हेलो दोस्तों, मेरा नामे वियर है, और मैं आमेडबॅड गुजरात से हू. आप लोगों को कहानी कैसी लगी मुझे वीरीदक02@गमाल.कॉम पर ज़रूर बताना. अब आते है कहानी पे.
पिछली कहानी में आपने पढ़ा था, की कैसे पूजा ने नेहा की सील पॅक्ड छूट मुझसे चुडवाई. अब इस कहानी में पूजा ने कैसे मेरे साथ क्या किया वो पढ़िए.
पूजा की कॉल आई मुझे, और वो रोने लगी. उसने मुझे मिलने के लिए बुलाया. फिर मैं पूजा की बताई हुई जगह पर पहुँच गया. वो जगह पूरी सुनसान थी. वो एक कन्स्ट्रक्षन साइट थी, जो लगता था काफ़ी टाइम से बंद थी. 10 मिनिट्स बाद एक ब्लॅक कार वाहा आके रुकी. कार का तोड़ा शीशा नीचे करके किसी ने हाथ बाहर निकाला.
उसका चेहरा नही दिख रहा था. फिर उसने मुझे कार में बैठने का इशारा किया. मैं जाके कार का गाते ओपन करके कार में बैठ गया. अंदर बैठ के देखा, तो एक लड़की अंदर बैठी थी. उसने शॉर्ट्स पहनी थी जिसमे उसकी गोरी-गोरी जांघे दिख रही थी.
उसके पर उसने हाफ स्लीव त-शर्ट पहनी थी एक-दूं टाइट, जिसके अंदर उसके 36″ के बूब्स उछाल के बाहर आने को तड़प रहे थे. हाफ त-शर्ट होने की वजह उसकी कमर सॉफ दिख रही थी. स्लिम और लचीली थी कमर उसकी. और वो लड़की और कोई नही पूजा थी.
पूजा ने मेरे सामने देखा. मैं कुछ बोलता उसके पहले वो रोने लग गयी. उसको रोता देख मैं सहम गया, की एक-दूं से क्या हो गया उसको.
फिर मैने उसको पूछा, बुत वो कुछ बता नही रही थी. मैने उसके हाथ पे देखा तो खून निकल रहा था. फिर मैने जल्दी से कार में रखे फर्स्ट-ाईड बॉक्स से दवाई निकली, और उसको मलम-पट्टी की.
फिर मैने उसके आँसू पोंछे, और पूछा क्या हुआ. उसने बताया उसके ब्फ ने उसको धोखा दिया, जिसपे बहुत ट्रस्ट था उसको. उसका उसके ब्फ के साथ झगड़ा हो गया. पूजा बताते-बताते फिरसे रोने लगी. उसने मेरे कंधे पर अपना सर रख लिया.
मैं उसको चुप करने की कोशिश कर रहा था. उसने बताया की उसने गुस्से में आके खुद को चोट पहुँचाई थी, और वो अपने ब्फ के बिना नही रह सकती. वो रोए जेया रही थी, और मैं उसको चुप करने लगा.
मैने उसको चुप करवाया, और उसको पानी दिया. उसने अपना मूह सॉफ किया, और हम दोनो कार की पीछे वाली सीट पे बैठ गये. फिर उसने सब स्टोरी बताई, की कैसे उसके ब्फ ने उसके साथ उसकी 2 फ्रेंड्स को फ़ससा रखा था, और उसको अंधेरे में रखा. और वो दोबारा रोने लगी.
मैं पूजा को फिरसे एक बार चुप करने लगा. वो मुझसे सतत के बैठी थी. मैं उसके आँसू पोंछ रहा था, और उसकी गरम साँसे महसूस कर रहा था. मैं बस उसके आँसू पोंछे जेया रहा था, और वो मेरे सीने से चिपक कर रो रही थी.
10 मिनिट की कोशिश करने के बाद वो फाइनली चुप हो गयी. सच बोलू, तो लड़की चुप करना बहुत मुस्किल है यार. पूजा और मैं अब बात करने लगे थे. मैं उसको संभालने की कोशिश कर रहा था. फिर उसने मुझे जो कहा, वो सुन के मैं डांग रह गया.
पूजा: वीरू मुझे पता है, की तू मुझे पसंद करता है. बस आज से में तेरी. मैं भी तुझे पसंद करती थी, बुत उस भोंसड़ी के के प्यार की वजह से मैं कुछ कह नही पाती थी. नेहा के साथ तुझे देख के मुझे जलन होती थी. अब तुझे जो करना है कर, बस उस मादरचोड़ रंडवे का ख़याल मेरे दिमाग़ में ना आए ऐसा कुछ कर.
मैं पूजा की ये बात सुन कर समझ गया था, की वो क्या कहना चाहती थी. हम दोनो एक-दूसरे को सामने देखने लगे. फिर अचानक से हम दोनो एक दूजे पे टूट पड़े.
वो सारी फ्रस्ट्रेशन मुझपे निकाल रही थी. साली रंडी ने मेरा त-शर्ट निकाल दी, और पागलों की तरह चूमने लगी. वो मेरी पीठ पे नाख़ून मारने लगी. मैं भी उसके होंठो का रस्स पी रहा था, और उसको लोवे बाइट्स दे रहा था.
