उमीद है आप सबको पिछला पार्ट पसंद आया होगा. अपना फीडबॅक ज़रूर शेर कीजिए ताकि मे भी आप सबकी फॅंटसीस जान पौ – निक4उस्ड@गमाल.कॉम
अब आयेज…
सब लोग फिर क्लब हाउस मे से अपने घर के लिए निकल जाते हैं और अपने अपने घर जा कर सोच मे पढ़ जाते हैं की रात को क्या होगा.
कैसी चुदाई प्रतियोगिता.
ऐसे ही सब आपस मे फोन कर के एक दूसरे से डिस्कशन करते रहते हैं.
और वाहा क्लब हाउस मे टापू सेना और बापूजी और अब्दुल मिल कर क्लब हाउस मे डेकोरेशन और बाकी फंक्षन की तैयारी मे लगे होते हैं.
डेकोरेशन करते करते गोगी सोनू की स्कर्ट मे हाथ डाल कर बार बार उसकी गांद सहला रहा था.
लेकिन सोनू अभी गोगी को इंटेरेस्ट नही दिखा रही थी बस चुप छाप अपना काम कर रही थी.
एसा करने से गोगी का 6 इंच का लंड पूरा टन जाता है और वो सोनू के पीछे जा के खड़ा हो जाता है.
और शॉर्ट्स के उपर से ही गोगी सुनो की गांद मे अपना लंड दबाने लगता है.
सोनू को भी मज़ा आ रहा होता है लेकिन वो साथ साथ अपना काम भी कर रही होती है.
एसए ही गोगी को लंड सोनू की गांद मे घुसते हुए 1 मीं ही होता है की इतने मे गोली कुछ समान गिरा देता है और सब को उदार जाना पड़ता है.
बेचारे गोगी के तो सारे अरमान पानी मे बह गये.
बापूजी: आरे गोली बेटा आराम से समान लेके जा बेटा.
फिर सब लोग अपने कम मे लग जाते हैं.
बापूजी जी भी सोनू की जवानी देख देख के बहेक रहे होते हैं बापूजी का लंड सोनू को देख देख के पूरा टन जाता है.
बापूजी: सोनू बेटी ज़रा इधर आना तो
सोनू बापूजी के पास जाती है.
सोनू: जी दादा जी बताइए.
बापूजी: ज़रा मेरे साथ चलना मेरी मदद के लिए.
सोनू भी तुरंत बापूजी के साथ चल पढ़ती है.
सोसाइटी के क्लब हाउस मे ही एक स्टोर रूम होता है वाहा काफ़ी सारा समान जेसे पुरानी गेम्स डेकोरेशन का समान और भी काफ़ी कुछ पड़ा होता है.
दोनो वाहा चले जाते हैं.
बापूजी: सोनू बेटा ज़रा मुझे इधर से एक (कोई डेकोरेशन का समान) ढूंड के दे देना.
सोनू वाहा वो ढुड़ने लगती है.
वो पूरी झुक कर वो समान ढुड़ने लगती है और जुक्ने की वजह से उसकी स्कर्ट पूरी उपर तक आ जाती है जिस वजे से सोनू की गांद साफ दिख रही होती है.
सोनू ने ब्लॅक कलर की पनटी पहें रखी थी और जो सिर्फ़ उसकी गांद की दरार को ही कवर कर रही थी बाकी की सोनू की गोरी और मुलायम गांद साफ दिख रही थी.
अब बापूजी से रहा नही जा रहा था.
बापूजी ने तुरंत सोनू सोनू की गांद पे अपना लंड लगा दिया सोनू एक दूं से सीधी हो गयी.
सोनू: दादा जी ये आप?
बापूजी: सस्स्शह सोनू बेटा कुछ मत बोलो.
बापूजी सोनू की गांद मे अपना लंड दबाते रहे और अपने दोनो हाथो से उसके बूब्स दबाने लगे.
सोनू को भी बोहोट मज़ा आ रहा था.
सोनू: म्म्म्मममम दादा जीिइईईईई ऊऊऊऊ आआआआआहह ऊऊफफफफफफफफ्फ़.
बापूजी देर ना करते हुए सोनू की पनटी उतार कर साइड फेक देते हैं.
और अपनी भी धोती निकल कर साइड कर देते हैं.
वाहा स्टोर रूम मे एक पुराना बिलियर्ड्स टेबल रखा होता है.
बापूजी उसके पास लेजा कर सोनू को उसपे झुका देते हैं और अपना लंड सोनू की छूट मे डाल देते हैं.
सोनू: आअहह म्म्म्ममम.
