हेलो दोस्तो, मई हू सूरज. आज मई आपके सामने अपनी छ्होटी बेहन आयुषी गुप्ता और अपनी सच्ची कहानी बताने जेया रहा हू. मेरे घर मे 4 लोग है. पहला मई, नाम सूरज और उमर 21 यियर्ज़. दूसरी मेरी छ्होटी बेहन आयुषी, उमर 19 यियर्ज़. तीसरे पापा, नाम रमेश और उमर 48 यियर्ज़ और फोर्त मेरी मा, नाम वर्षा उमर 42 यियर्ज़.
मेरी मा का फिगर बहुत अछा है. उनका फिगर साइज़ 32″34″32 है. उनको देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाता है. मेरी बेहन आयुषी जो मुझसे 2 साल छ्होटी है, वो बहुत गोरी है. उसका फिगर भी बहुत मस्त है.
उसके बूब्स छ्होटे-छ्होटे है, पर उसकी बॉडी शेप की वजह से उस पर मस्त लगते है. उसकी गांद भी ज़्यादा बड़ी नही है, पर उसको एक बार देख कर कोई भी उसको अपनी बिस्तर मे देखना चाहेगा.
तो एक दिन मुझे पता चला, की मेरा ही एक दोस्त आयुषी से बात करता है. मैने अपने दोस्त से बात की, तो पहले तो वो माना ही नही. बाद मे मैने उसको धमकाया, और फिर वो माना. फिर उसने मुझे उन दोनो छत दिखाई, जिसमे पहले उसने आयुषी से फ्रेंड बनने की ज़िद की थी.
पहले आयुषी ने उसको माना कर दिया था. लेकिन बाद मे वो मान गयी थी. फिर मेरे दोस्त ने आयुषी को 2 वीक्स बाद ही प्रपोज़ कर दिया. लेकिन आयुषी उसको बार-बार माना कर रही थी. ये जान कर मुझे खुशी हुई, की आयुषी ने उसको माना कर दिया था.
फिर नेक्स्ट दे आयुषी टुटीओन के लिए रेडी हो रही थी. उसने अपने रूम के दरवाज़े को आचे से लॉक नही किया था, इसलिए वो दरवाज़ा हल्का सा खुला था. तब मेरी नज़र उस पर पड़ी. आयुषी ने अपनी त-शर्ट को उपर किया, जिससे मुझे उसके छ्होटे-छ्होटे बूब्स साइड से दिख गये.
फिर आयुषी ने ब्रा के उपर अंडरशर्ट डाली और फिर त-शर्ट पहन ली. वो इतनी सेक्सी लग रही थी, की उसको देख कर मेरा लंड सलामी देने लगा. अब आयुषी को तूतिओं जाना था, तो मैने उसको ड्रॉप करने का ऑफर दिया. आयुषी भी मेरा ऑफर मान गयी. फिर रास्ते मे जब भी वो मुझसे टकराती, तो उसके छ्होटे-छ्होटे बूब्स मेरी बॅक पर टच हो जाते.
नेक्स्ट दे मैने एक फेक ईद बनाई और आयुषी को मेसेज किया. 2 दिन बाद उसने मेरे मेसेज का रिप्लाइ दिया. फिर धीरे-धीरे बाते करते-करते मैने उसको अपना फ्रेंड बना लिया. कुछ दिन बाद मैने उसको प्रपोज़ भी कर दिया, पर उसने मुझे माना कर दिया.
मैने उसके साथ सेक्स छत करने की भी कोशिश की, लेकिन उसने मुझे ब्लॉक कर दिया. नेक्स्ट दे मा और पापा, मामा की शादी मे चले गये. मई कॉलेज का बहाना करके शादी पर नही गया और आयुषी के प्री-बोर्ड थे, इसलिए वो भी मामा की शादी पर नही गयी थी.
जब मा-पापा चले गये, तो मई किसी भी हाल मे आयुषी को छोड़ने के प्लान बनाने लगा. शाम तक सब नॉर्मल रहा. रात को आयुषी जल्दी खाना खा कर अपने रूम मे चली गयी और स्टडी करने लगी. फिर मैने हल्की बेर पी ली और मई अपने रूम मे जेया कर बैठ गया.
उसके बाद मई दर्द से चिल्लाने लगा. आयुषी दौड़ कर वाहा आई और मई वाहा अपना पेट पकड़ कर बैठा हुआ था. आयुषी ने ब्राउन त-शर्ट और ब्लू लोवर पहना हुआ था. उसको देखते ही मैने रूम का दरवाज़ा लॉक कर दिया.
