ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अजय है, और मैं आप सब रीडर्स के सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले जाके वो पढ़े. उसके बाद आपको इस पार्ट का ज़्यादा आनंद आएगा.
पिछले पार्ट में मैने आप सब को बताया, की मेरी फॅमिली जाईपुर जेया रही थी. और रास्ते में छ्होटी बेहन पायल, मेरे जीजू किशोरे पर कुछ ज़्यादा ही गिर रही थी. फिर होटेल में रात में जब मेरी बेहन कमरे में नही थी, तो मैं उसको ढूँढने निकला. फिर मैने जंगल में जीजू और मेरी बेहन की चुदाई देखी. अब आयेज की कहानी-
जीजू ने मेरी बेहन को अपनी बाहों में उठाया हुआ था, और उसकी छूट में अपना पानी निकाल चुके थे. लेकिन उन दोनो की आग अभी भी बुझती नज़र नही आ रही थी.
ये सब देख कर मेरे लंड ने भी पानी निकाल दिया था. अपनी बेहन का ये रूप देख कर मुझे बुरा तो लग रहा था. लेकिन साथ ही साथ मेरा उसको छोड़ने का भी दिल कर रहा था. मुझे सबसे ज़्यादा अफ़सोस इस बात का हो रहा था, की मैं मोबाइल फोन साथ नही लेके आया था.
अगर मैं मोबाइल लेके आया होता, तो वही उन दोनो की वीडियो बना लेता, और उसी वीडियो को दिखा कर मैं अपनी बेहन को छोड़ सकता था, और जीजू को ब्लॅक मैल कर सकता था. लेकिन वीडियो के बिना ये मुमकिन नही था. आँखों देखी बात पर पता नही सब विश्वास करेंगे या नही, इसका किसको पता.
फिर मैं चुप-छाप से वाहा से निकालने लगा. इतना तो मुझे भी पता था की हम ट्रिप पर थे. और ट्रिप पर तो वैसे ही चुदाई का मूड बन जाता है. तो जीजू पायल को दोबारा तो छोड़ेंगे ही. और अब मुझे सही टाइम की वेट करनी थी, जब मैं उनकी रेकॉर्डिंग कर पौ.
मैं होटेल में वापस आ गया, और रूम में जाके सो गया. थोड़ी देर में पायल चुपके से रूम में एंटर हुई, और अपनी जगह पर जाके सो गयी. अब पायल मुझे अपनी बेहन नही, किसी रंडी की तरह लग रही थी. दिल तो कर रहा था साली के कपड़े फाड़ डू, और वही पर उसको छोड़ डू. लेकिन अभी सही वक़्त नही था.
फिर अगले दिन सब घूमने चले गये. वाहा भी पायल जीजू के साथ बार-बार चिपक रही थी. अभी आधा दिन ही हुआ था, की पायल पेट में दर्द का ड्रामा करने लगी. उसने कहा की उसका दर्द बहुत ज़्यादा था, और वो होटेल वापस जाना चाहती थी. तभी जीजू ने अछा बनते हुए उसके साथ होटेल तक जाने की ज़िम्मेदारी लेली.
उन्होने घर वालो को पायल के साथ जाने के लिए कन्विन्स कर लिया, और उसको लेके निकल गये. मैं जानता था की वो वाहा जाके क्या करने वाले थे. लेकिन सवाल अब ये था की मैं वापस कैसे जौंगा. क्यूंकी मेरे पास कोई बहाना नही था वापस होटेल जाने के लिए.
अभी मैं सोच ही रहा था की मैं क्या बोल कर वापस जौ, तभी बाकी के घरवालो ने मोविए देखने का प्लान बना लिया. बस मुझे भी मौका मिल गया. घर वाले बोल्लयऊूद मोविए देखना चाहते थे, लेकिन मैने उन्हे हॉलीवुड मोविए देखने चलने के लिए कहा.