बापूजी सोनू की पूरी स्कर्ट उपर से उतार कर सोनू को नंगा कर देते हैं सोनू ने ब्रा नही पहें रखी होती . सोनू के प्यारे से कसे हुए बूब्स को बापूजी ज़ोर ज़ोर से नोचने लगते हैं.
सोनू: आआअहह दादा जीिइईईई धीरे दर्द हो रहा है ऊऊऊऊऊहह आआईयईई एयाया.
बापूजी अब अपनी स्पीड बढ़ते हैं और सोनू की ज़ोर ज़ोर से चुदाई करने लगते हैं.
सोनू को भी बोहोट मज़ा आ रहा होता है.
सोनू: आआअहह ऊऊहह ऊऊहह हााआआ दादा जीिइईईई ओर्रर्र ज़ोर्र्र्र सीए आआअहह आईईईई आआववव.
एसए ही बापूजी 10 मीं तक सोनू को छोड़ते रहते हैं.
सोनू भी एंजाय करती हुई सिसकारियाँ लेती रहती है और 1 बार झाड़ भी चुकी होती है.
अब बापूजी बिलियर्ड्स टेबल पे चाड के लेट जाते हैं और सोनू को लंड पे बेत्ने का इशारा करते हैं.
सोनू बापू जी के लंड पे आआआहह करते हुए बेत जाती है और हल्के हल्के उछालने लगती है.
2-3 मीं तो सोनू धीरे धीरे एसए ही उछालती रहती है फिर बापूजी सोनू की कमर पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से छूट छोड़ने शुरू कर देते हैं.
सोनू को बोहोट दर्द हो रा होता है. उसकी ज़ोर से चीखे निकालने वाली होती हैं.
बाहर बाकी लोग ना सुन ले इसलिए सोनू अपने एक हाथ से अपना मूह दबा लेती है और दूसरा हाथ बापूजी की छाती पे रख लेती है.
2-3 मीं मे ही सोनू झाड़ जाती है. और 5 मीं बाद बापूजी का भी होने वाला होता है.
बापूजी सोनू को लंड से उतार देते हैं और सोनू भी जल्दी से अपने प्यारे दादा जी का लंड मूह मे ले लेती है.
लंड मूह मे जाते ही माल की धार कॉर्ड देता है सोनू सारा माल पी जाती है.
बापूजी: वाआह सोनू बेटा बोहोट मज़ा आया तेरे साथ.
सोनू: हा दादा जी मुझे भी बोहोट मज़ा आया आपका लंड तो बोहोट आछा है.
बापूजी चल चल सोनू बेटा जल्दी से कपड़े पहें ले बोहोट कम है.
दोनो टेबल से उतार जाते हैं बापूजी अपनी धोती पहें लेते हैं.
सोनू नंगी ही कुछ ढुद रही होती है तो बापूजी उससे पूछते हैं.
बापूजी: क्या हुआ सोनू बेटा?
सोनू: दादा जी मेरी पनटी कही मिल नही रही.
फिर दोनो मिलकर पनटी ढूंड ते हैं लेकिन नही मिलती.
बापूजी: आरे बेटा एसए ही कपड़े पहें ले कॉर्ड अब उस से.
सोनू एसए ही सोनी स्कर्ट पहें लेती है बिना ब्रा और पनटी के.
सोनू की स्कर्ट थी भी झंगो के थोड़ी उपर तक अब वो जाड़ा झुके गी तो उसकी छूट सॉफ दिखाई देगी.
बापूजी सोनू की गांद पे एक थप्पड़ मार देते हैं. सोनू भी एयेए करते हुए स्माइल करती है और दोनो बाहर चले जाते हैं.
बापूजी: आरे टापू बेटा तैयारी हुई की नही?
टापू: हा दादा जी सारी डेकोरेशन हो गयी है.
लेकिन आब ये तो बतो रात को प्रोग्राम मे क्या क्या होगा.
बापूजी: वो तो सर्प्राइज़ है रात को ही पता चलेगा.
रात के 8 बजे.
सब लोग एक एक करके 8-8:15 तक क्लब हाउस मे पॉच जाते हैं.
और आपस मे बात करने लगते हैं की प्रोग्राम मे क्या होगा.
सब लोगो के बात करने से शोर होने लगता है तो बापूजी सबको शांत करा देते हैं.
बापूजी: शांत शांत सब लोग.
बापूजी: चलो मे बताता हू की गोकुलधाम चुदाई प्रतियोगिता मे क्या होगा.
सबसे पहले इसमे एक ग़मे होगी.
जिसमे सारी महिलाए अपनी छूट मे उंगली करेंगी और जो सबसे लास्ट मे अपना पानी निकलेगी वो जीत जाएगी.
और जो जीते जी उसकी एक चुदाई से जोड़ी हुए एक एछा पूरी होगी.
