वाइट शर्ट पहनी हुई थी.
टाइट जीन्स में उसकी गांद मस्त लग रही थी, और शर्ट में से तो उसके रसीले बूब्स बाहर आ रहे थे. अमित तो सपना को घूरे ही जेया रहा था. मुझे अमित का खड़ा हुआ लंड उसकी जीन्स में सॉफ नज़र आ रहा था. सपना भी जान-बूझ कर किसी ना किसी तरह उसको अपनी बॉडी दिखा कर उत्तेजित कर रही थी.
फिर हम तीनो रूम में गये. रूम में जाते ही मैने सपना को अपनी बाहों में भर लिया, और स्मूच करने लगा. सपना भी मेरा पूरा साथ देने लगी. मैं अपने हाथ उसकी गांद पर ले गया, और उसके छूतदो को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. अमित पास खड़ा ये सब देख रहा था.
फिर मैने सपना की बेल्ट खोली, और ज़िप खोल कर उसकी जीन्स खोल दी. मैने उसकी जीन्स को नीचे कर दिया जिससे उसकी पनटी में क़ास्सी हुई गांद नज़र आने लगी. मैं फिरसे अपनी बेहन को किस करने लगा. अमित अभी भी खड़ा था. फिर मैने अमित को कहा-
मैं: अर्रे भाई देख क्या रहा है. इतनी सेक्सी गांद तेरे सामने है, और तू सोच रहा है. सोच मत, बस चढ़ जेया.
ये सुनते ही अमित आयेज बढ़ा, और घुटनो के बाल बैठ गया. फिर उसने अपना मूह पनटी के उपर से ही सपना की गांद में डाल लिया. इससे सपना और उत्तेजित होने लग गयी, और उसकी किस और वाइल्ड होने लगी. फिर मैने सपना की शर्ट के बटन खोले, और आयेज से शर्ट पूरी खोल दी.
खुली शर्ट में ब्लॅक ब्रा में काससे उसके बूब्स, और उसकी गोरी कमर का नज़ारा ज़बरदस्त था. पीछे से अमित ने उसकी जीन्स पूरी उतार दी थी. फिर उसने सपना की पनटी नीचे की, और उसकी गांद का चियर अब अमित के सामने था.
सपना की कोमल गांद के चियर में अमित ने अपना मूह दे दिया, और चियर में उपर से लेके नीचे तक अपनी जीभ फेरने लगा. इससे सपना उम्म उम्म करने लगी, और उत्तेजित होने लगी. इधर मैने सपना की शर्ट और ब्रा निकाल दी, और अब उसके रस्स से भरे बड़े-बड़े बूब्स मेरी आँखों के सामने थे.
मैने ज़रा भी देर नही की, और सपना के दोनो बूब्स को अपने हाथो में ले लिया. मोटे-मोटे बूब्स हाथ में आने को भी तैयार नही थे. फिर मैने एक-एक करके सपना के खड़े हुए निपल्स को चूसना शुरू कर दिया. सपना मेरे सर को अपने बूब्स में दबा कर मुझे अपनी तरफ खींचने लगी.
पीछे से अमित मेरी बेहन के चूतड़ खोल-खोल कर उसकी गांद के च्छेद को चाट रहा था. फिर मैं भी घुटनो के बाल बैठ गया, और अब सपना की हल्के बालों वाली छूट मेरे सामने थी.
पहले तो मैने उसकी छूट को हाथ से तोड़ा सहलाया. उसकी छूट पूरी गीली हो चुकी थी. फिर मैने उसकी छूट में अपना मूह दे दिया, और उसको चाटने लगा. मेरे छूट चाटने से और अमित के गांद चाटने से सपना की टांगे काँप रही थी. तभी सपना की छूट से एक माल की पिचकारी निकली, और वो आहह आह करते हुए झाड़ गयी.
उसके झड़ने के बाद मैं खड़ा हुआ, और अपने सारे कपड़े उतार दिए. अब मेरा सकत लंड सपना की आँखों के सामने था. मैं पीछे होके बेड पर बैठ गया, और सपना को अपना लंड चूसने को कहा. सपना खड़े-खड़े ही झुक कर मेरा लंड चूसने लग गयी. इससे अमित को उसकी गांद का क्लियर व्यू मिल रहा था.
फिर अमित ने अपने सारे कपड़े उतार दिए, और अपने लंड को हाथ में लेके मसालने लगा. मैने उसको सपना की गांद में लंड डालने का इशारा किया. सपना की गांद अभी तक वर्जिन थी. अमित ने फिर अपने लंड पर मूह से थूक निकाल कर लगाई, और फिर अपने लंड को उसकी गांद के च्छेद पर सेट करने लगा.
सपना वाहा से हॅट ना जाए इसके लिए मैने उसके बाल पकड़ लिए. अब सपने मेरा लंड चूस रही थी, और अमित का लंड उसकी गांद में जाने के लिए तैयार था. फिर अमित ने ज़ोर का धक्का लगाया. सपना दर्द से काँप गयी, और अमित के लंड का टोपा उसकी गांद के च्छेद में चला गया.
सपना मेरी जांघों पर अपने हाथ पीटने लगी, लेकिन मैने उसको हिलने नही दिया. अमित पूरा ज़ोर लगा कर लंड अंदर-बाहर करने लगा. उसने सपना के दर्द की परवाह किए बिना पूरा लंड उसकी गांद में घुसा दिया. कुछ देर में सपना शांत हुई, और फिर अमित आराम-आराम से उसकी गांद में लंड अंदर बाहर करने लगा.
मैं सपना को अभी भी अपना लंड चुस्वा रहा था. जब उसकी गांद पूरी तरह से खुल गयी, तो मैं बेड पर लेट गया, और सपना को अपने उपर आने को कहा. सपना मेरे उपर आई, और मेरे लंड को अपनी छूट में लेके उपर बैठ गयी.
मैने उसको अपनी बाहों में भर लिया, और अमित ने फिरसे अपना लंड उसकी गांद में डाल दिया. अब मेरी बेहन की छूट और गांद दोनो में लंड था. अमित पीछे से लंड अंदर-बाहर कर रहा था, और मैं आयेज से. मेरी बेहन के चेहरे पर मुझे दर्द भरा सुकून नज़र आ रहा था. मैं बीच-बीच में उसके होंठ और बूब्स भी चूस्टा.
आधे घंटे की मज़ेदार चुदाई के बाद मैने और अमित ने उसकी छूट और गांद को अपने पानी से भर दिया. फिर हम तीनो शांत होके वही लेट गये.
दोस्तों आज की कहानी यही ख़तम करता हू. अगर आपको कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.