जब तक आयुषी कुछ समझ पाती, उससे पहले ही मैने उसको अपने उपर खीच लिया और एक स्मूच दे दिया. इससे वो शॉक मे सुन्न पद गयी.
फिर उसने मुझे धक्का देना शुरू किया और बोली-
आयुषी: भैया छोधिए मुझे प्लीज़. ऐसा मत करो. ये ग़लत है. मई आपकी छ्होटी बेहन हू. मुझे छोढ़ दो प्लीज़. मई मा को सब बता दूँगी, की आप मेरे साथ क्या कर रहे थे.
ये सुन कर मैने उसको कस्स कर पकड़ लिया और उसका मूह हाथ से दबा दिया. इससे वो चुप हो गयी. उसको शायद अंदाज़ा हो गया था, की उसके साथ क्या होने वाला था. फिर मैने उसको किस करने की कॉसिश की, लेकिन उसने मूह फेर लिया.
फिर मैने भी उसकी नेक पे किस करना शुरू कर दिया. उसके बाद मैने उसकी त-शर्ट को उतार दिया. आयुषी ने वाइट अंडरशर्ट और अंदर ब्लॅक ब्रा पहनी हुई थी. उसकी अंडरशर्ट को मैने फाड़ दिया और अब वो ब्रा मे थी.
उसकी ब्रा मे उसके बूब्स ग़ज़ब लग रहे थे. फिर मैने उसकी ब्रा उतार कर फेंक दी और उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. आयुषी ने एक हाथ अपने मूह पे रख लिया और अब उसकी आहें निकलनी शुरू हो गयी थी.
फिर मैने उसका लोवर नीचे किया और उसकी ब्राउन चड्डी को निकाल कर सूंघने लगा. वो सिसकिया लेते हुए मुझे देख रही थी. उसकी आँखें मुझे रुकने के लिए कह रही थी, पर मई नही रुका. फिर आयुषी ने अपने हाथ से अपनी छूट च्छूपा ली और बोली-
आयुषी: भैया बस अब हो गया. मई किसी को कुछ नही बतौँगी. प्लीज़ मुझे अब छोढ़ दो.
लेकिन मई नही माना और उसकी कमर पकड़ के उसको अपनी तरफ खींच लिया. मैने उसकी दोनो टांगे फैलाई और मुझे उसकी गुलाबी छूट दिख गयी. उसकी छूट पर हल्के-हल्के से बाल थे. अब आयुषी ने अपने दोनो हाथो से अपना मूह दबा लिया.
मैने पहले उसकी छूट को सहलाया, जिससे आयुषी की हल्की सिसकारी निकल गयी. फिर मैने अपने लंड से एक ज़ोरदार झटका उसकी छूट मे दिया. आयुषी ने बहुत तेज़ चीख मारी, लेकिन अभी मेरे लंड का बस टोपा ही अंदर घुसा था.
फिर मैने और ज़ोर लगा कर झटका मारा, तब जेया कर लंड पूरा अंदर घुस गया. आयुषी बहुत तेज़ चीख रही थी और ज़ोर-ज़ोर से आहें भर रही थी. फिर मैने कुछ देर इंतेज़ार किया. उसके बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला और पूरी बेडशीट पे खून गिर गया.
फिर मैने धीरे-धीरे अपनी कमर को आयेज-पीछे करना शुरू कर दिया. अब आयुषी की सिसकिया मज़े वाली हो रही थी और वो भी अपनी गांद हिला कर मेरा साथ दे रही थी. शायद उसने अपना कंट्रोल खो दिया था. उसने अपनी टांगे मेरे कमर पे कस्स ली थी और अब वो मुझे अपने होंठ चूसने दे रही थी. फिर 15 मिनिट बाद मई झड़ने वाला था, और मैने उसको बोला-
मई: मई झड़ने वाला हू आयुषी.
उसने बिना कुछ बोले अपना सिर हिला कर, माल उसके अंदर गिराने से माना कर दिया. फिर मैने अपना लंड उसकी छूट से बाहर निकाल लिया और सारा माल आयुषी की कमर पर गिरा दिया.
फिर मई उठ कर बातरूम मे चला गया. जब मई लौट कर आया, तो आयुषी वही लेती हुई थी. वो बस मेरी तरफ ही देखे जेया रही थी. उसकी आँखें मुझसे पूच रही थी, की क्यू मैने उसके साथ ऐसा किया.
फिर मई च्चत पर चला गया और वही सो गया. आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट मे.
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