तो दोस्तों अपने पिछले पार्ट में जैसे पढ़ा की आयुषी का एग्ज़ॅम पास के शहर में पड़ा था, और मुझे उसको लेके जाना था. आयुषी एग्ज़ॅम के लिए जाने से पहले ही राज और उसके दोस्तों से बेहिसाब चुड गयी थी, और उनसे मूह छूट और गांद पे लगे माल को सॉफ भी नही किया था. तो कहानी पे आता हू दोस्तों.
मैं आयुषी को लेके 11 बजे निकला, और आयुषी का एग्ज़ॅम 2 बजे था. हम दोनो आराम से हाइवे से जेया रहे थे, तो पता चला रास्ते में एक ट्रक का आक्सिडेंट हुआ था, और रास्ता ब्लॉक था. उसको खुलने में 2 से 3 घंटे लगने थे.
मैं और आयुषी परेशन हो गये, की इतना टाइम तो नही था. और इससे एग्ज़ॅम छूट जाएगा, अगर टाइम पे ना पहुचे तो.
एक अंकल बगल में थे. उन्होने बोला: पास के गाओं से एक रास्ता जाता है. तुम उससे जेया सकते हो अगले शहर में.
हमे लगा ये सही रहेगा. रास्ता तोड़ा खराब होगा, मगर हम टाइम पे पहुँच जाएँगे. दोस्तों मेरा ये तुर्न मेरी और आयुषी की ज़िंदगी का सबसे ख़तरनाक तुर्न होने वाला था.
तो मैने स्कूटी घुमाई, और गाओं की तरफ से चलने लगे. रास्ता पूरा सुनसान था, और हम चल ही रहे थे. तो रास्ते में गाओं पड़ा और सड़क के किनारे बहुत खेत थे. तब आयुषी ने मुझे बोला, की उसको टाय्लेट जाना था.
पहले तो मैने बोला उसको कंट्रोल करने को. क्यूंकी आस-पास कही कोई जगह नही थी. लेकिन आयुषी ने कहा की उसको बहुत तेज़ आई थी, वो कंट्रोल नही कर सकती थी.
तो मैने सोचा की आस-पास खेत ही है झाड़ियों में कर लेगी. फिर मैं स्कूटी रोकी और बोला की खेतो में कर लो. आयुषी भी सिचुयेशन समझते हुए मान गयी. लेकिन आयुषी को पता नही क्या सनक चढ़ि, की उसने अपनी जीन्स उतार के स्कूटी पे रख दी, और बोली-
आयुषी: भैया मैं जीन्स पहें के नही जौंगी.
क्यूंकी उसकी जीन्स काफ़ी टाइट थी, और वो बैठ नही पाएगी झाड़ियों में. मैने भी आयुषी को नंगा देखा ही था, और सुनसान सड़क थी. तो मैने भी बोल दिया की ठीक है. आयुषी ने अंदर कोई पनटी नही पहनी थी. पता लग रहा था की वो रंडी बन चुकी थी.
आयुषी ने वाइट कलर का टॉप पहना था, जो की ट्रॅन्स्परेंट ही था. उसमे से उसकी वाइट कलर की ब्रा की शेप एक-दूं सॉफ समझ आ रही थी. वो झाड़ियों में गयी, और मैं वही वेट करने लगा.
5 मिनिट हो गये थे. मुझे लगा कहा चली गयी आयुषी, तो मैं उसके पीछे गया. मैने देखा कुछ 9-10 लड़के उसकी वीडियो निकाल रहे थे उस वक़्त खेत के पीछे से, और वो उल्टी तरफ बैठ के टाय्लेट कर रही थी.
उन लड़कों ने मुझे नही देखा था. आयुषी भी उठी और सीधा मेरी तरफ आई. उसको पता नही था की उसकी वीडियो बन रही थी, और वो नंगी ही स्कूटी की तरफ आई और जीन्स पहनने लगी.
वो लड़के जो वीडियो बना रहे थे, मुझे वो हमारी तरफ आते दिखे. मैने जल्दी से स्कूटी स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन स्कूटी स्टार्ट ही नही हुई, और वो लड़के आयुषी का पीछा करते हमारे पास आ पहुँचे.
उनका लीडर: यहा क्या कर रहे हो?
मैं: हम यहा से पास वाले गाओं जेया रहे थे. मेरी बेहन को टाय्लेट आई थी, बस वही करने रुके थे. अब हम जेया रहे है.
लीडर: किसके खेत में मूटा है इस लड़की ने पता है तुमको?
मैं तोड़ा दर्र गया क्यूंकी वो 9-10 लोग थे.
तो मैं बोला: सॉरी भाई, ग़लती हो गयी. थोड़ी एमर्जेन्सी थी, इसलिए किया. दोबारा नही करेंगे.
लीडर: चल कोई बात नही. निकाल 5000 रुपय और जेया माफ़ किया.
मैं: भाई क्या बोल रहे हो यार? सॉरी बोल तो रहे है ना. ग़लती हो गयी, आयेज से नही करेंगे.
आयुषी: भैया इनके मूह मत लागो. ये लफंगे है. आयेज चलो.
मैने स्कूटी फिरसे स्टार्ट करी तो लीडर ने स्कूटी से चाबी निकाल ली, और बोला-
लीडर: ओह छिनाल, साली दूसरों के खेत में मूट के इतना मूह चला रही है. रुक मदारचोड़.
उसने आयुषी की वीडियो दिखाई, और बोला: देख रंडी, प्रूफ है हमारे पास. निकाल चुप-छाप पैसे, वरना पुर गाओं के लोगों को बूलौँगा, और तेरी वीडियो दिखौँगा.
आयुषी की गांद ही फटत गयी उसके नंगे-नंगे चूतड़ वीडियो में देख के.
