मोविए थियेटर से निकल ने के बाद मैने मों को पूछा की अब कहा जाएँगे? (सिर्फ़ मों का आइडिया क्या है वो जानने के लिए मैने मों को पूछा. बाकी मैने तो पहले से ही डिसाइड कर लिया था की बीच जाना है.) तो मों ने कुछ आन्सर नही दिया. चुप छाप खड़ी रही तो मैने मों का हाथ पकड़ा और पूछा की-
मे: हे, मों ई आम टॉकिंग वित योउ.
मों: एस, वॉट?
मे: मे पूछ रहा हू की अब कहा जाएँगे, अभी तो सिर्फ़ 5.00 ही भजे है?
मों: शॉपिंग माल घूम कर आते हैं.
मे: आज सनडे है तो वाहा पर काफ़ी ट्रॅफिक होगी आज, तो फिर मज़ा नही आएगा.
मों: वो बात भी है, तो तुम ही बता दो फिर कहा जाएँगे.
मे: बीच चले?
मों: ठीक है.
फिर मैने अपनी बिके निकली और मों पीछे बैठ गई मैं ढेरे ढेरे बिके चला रहा था. तभी पास मे से एक यंग ब्फ-गफ़ का एक ग्रूप निकला. सभी गफ्स अपने ब्फ्ज़ को चिपके से बैठी थी. तो मेरे दिमाग़ मे भी ख़याल आया क्यू ना मों भी मुझे ऐसे चिपक के बैठे आख़िर वो भी अभी मेरे गफ़ जैसे ही है.
तो फिर मैं मों को अपना हाथ आयेज करने क लिए बोला. जैसे ही मों ने अपना हाथ आअगे किया मैने उसे अपनी और खींच जिस से मों का बॉडी मेरी पीढ़ पे चिपक गया.
मों: ये क्या कर रहा है? मुझे ये सब अछा नही लगता.
ऐसे बोल के मों पहले की तरह बैठ गई. तो मैने बिके साइड मे स्टॉप की और फिर से मों के अपनी और चिप के बैठा दिया और मों के सर को आयेज करके गाल पे एक किस कर दिया.
फिर मैने बिके स्टार्ट की और धीरे धीरे चलाने लगा अराउंड ½ घंटे के बाद हम बीच पे पहॉंच गये. मैने बिके पार्क की और बीच पे एक टेंपल था वाहा दर्शन करने चले गये.
वाहा से बाहर निकल के हम बीच पे इधर उधर की बाते करते करते चलने लगे. हम बाते करते करते शायद 1 केयेम कब चल गये पता ही नही चला.
अब एकद्ूम सुनसान बीच आ गया था लोगो आवाज़ तक नही आ रही थी. मैने सोचा चलो कही अच्छी जगह ढोँध के बैठ क बीच का आनंद लेते है.
मैं और मों अभी भी चल रहे थे और मैं बैठ ने की जगह ढूँढ रहा था. उतने मे मैं एक बड़ा बैठने लायक पठार दिखा मों को बोला चलो वाहा जाके बैठ ते हैं, और हम दोनो वाहा पठार पे बैठ गये.
चारो तरफ सन्नाटा था इस लिए पानी आवाज़ सॉफ सॉफ कानो पे पद रही थी और मज़ा भी बहोट आ रहा था. मैं और मों वाहा पे आधे घने बाते रहे और नज़ारे का आनंद ले रहे थे. की तभी किसी के चीखने की आवाज़ आए मैने और मों ने एक दूसरे की और देखा और मैने मों से पुचछा.
मे: मों आपने ये आवाज़ सुनी क्या?
मों: हाअ… और ये कही आस पास से ही आ रही है.
मे: लगता है कोई मुसीबत मेी है.
मों: शायद..
मे: चलो देख के आते हैं.
फिर मैं और मों वहसे आवाज़ की और जाने लगे तो जैसे ही हम नज़दीक फॉंच ते गये आवाज़ और क्लियर होने लगी अयाया….. आहह….. की आवाज़ आनए लगी. जब हम तोड़ा और नज़दीक गये तो देखा की एक थोड़ी बड़ी उमर की औरत और यंग लड़का चुदाई कर रहे थे.
मों मेरे साथ ही खड़ी थी उसने मेरी और देखा और मुस्कुरई और बोला-
मों: चलो वापस चलते हैं उन लोगो को अपना काम करने दो.
मे: थोड़ी देर रुक कर देखते है ना.
मों: चलो भी. (ऐसा बोल के वो चलने लगी)
मों तादा चली होगी मैं फटा फट मों के पास गया और मों का हाथ पकड़ के उसको वापस ले आया और उसको उन दोनो की चुदाई दिखाने लगा.
मों: (मेरा हाथ खींच के) संजू चलो भी… वो उनका प्राइवेट टाइम है उनको डिस्टर्ब नही करते.
