हेलो ऑल मी सेक्सी भाभी’स, गर्ल्स आंड हॉट आंटी. ई आम राकेश फ्रॉम मुंबई में अपने लाइफ की और एक सेक्स लाइफ के बारे मे बताने जा रहा हू. जिसमे मैने मेरे बाजू की आंटी को छोड़ा. अन्य आंटी ओर भाभी जो मुज़से सेक्स करना चाहती है वो मुझे मेरे मैल पे मस्सेगे करे.
ई विल कीप सेकरीट अबौट इट. ई आम ग्रेट फन ऑफ मॅरीड लॅडीस. आज में जो कहानी शेर करने जा रहा हू ये एक रियल इन्सिडेन्स है.. जो मेरे और मेरी बाजू के आंटी के बीच हुआ है.
मुझे 9 त स्ट्ड से मूठ मरने की आदत है और उसके वजसे मेरा लंड भी बड़ा है. 7 इंचस इन साइज़ और छोड़ा भी है और मे मेरे घर के आजू बाजू वाली भाबीस और सेक्सी आंटी को इमॅजिन करके मूठ मारता था. लेकिन इस आंटी ने मुझे चुदाई का चस्का लगा दिया.
अब सीधा स्टोरी प्र आते है. हमरे घरके बाजू मे एक फॅमिली किराए से रहने आई थी. उन्मे टोटल 4 मेंबर थे. अंकल आंटी और दो बेटे.
आंटी की उमर करीब 32 एअर थी और अंकल की 40. आंटी दिखने मे एकदम माल थी. 5 फीट 4 इंच हाइट आंटी का नाम था मिलन(नामे चेंज्ड) भरे हुए सुडोल बूब्स और सेक्सी गांद. देख कर ही छोड़ने का जी करता है..
साबरे फोन पे दोस्त के साथ बात कर रहा था तब सेक्सी आंटी के दर्शन हुए. तबसे में उनको देखने के बाहेने डुंदता था. अंकल शॉप जाने के बाद आंटी कभी कभी बेर डोर के पास बैठा करती थी.
में हमेशा कुछ ना कुछ बहाना करके उनको देखने जाता था. उनके बूब्स और गांद को देखता था और कभी कभी उनके सामने अपने लंड को हाथ लगता था और सेट कर था था. आंटी भी कभी कभी तिरछी निगाहो से देख लेती थी और सहयद उनको पता चल गया की मेी निगाहे कहा रहती थी
एक दिन वो ज़दू मार रही थी और में दोस्त के साथ मोबाइल पेबाट कर रहा था टब ज़दू मरने के लिए ज़ुकने के बाद उनके क्लीवेज देखने लगा. क्या सेक्सी दिख रही थी आंटी सारी मे एकडम सेक्सी. जी करता था की जाके अभी छोड़ डू. लेकिन में कंट्रोल कर ता था.
लेकिन मेरे लंड आंटी को एक सलामी दे दे ता था. वो देख के एकडम 440वॉल्ट का ज़टका लगा और में आंटी के बूब्स घूर्ने लगा और घूरते घूरते लंड पे हाथ फेरने लगा. (आक्च्युयली मेरा घर एक छोटिसी गॅली मे है सो वाहा कोई आता जाता नई है) और उन्होने मुझे ये सब करते हुए देख लिया और मेरे लंड का उभार भी भाँप लिया और गुस्सा होके चली गई.
अगले दिन सुबह मे में क्रिकेट खेल रहा था तो आंटी के घर बॉल गया. माएई बॉल लाने गया तो आंटी जस्ट नाहके निकली थी बाल खुले हुए. गीला बदन. बहोट सेक्सी लग रही थी. तब में प्ग्ल हो गया और उन्हे घूर्ने लगा वो देख कर मुज़मे कसा से हिम्मत आगाई क्या पता मेने सीधा आंटी के पास जाके उन्हे दबोच लिया और हिम्मत कर के आंटी को पीछे से पकड़ लिया.
तब आंटी बहोट गुस्सा हुई और मुझे घर से निकल दिया और बोली घर पे बता दूँगी. में दर गया और वाहा से निकल गया. तो 4-5 दिन मेने कुछ किया नई और दिन ऐसे ही बीत गये. फिर एक दिन आंटी मेरे घर आई और घर पे मम्मी को बोली की उन्हे कुछ समान शिफ्ट करना है तो मुझे उनके घर भेज दे.