आयुषी: प्लीज़ आप लोग ये वीडियो डेलीट कर दो. मेरा एग्ज़ॅम है. हम आपको बाद में पैसे दे देंगे. अभी हमे जाने दो प्लीज़. हमारे पास अभी पैसे नही है
लीडर: देख मदारचोड़ कैसे लाइन पे आ गयी.
और उसके साथ सब लोग हासणे लगे.
लीडर: चल कोई नही. एक शर्त पे जाने देंगे. तू एक बार हम सब को पूरा नंगा होके दिखा दे. तेरे सामने वीडियो डेलीट करेंगे, और कोई तुझे टच नही नही करेगा. बस एक बार नंगी होके दिखा दे.
मुझे ये बात सुन के गुस्सा आ गया, और मैने उसको गाली देके माना कर दिया.
लीडर: तुझे ये गाली बहुत भारी पड़ेगी छीनाल के. अब तो तेरी बेहन की लेंगे भी, और वीडियो भी विराल करेंगे.
फिर वो लोग मुझे और आयुषी को वही खेत के पास एक झोपड़ी में ले गये. आयुषी ने उनको रिक्वेस्ट की, की वो ऐसा ना करे. लेकिन वो कहा मानने वाले थे.
लीडर: चल तेरी बेहन को बोल नंगी होने को. वरना वीडियो गयी ऑनलाइन.
आयुषी: प्लीज़ ऐसा कुछ ना करो. नैन कपड़े उतार रही हू.
और आयुषी पूरी नंगी हो गयी. उसकी सब ने वीडियो बनाई, और हासणे लगे.
लीडर: चल इसको छोड़ेंगे अब.
मैं: भाई प्लीज़ इसका एग्ज़ॅम है. बहुत ज़रूरी है. तुमने बोला ना नंगा देख के जाने दोगे. अब हमे जाने दो. प्लीज़ उसका एग्ज़ॅम बहुत ज़रूरी है.
लीडर: कहा है रंडी का एग्ज़ॅम?
मैने उसको पता बताया, और अड्मिट कार्ड भी दिखाया.
लीडर: चल ठीक है. तू यही रुकेगा, और गोलू (उसका चेला) एग्ज़ॅम दिला के उसको यही वापस लाएगा.
मुझे लगा आयुषी का एग्ज़ॅम ज़रूरी है. बाकी चुड्ती तो वो वैसे भी रहती है. एग्ज़ॅम देके आ जाए बस. आयुषी भी मान गयी, और वो कपड़े पहनने लगी. तब लीडर ने उसको दो तमाचे मारे, और बोला-
लीडर: एग्ज़ॅम देने जाने के लिए बोला है. कपड़े पहनने के लिए नही.
उसने उसकी जीन्स चीनी, और टॉप छीना, और ब्रा को फाड़ के फेंक दिया. फिर उसने कैंची से उसकी जीन्स और टॉप काट के छ्होटे-छ्होटे होल्स बनाए. और फिर पहनने को बोला.
आयुषी ने जब पहना, तो वो जीन्स गांद के उपर से जाँघ के उपर से फाटती हुई नज़र आ रही थी, और अंदर पनटी नही थी, तो गांद भी दिख रही थी जहा-जहा फटी थी.
उसका टॉप तो काट-काट के क्रॉप टॉप हो गया था. निपल्स के नीचे का पार्ट भी दिख रहा था. आयुषी को बहुत शरम आई, लेकिन और कोई रास्ता भी नही था. गोलू उसको वैसे ही एग्ज़ॅम दिलाने ले गया. मुझपे वो सब हस्स रहे थे, और बोल रहे थे की “आज इस रंडी की भरपूर चुदाई करेंगे. पुर गाओं में इसको नंगा घुमाएँगे”.
मैं 4 घंटे तक वैसे ही बैठा हुआ था. फिर मैने स्कूटी की आवाज़ सुनी, और मुझे लगा की आयुषी आ गयी. मगर देखा तो सिर्फ़ गोलू था, और उनसे आयुषी की जीन्स मेरे मूह पे मारी. मुझे समझ नही आया की आयुषी कहा थी-
गोलू: बॉस जैसा आपने बोला था उसको गाओं के चुराहे पे ऐसे ही नंगा छ्चोढ़ के आ गया हू. पैदल आ रही है वो.
मैं बाहर निकला तो देखा आयुषी वही फटते हुए टॉप और शूस में नंगी दौड़ के चली आ रही थी.
वो सीधा आके मुझे बोली: भैया ये कर रहे है. बोलो ना इनको हमे जाने दे.
मैं लीडर से: भाई हमे जाने दो यार हमारे घर में. मम्मी पापा वेट कर रहे होंगे, प्लीज़.
लीडर: आज रात तो तुम्हारी बेहन यही रुकेगी. अपने मम्मी पापा से बोल दे, और इसकी चुदाई पुर गाओं के लड़के करेंगे.
आयुषी: मैं कोई रांड़ नही हू, जो मेरे साथ ऐसा कर रहे हो. हमे जाने दो. हमारे मम्मी पापा गूव्ट ऑफीसर है. वो तुम लोगों को छ्चोधेंगे नही.
लीडर ये बात सुनते सनक गया, और आयुषी को बोला: बेहन की लोदी को बताओ हमारे गाओं में बाहर के लोगों की क्या औकात है.
आयेज की कहानी अगले पार्ट में. बाकी ये कहानी कैसी लगी इसका कॉमेंट या एमाइल पे जवाब ज़रूर दे. मेरी एमाइल है, और प्लीज़ मुझसे डिस्कशन करे दोस्तों. आपके मेसेजस ही मुझे आयेज लिखने में मदद करते है. धन्यवाद दोस्तों.