मैं जानता था की कोई भी हॉलीवुड मोविए के लिए हामी नही भरेगा, इसीलिए मैने ये बोला था उनको. फिर ये डिसाइड हुआ की मैं बाहर घूमूंगा, और वो सब मोविए देखने जाएँगे. अब मेरे पास 2.5 घंटे का टाइम था.
फिर जैसे ही वो लोग थियेटर में एंटर हुए, मैं जल्दी से बाहर आया, और होटेल के लिए निकल पड़ा. 10 मिनिट में मैं होटेल पहुँच गया. मैं जल्दी से लिफ्ट में चढ़ा, और अपने रूम वाले फ्लोर का बटन दबा दिया. लिफ्ट ओपन हुई, और मैं अपने रूम की तरफ भागा. रूम का दरवाज़ा अंदर से बंद था, तो मैने के-कार्ड से धीरे से लॉक खोल लिया.
फिर मैने हल्का सा दरवाज़ा खोला, और अंदर चला गया. बेड से दरवाज़ा नही दिखता था, तो मेरे अंदर आने का उनको पता नही चला. फिर मैं नीचे बैठ गया, और घुटनो के बाल चल कर बेड के सामने तक गया. वो लोग अपना काम शुरू कर चुके थे.
मेरी और बेहन और जीजा जी बिस्तर पर ऑलमोस्ट नंगे थे. पायल ने ब्रा और पनटी पहनी हुई थी, और जीजू ने सिर्फ़ अंडरवेर पहना था. दोनो बेड पर घुटनो के बाल थे, और एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे. दोनो इतनी ज़ोर से चिपक कर किस कर रहे थे, की हवा भी बीच में से नही निकल पा रही थी. मैने जल्दी से फोन का कॅमरा ओपन किया, और वीडियो रेकॉर्डिंग शुरू कर दी.
जीजू मेरे बेहन को किस कर रहे थे, और उसकी पीठ पर हाथ फेर रहे थे. पायल जीजू को किस करते हुए उनका सर सहला रही थी. फिर जीजू के हाथ मेरी बेहन की गांद पर चले गये, और वो पनटी के उपर से मेरी बेहन की गांद मसालने लग गये. इससे मेरी बेहन की किस और वाइल्ड हो रही थी.
फिर जीजू ने मेरी बेहन की ब्रा का हुक खोल दिया, और उसको मेरी बेहन के बदन से अलग कर दिया. अब उसके गोरे-गोरे बूब्स और आकड़े हुए निपल्स जीजू ने सामने थे. उसके नंगे बूब्स को देखते ही जीजू ने उसके निपल्स चूसने शुरू कर दिए.
बड़े ज़ोर-ज़ोर से वो पायल के निपल्स चूस रहे थे, और मेरी बेहन भी मदहोश होके अपने निपल्स अपनी बेहन के पति से चुस्वा रही थी. मेरा लंड भी पूरा तन्ना हुआ था, लेकिन मैं कुछ करू, ऐसे हालात नही थे.
कुछ देर बूब्स चुसवाने के बाद पायल जीजू के सामने घोड़ी बन गयी. उसने जीजू का अंडरवेर नीचे कर दिया, और उनका लंड उछाल कर बाहर आ गया. पायल जीजू के लंड को देख कर बहुत खुश हुई, और उसको हाथ में लेके चाटने लगी. चाटने के बाद उसने लंड को अपने मूह में भर लिया, और चूसना शुरू कर दिया.
जीजू मेरी बेहन की पीठ पर हाथ फेर कर अपना लंड उससे चुस्वा रहे थे, और आ आ करके मज़ा ले रहे थे. फिर पीठ पर हाथ फेरते-फेरते वो अपना हाथ उसकी पनटी पर ले गये, और उसकी गांद मसालने लगे. मेरी बेहन किसी रंडी की तरह लंड चूस रही थी.