तो मम्मी ने हा कहा और मुझे उनके घर भेज दिया और में बहूत खुश हुआ. तो में घर गया तो वाहा आंटी के अलावा कोई नई था. आंटी ने सारी नेवेल के नीचे पहनी थी और मरून सारी मे बहुत ही सेक्सी लग रही थी.
मैने पूछा सब कहा गई तो आंटी ने कहा अंकल बेर गॉ गये है और उनके बाकछे मामा के यहा. सो मेने सोचा मोका अछा हे फयडा उठा लेते है. लेकिन मेरी फट भी रही थी की मैं कुछ करू और आंटी घर पे बॅया दे मेरी हिम्मत नई हो रही तिसो हमने समान इधर उधर हटाना शुरू कर दिया.
समान हटाने मे मदात कर रहा था तो सडन्ली आंटी का पल्लू नीचे गिर गया और उनकी क्लीवेज दिखने लगी और में उनकी क्लीवेज को घूर के देख रहा था. तो आंटी ने उनके बूब्स घूरते हुए पकडल्िया. मुझे कहा क्या देख रहे हो तो मैने कोई जवाब नई दिया. उस टाइम आंटी के बूब्स ब्लाउस से बेर आने को तड़प रहे थे.
फिर आंटी ने कहा.
आंटी: मुझे पता है तुम क्या देख रहे हो.
में: क्या?
आंटी: चूसो गे क्या? और मैं एकडम पागल हो गया.
मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया. मई एकडम से आंटी की तरफ गया और उनके बूब्स उप्रसे ही चूसने लगा. फिर आंटी ने कहा रूको पहले डोर बंद करके आओ. मैं भागते हुए डोर बंद करने गया और वापिस आया तब आंटी के सारी निकालने लगा और सारी निकल के साइड मे फेंक दी.
अब आंटी सिर्फ़ ब्लाउस और पेटीकोटे पे थी.. उनोणे आंद्र से ब्रा भी नई पहिनी थी. लगता है उन्होने नई पायले से मूड बणलिया था चुदाई का. तो में बूब चूस्टा रहा और एक बूब्स चूस रहा था और दूसरा दबा रहा था. बूब्स बहोट हे मुलायम थे.
में बूब्स चोस्टा रहा और आंटी सिसकारिया लेती रही और बीच बीच मे में णप्प्ले को काट ता था. आंटी एक दम से पागल हो रही थी. फिर मैने आंटी के ब्लाउस खोल दी और उनको बड़े बूब्स को आज़ाद कर दिया और उनके पेटीकोटे को नीचे खिसका दिया.
आंटी को अब गोदी मे उठा के बेड पे पटक दिया और पैईरसे चूस्ते चूस्ते उनकी पनटी तक गया और उप्र से ही उनकी छूट लीक करने लगा. अब आंटी एकद्ूम पागल होके मेरा सिर छूट मे दबा रही थी और ज़ोर ज़ोर से सिसकारिया ले रही थी. आंटी की सिसकारियो की आवाज़ पुर रूम मे गूँज रही थी और मुझे जोश मेी ला रही थी.
फिर आंटी की पनटी निकले उनकी चूत को आज़ाद किया और फिँगुरइंग करने लगा. और उनकी मोनिंग की आवाज़ बाद रही थी. पूरे रूम मे आहा आअहह अहह अहह की अवज़े आ रहती थी और आंटी मेरे नाम से चिल्ला रही थी. पीयूष और चूज़ जल्दी छोड़ो मुझे मेरी प्यास बुज़ा दो आआआआः आआआआः आआआः. फिर उसके बाद उनका पूरा बदन चाटने लगा.
उनकी नेवेल मे जीभ डालके पूरा चूसने लगा. इतना मज़ा लाइफ में पायले कभी नई आया था. आंटी की आवाज़ मुझे फुल जोश में ला रही थी. आंटी के पूरे बदन पे में जीभ फेरने लगा और वो भी जोश मे आगाई थी और वो भी मेरी अंडरवेर निकल के लंड के साथ खेलने लगी और फिर चुस्के लगी.