मैने उसकी त-शर्ट को निकाल दिया, और उसकी ब्रा के उपर से उसके बूब्स दबाने लग गया. वो दर्द सहन नही कर पा रही थी, और चिल्ला रही थी. बुत वाहा हमारी आवाज़ सुनने वाला कोई नही था.
मैं उसको कब से छोड़ना चाहता था, और मैं आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था. उसकी ब्रा निकाल के मैं उसके निपल को उंगली से खींचने लगा, जिससे वो मदहोश हो गयी थी. वो चिल्ला रही थी-
पूजा: भोंसड़ी के धीरे से कर. मैं रंडी नही हू मादरचोड़.
मैने कहा: अपनी मा छुड़ाने उस भद्वे से चुड़वति थी. रंडी नही है तो आज तो तेरी मा छोड़ दूँगा साली कुट्टी रंडी.
पूजा: मेरी मा को तो मेरा बाप रोज़ छोड़ता है सेयेल. तू भी छोड़ लेना. पहले तू मुझे तो छोड़ ले मादरचोड़.
मे: हा रंडी.
फिर मैं उसके बूब्स मूह में लेके ज़ोर-ज़ोर से काट रहा था. पूजा पागल हो गयी थी. वो मुझे नाख़ून मारने लगी थी, और एक-दूं वाइल्ड माहौल बन गया था.
फिर पूजा ने मेरा लंड बाहर निकाला, और उसको हाथ में लेके हिलाने लगी.
पूजा: आज तू मेरी छूट फाड़ दे बेटा.
ऐसा बोल के वो मेरा लोड्ा चूसने लगी. उसके हॉट लंड को टच करते ही लंड उछालने लगा. अब पूजा पूरा लंड मूह में लेके चूसने लगी.
पूजा माहिर खिलाड़ी थी. वो बहुत ही सफाई से लंड चूस रही थी, उसके जैसी सफाई से ना किसी ने मेरा लंड चूसा था, और ना कोई चूसने वाला मिलेगा हहा हहा.
15 मिनिट की लंड चूस के बाद मैने उसकी शॉर्ट्स निकाल दी. उसकी पनटी गीली हो गयी थी. मैने अपने दाँत से पकड़ के उसकी पनटी निकली. उसकी छूट गीली हो चुकी थी. उसकी गीली छूट की खुश्बू मुझे मदहोश कर रही थी. छूट उसकी क्लीन थी, और छूट के उपर थोड़ी झाँते थी.
उसने उसपे व शेप पे कट मारा था. अब मैं उसकी छूट पे जीभ रख के घूमने लगा. उसने मेरे सर पे हाथ रख के छूट पे दबा दिया. मेरा मूह पूरा उसने छूट में घुसा दिया. मैने भी उसकी छूट को एक लोवे बीते दे दिया, जिससे वो चिल्ला दी.
फिर उसने मेरे लंड को हाथ में लेके दबा दिया, जिससे मेरी भी चीख निकल गयी. लड़की बहुत वाइल्ड थी यार. मैं वर्ड्स में एक्सप्लेन नही कर पा रहा उस मोमेंट को. छूट का रस्स पीने के बाद मैने उसकी एक टाँग उपर की.
फिर उसकी एक टाँग को कार के डोर पे सेट किया, और दूसरी टाँग को मेरे कंधे पे रखा. उसके बाद मैने लंड को छूट पे रखा, और एक ही धक्के में लंड छूट में चला गया. उसकी छूट बहुत बार चूड़ी के कारण लचीली हो गयी थी, जो लंड आराम से ले लेती थी.
मैं अब धीरे-धीरे झटके बढ़ने लगा था. वो भी उछाल-उछाल के आयेज-पीछे हो रही थी.
पूजा: फक मे ब्रो ह आ.
छोड़ तेरी रंडी बेहन को, भोंसड़ी का भोंसड़ा बना दे मेरे भाई, ह ह. आज से मैं तेरी रंडी हू बहनचोड़, आह ष्ह.
मैं पूजा की गांद पे थप्पड़ मार रहा था. उसके मूह से गाली सुन के मैं जोश में आ रहा था, और उसको और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था. 20 मिनिट की चुदाई के बाद मेरा वीर्या निकालने वाला था.
मैं रुक गया, और उसपे लेट गया. फिर मैं उससे प्यार करने लगा. मैं उसके गुलाबी होंठो का रस्स पीने लगा. अब 5 मिनिट बाद मैं फिरसे उसको छोड़ने लगा. फिर मैने अपना गरम-गरम वीर्या उसकी छूट में छ्चोढ़ दिया.
हम दोनो साथ में झाड़ गये, और फिर दोनो एक-दूसरे को चिपक के लेट गये. 10 मिनिट बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला जिसको पूजा ने चूस-चूस के सॉफ कर दिया. फिर हम दोनो ने कपड़े पहने, और पूजा के घर चले गये.
उस दिन हम दोनो ने 3 बार चुदाई की. अब पूजा मेरी रंडी बन गयी थी. सील पॅक्ड छूट से अची चूड़ी हुई छूट को छोड़ने में बहुत मज़ा आता है. अब मेरी एक ही फॅंटेसी है, किसी भाभी और चुड़क्कड़ आंटी से सेक्स का एक्षपरिएनसे लेना. अगर ये हुआ तो मैं उसकी भी कहानी लिखूंगा. देखते है ये विश कब पूरी होती है.
दोस्तो आप लोगों को ये कहानी कैसी लगी मुझे पर मैल करके ज़रूर बताना.