फिर जीजू ने पायल की पनटी नीचे कर दी, और उसकी छूट में उंगली करने लगे. मेरी रंडी बेहन गांद हिला कर जीजू की उंगली का मज़ा ले रही थी. कुछ देर ऐसा ही चलता रहा. जीजू मेरी बेहन का मूह छोड़ते रहे, और उसकी छूट में उंगली करते रहे. और मेरी बेहन रंडी की तरह उनका लंड चूस्टी रही.
फिर दोनो सीधे हुए और उन्होने मिशनरी पोज़िशन लेली. जीजू पायल के उपर आए, और अपना लंड उसकी छूट के मूह पर रगड़ने लग गये. पायल आहह आ कर रही थी, और लंड अंदर लेने के लिए अपनी गांद उपर-नीचे कर रही थी.
कुछ देर जीजी ने पायल की छूट के पानी से अपने लंड को गीला किया. फिर एक ज़ोर का झटका मार कर अपना पूरा लंड मेरी बेहन की छूट में घुसा दिया. पायल की चीख निकल गयी, और वो पलंग पर ज़ोर-ज़ोर से हाथ मारने लगी. उसकी चीखों को रोकने के लिए जीजू ने अपने होंठ उसके होंठो पर लगा दिए.
अब किस करते हुए जीजू मेरी बहन की चूत में अपना लंड अंदर-बाहर करने लग गये. उन्होने उसके हाथ पकड़ कर बेड पर लगाए हुए थे. 2-3 मिनिट में मेरी बेहन शांत हो गयी, तो जीजू ने उसके होंठ आज़ाद कर दिए. अब वो मज़े से मेरी बेहन को छोड़ रहे थे.
जीजू ने पायल के बूब्स चूसने शुरू किए, और नीचे से धक्के तेज़ कर दिए. मेरी बेहन पूरी मदहोश हुई पड़ी थी, और अपने जीजू से छुड़वाने के मज़े ले रही थी. फिर जीजू ने उसकी टांगे मोदी, और धक्को की स्पीड बढ़ा दी. पायल के मूह से दोबारा सिसकियाँ निकालने लग गयी.
कुछ देर जीजू ऐसे ही मेरी बेहन को छोड़ते रहे. इस दौरान मेरी बेहन की छूट एक बार पानी छ्चोढ़ चुकी थी. फिर जब उन्होने उसकी छूट से लंड बाहर निकाला, तो लंड मेरी बेहन के पानी से पूरी तरह भीगा हुआ था.
उसके बाद उन्होने पोज़िशन चेंज की. मेरी बेहन जीजू के सामने घोड़ी बन गयी, और अपनी गांद बाहर की तरफ निकाल ली. जीजू ने पहले तो उसकी गांद पर 2-3 ज़ोर के थप्पड़ लगाए, जिसका जवाब बेहन ने स्माइल करके दिया. फिर वो पीछे से उसकी छूट पर अपना लंड रगड़ने लग गये.
रगड़ते-रगड़ते उन्होने लंड मेरी बेहन की छूट में घुसा दिया, और उसको छोड़ने लग गये. इस पोज़िशन में जीजू को ज़्यादा मज़ा आ रहा था, और बेहन को ज़्यादा दर्द हो रहा था. उन्होने मेरी बेहन की गांद को अपने हाथो में कस्स के जाकड़ लिया, और तबाद-तोड़ धक्को के साथ उसको छोड़ने लग गये. मेरी बेहन ने फिरसे चिल्लाना शुरू कर दिया, लेकिन जीजू पागल हो चुके थे. वो बिना रुके धक्के मारे जेया रहे थे.
तभी जीजू के मूह से आ आ की आवाज़े आने लगी, और वो बेहन की छूट में ही झाड़ गये. फिर वो दोनो बेड पर तक कर लेट गये, और मैं धीरे से रूम के बाहर आ गया.
इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में. यहा तक की कहानी का अगर मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.