मेरा लंड एक दम सलामी देने लगा और आंटी उसे लोलीपोप की तराहा चूसे जा रही थी. 5 मीं चूसे के बाद आंटी उसका पूरा रूस पी गयी. अब उनको नरम नरम ओठो की बरी थी.
उनके होत बहोट रसीले थे. 5 मीं ओत चूसने के बाद आंटी बोली अब इतना तडपा मत जल्दी मेरी आग ठंडी करो और 15 – 20 मीं के फोरप्ले के बाद आंटी की छूट की बारी थी.
आंटी ने मेरा लंड फिसे चूसा और वो चुदाई के लिए एकदम टायर कर दिया. मैं नया था इसलिए तोड़ा कॉन्फिडेंट नई था लेकिन ब्फ देखने से बहोट क्नोलेवडगे प्राप्त किया था. फिर आंटी की छूट मे मेरा गरम गरम रोड रखा और थोड़े फोर्स लगाके आंद्र डाला.
तो तोड़ा आंद्र गया आंटी की छूट बहुत कसी हुई थी. एशिया लग रहा था की साल भरसे आंटी की दमदार चुदाई नई हुई थी. फिर मैने और ज़ोर ज़ोर से ज़टके मारे और पूरा लंड अंदर चला गया और जैसे की मेरा फर्स्ट टाइम था तो मई जल्दी ज़द गया.
फिर आंटी ने मेरा लंड बेर निकालने को बोला और पूरा सॉफ करके चूसने लगी और मेरा वीर्या क्रीम की ट्रे छत रही थी. में अब तक दो बार झाड़ चुका था. आंटी ने फिर से लंड चूस के एक बार फिरसे टायर हो गया.
5 मीं बाद मेरा लॉड फिर से टायर हो गया और आंटी की चुदाई करने लगा. आंटी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी.. आहहा आआहा बुज़ा तेरे आंटी की प्यसस मिटा दे उसकी खुजली. आंटी का आवाज़ सुनके में जोश मे आगेया और ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लगा और काँसे कम 15 मीं के चुदाई के बाद आंटी छूट गयी और गरम गरम पानी मेरे लॅंड पे छोड़ दिया.
मैने भी अपनी स्पीड बड़ाई और आंटी ने मुझे क्स्के पकड़े और फिसरे एकबार पानी चोद दिया. उस दिन में चार बार ज़द चुका था. मैं पूरा तक चुका था. इसी तारा आंटी बहुत बार छोड़ा.
उस दिन डोपेर 12 से तीन तक आंटी और मेरी रासलीला चली. आंटी चार बार पानी छोड़ दिया और मेरा तो बहुत बुरा हाल था. सेक्स होने के बाद आंटी के चूत छाती और बाद मे ओत का रूस प्पी लिया और आधा घंटा बूब्स और आंटी के पूरी बॉडी को चूसने के बाद में घर निकल गया और सो गे तो सीधा शाम 6 बजे ही सो के उठा.
आंटी ने मेरा पूरा पानी निकल लिया था. लेकिन में भी कुछ कम नई था. आंटी को पूरा सॅटिस्फाइ करके ही उनके घर्से निकला था.
इस तारा उस दिन हमारी जबरदस्त चुदाई हुई थी और इसके बाद मे जा भी मौका मिलता था तो आंटी की छूट मरता हू और आंटी अब पूरी सटीसी थी. आंटी को मेरे लंड से और मुझे आंटी के छूट से प्यार होगआया था.
अब जब भी में घर जाता हू आंटी को छोड़के ही आता हू. उसके बाद आंटी को ब्फ दिखके हर ताराके पोज़ मे छोड़ा और वो पूरी सॅटिस्फाइ होगआई और मेने आंटी की गांद भी मारी.
आंटी को डॉगी स्टाइल मे बहोट बार छोड़ा है और डॉगी स्टाइल मेरा और आंटी का फवर्ते पोज़ बन गया और उसके बाद आंटी की वर्जिन गांद भी छोड़ी.
तो दोस्तो इसी तारा मैं आंटी को बहोट बार छोड़ चुका हू और जब भी मौका मिलता है छोड़ता हू. तो दोस्तो कैसी लगी मेरी सेक्स स्टोरी प्लीज़ रेस्पोने देना. मेरी मैल ईद है ‘ [email protected]‘