मैं फिर भी नही हटा और उल्टा मों के हाथ को पकड़ के उसको खड़ा रहने को बोला. तो फिर मों मुझे ज़बरदस्ती खींचने लगी, मैं फिर से मों को अपनी और ज़ोर से खींचा और मों एक हाथ मों की कमर पे रख दिया और कीपक के खड़ा हो गया और मों को चुप रहने को बोला.
मे: मों एक सवाल पूचु?
मों: ह्म…
मे: (मों के कान में धीरे से बोलता हुआ) मों देखो उन दोनो को दोनो की आयेज में डिफरेन्स लगता हैं ना?
मों: देखने में तो ऐसा ही लगता हैं.
मे: मों, तुम्हे क्या लगता हैं कों होंगे दोनो?
मों: कह नही सकते.
मे: फिर भी गेस करो?
मों: ऐसे कैसे गेस करू?
मैं मों की गांद को सहलाते और दबाते हुए पूछा की..
मे: ठीक हैं मैं तुमको 4 ऑप्षन देता हू. (आ) मों-सोन (ब) चाची-भतीजा (सी) बॉय-उसकी बुआ/मामी/एट्सेटरा (द) बॉय-नेबर.
मों ने तो पहले मुझे 15-20 सेकेंड के लिए घूरा और फिर बोली सयद सी या द ऑप्षन हो सकता हैं.
मे: आ और ब क्यू नही हो सकता?
मों: बस ऐसे ही…
फिर मैने मों की गांद को अचानक दबा दिया जिससे मों के मूह से सिकी निकल गयी उहह… वो चॉक गयी और मेरी तरफ देख के गुस्सा हुई बुत सेक्सी मूह करके देखने लगी.
मैने मों को अपनी और खींचा और मों के कमर मे हाथ डालके एक हल्का सा किस किया. मों ने उसका आन्सर देते हुए फिर से एक क्विक रिटर्न किस दिया.
फिर मैं अपने हाथ मों की कमर के पीछे ले गया और एक दूं टाइट हग किया. मों ने भी अपना सर मेरे कंधे पर रख कर मुझे टाइट्ली अपनी बहो में भर लिया. कुछ देर हम ऐसे ही खड़े रहे.
कुछ देर बाद मैने मों को अपनी और छोड़ दिया. जैसे ही मैने मों को छोड़ा मों ने मुझे और टाइट्ली हग किया और फिर हम अलग हो गये.
मैने मों के हाथ की उंगलियों में अपनी उंगलियो का लॉक लिया और मूह दोनो धीरे धीरे जहा बैठे थे उस पठार की और चलना शुरू किया.
जैसे ही हम वाहा पहॉंछे और थोड़ी देर बैठे होंगे की तभी वो दोनो मैं बीच की और जाते हुए दिखाई दिए. मैने मों की और देखा और तोड़ा मुस्कुराया, मों की भी तोड़ा सा मुस्कुरई.
मई मों की मुस्कुराहट देख कर बहोट खुश हो गया और मैने मों को एक हल्का सा किस किया और उसके बूब्स को दबा दिया. मों को मज़ा आ रहा था. वो भी अपने दोनो हाथो से मेरा सर पकड़ कर जोरो से किस करने लगी.
मैने अपने दोनो हाथो से मों को पकड़ा और मेरे उपर बैठा दिया. अब मेरे कुछ ना करने पर भी मों मुझे लगातार किस कर रही थी. मैने अपने फ्री हाथ को मों के जीन्स पे रखा और मों की छूट को सहलाने लगा. मों भी सिसकिया ले रही थी और किस कर रही थी.
मों अब और गरम हो गई थी और मेरे गले पर और सर पर भी किस किए जा रही थी. मैने मौके को देख कर मों की जीन्स मेी अपना हाथ डाल कर मों की छूट को सहलाने लगा. मों ने तुरंत ही अपना पानी छोड़ दिया और उसका जीन्स गीला हो गया.
अब मों भी शांत हो गयी और मेरी और देखने लगी. मैने मों के होंठो पे अपना हाथ फेरा और और उसके गीले होंठ को सॉफ कर दिया और मैने मों को ऐसे ही हग कर लिया और हम दोनो कुछ भी बोले बिना ऐसे ही बैठे रहे.
थोड़ी देर बाद मैने अपनी वॉच मैं देखा तो थोड़ी ही देर मैं 7.00 भजने वेल थे. तो मैने मों को बोला और हम अपनी बिके जहा पर थी यानी की मैं बीच की और चलने लगे. थोड़ी ही देर में हम बिके के पास पहॉंच गये और घर की और चल पड़े.
रास्ते मेी मैने एक रेस्टोरेंट मेी रोक दी जहा पे हम ने डिन्नर किया और एक मेडिकल से मैने कॉंडम और विग्रा ले ली. और बिके मेरे घर की और चला दी.