सब लोग ये ग़मे सुन कर एक्शिटेड से हो जाते हैं.
बापूजी: चलो तो सब लोग आ जाओ इधर और अपने अपने कपड़े निकल के सब नंगे हो जाओ.
सब वेसा ही करते हैं.
सारे जेंट्स और लॅडीस बिल्कुल नंगे हो जाते हैं.
वाहा 7 टेबल्स होती हैं.
बापूजी: अब सारी महिलाए इस टेबल पर चाड के टाँगे खोल के बेत जाओ.
सारी लॅडीस बबिता, अंजलि, माधवी, कोमल, रोशन, दया और सोनू सब एक एक टेबल पे चाड जाती हैं और अपनी टाँगे खोल लेती हैं.
सारे जेंट्स और बचे और बापूजी तो बस सबकी छूट देख रहे होते हैं.
सबके लंड बिल्कुल टन जाते हैं.
बापूजी: चलो तो अब शुरू करो.
ये कहते ही बापूजी सिटी बजा देते हैं.
सारी महिलाए अपनी अपनी छूट मे धीरे धीरे उंगली करना शुरू कर देती हैं.
सारी लॅडीस छूट मे उंगली करते हुए सेक्सी सेक्सी सिसकारियाँ ले रही थी.
सारी लॅडीस की सिसकारियाँ पूरे क्लब हाउस मे गूँज रही थी और सारी लॅडीस मर्दो के लंड देख कर ही अपनी छूट मे उंगली कर रहीं थी.
कोमल, रोशन, दया 3-4 मीं बाद बोहोट ज़ोर ज़ोर से अपनी छूट मे उंगली करने लगी.
और 2-3 मीं मे ही तीनो एक एक करके झाड़ गयी और वही टेबल पे लेट गयी.
बबिता जी, अंजलि, माधवी और सोनू अभी भी उंगली कर रही थी.
फिर 2-3 मीं बाद सोनू ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ लेते हुए अपनी छूट मे उंगली करने लगी.
सोनू: आआआहह आाआईयईईई म्म्म्मममममम ऊऊऊऊ आआ एयाया आआआआ.
और सोनू ने ज़ोरदार धार चोर्दी जो वाहा खड़े मेहता साहब पे जा गिरी और वही ढेर हो गयी.
मेहता को मज़ा आ गया वो सोनू का सारा माल छत छत के पीने लगा.
अब कॉम्पीटीटिओन बबिता, अंजलि और माधवी मे ही बचा था.
2 मीं के अंदर ही अंदर माधवी भी झाने वाली थी
उंगली करते करते माधवी थोड़ी पोज़िशन चेंज करे जा रही थी.
माधवी के बिल्कुल साइड मे ही बबिता जी थी.
माधवी ने अपने पानी की धार कॉर्ड दी और वो सीधे बबिता जी के उपर जा गिरी.
बबिता जी के मूह, बूब्स, पेट, छूट सब जगह माधवी का पानी गिर गया था.
माधवी के गरम गरम पानी से बबिता जी बोहोट जाड़ा हॉर्नी हो गयी और तुरंत ही झाड़ गयी.
अब अंजलि विन्नर बन चुकी थी.
अंजलि ने 2-3 मीं और उंगली की और जब अंजलि झड़ने वाली थी तो जेथलाल अंजलि की छूट के पास चला गया और अंजलि का सारा माल पिई गया.
जेथलाल के इश्स स्टेप से सब शॉक हो गये थे.
चाहते तो बाकी मर्द भी एसा थे लेकिन जेथलाल ने पहले बाज़ी मार ली.
जेथलाल 3-4 मीं तक अंजलि की छूट चूस्ता रहा.
फिर बापूजी जी बोले.
बापूजी: चल चल जेठिया बस आब.
जेथलाल: जी जी बापूजी.
बापूजी अंजलि को विन्नर अनाउन्स करते हैं और अंजलि से उसकी चुदाई से जुड़ी इचा पूछते हैं.
अंजलि थोड़ी देर सोचती है.
अंजलि: मेरी इचा ये है की.
सोसाइटी के कॉंपाउंड मे बेड लगा के सोसाइटी के सारे मर्द मुझे एक साथ छोड़े और मेरा बादाम छाते और नोचे, पूरे वाइल्ड तरीके से.
ये सुन कर सारे मर्दो को मज़ा आ गया.
बापूजी: ठीक है तो अंजलि बेटी की ये इचा कल पूरी की जाएगी.
फिर अगले ग़मे की टायारी शुरू होने लगती है…
प्ल्स अपना फीडबॅक ज़रूर शेर करें और सेक्स छत के लिए बस एक मेसेज