ही फ्रेंड्स, मैं अरमान अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. आशा करता हू की आप सब ने पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और उसका भरपूर मज़ा लिया होगा. अगर किसी ने भी पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले उसको ज़रूर पढ़े.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की कैसे दया ने आने पर जेता बबिता को आल्मिराह में बंद करके चला गया. फिर जब बगहा अंदर आया, तो उसने बबिता को देख लिया. इससे पहले वो जेता को आवाज़ देता, बबिता ने उसके साथ सेक्स शुरू कर दिया, ताकि वो पकड़ी ना जाए.
बगहा भी बबिता का साथ देने लगा, और मज़े से उसको चूसने लग गया. अब बबिता घुटनो के बाल बैठ कर बगहा का लंड चूस रही थी. वो ब्रा और पनटी में थी, और बगहा ने उसकी ब्रा निकाल दी थी. अब आयेज बढ़ते है.
ब्रा के निकलते ही बबिता के सेक्सी बूब्स बगहा के सामने आ गये. बगहा बबिता के बूब्स देख कर खुश हो गया. वो बबिता का मूह छोड़ते-छोड़ते उसके बूब्स को मसालने लग गया, और निपल्स खींचने लगा. इससे बबिता ह्म ह्म करने लगी.
अब बगहा का मॅन बबिता के रसीले बूब्स को चूसने का था. उसने अपना लंड बबिता के मूह से निकाला, और बालों से खींच कर बबिता को खड़ा कर लिया. फिर उसने बबिता के दोनो बूब्स पर अपना हाथ डाला, और उनको ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. इससे बबिता को दर्द हो रहा था, लेकिन वो ज़ोर की आहें नही भर सकती थी, क्यूंकी बाहर आवाज़ जेया सकती थी.
तो उसने अपनी आहों पर लगाम लगा कर रखी. बगहा ज़ोर-ज़ोर से बबिता के बूब्स दबाते हुए उन्हे चूसने लग गया. वो उसके निपल्स को इतनी ज़ोर से खींच कर चूस रहा था. वो इतनी ज़ोर से उसके निपल्स खींच रहा था, की उसके निपल्स भी दर्द करने लग गये. बबिता बगहा को धीरे करने के लिए कह रही थी, लेकिन वो उसकी बात सुन नही रहा था.
फिर बगहा नीचे अपने घुटनो पर बैठा, और बबिता की कक़ची उतार दी. बबिता की रसीली छूट देख कर बगहा पागल हो गया. उसने बबिता की छूट पर मूह लगाया, और उसको चाटने लग गया. छूट पर जीभ लगते ही बबिता को करेंट सा लगा, और उसकी आँखें बंद हो गयी.
बगहा ज़ोर-ज़ोर से बबिता की छूट चाटने लग गया, और उसमे जीभ डालने लगा. उसने एक हाथ से बबिता की छूट के मूह को खोला, और अपनी जीभ से उसकी छूट के दाने को च्चेड़ने लगा. इससे बबिता पागल हो गयी, और उसने अपना हाथ बगहा के सर पर रख दिया.
बगहा उसकी छूट में जीभ डाल-डाल कर चूस रहा था. बबिता की छूट धड़ा-धड़ पानी छ्चोढ़ रही थी. अब उससे और बर्दाश्त नही हो रहा था, और वो गांद हिला-हिला कर अपनी छूट चुस्वा रही थी, और उसके सर को अपनी छूट में दबा रही थी. फिर वो बगहा को बोली-
बबिट: अब और नही बर्दाश्त होता मुझसे. अब चोद डालो मुझे.
उसके इतना कहते ही बगहा ज़मीन पर सीधा लेट गया, और बोला-
बगहा: आजा मेरी रानी. मेरा लंड तेरे अंदर जाने के लिए पागल हुआ जेया रहा है.
बबिता उसके उपर आई, और फिर उसके लंड पर गांद रख कर बैठ गयी. बगहा ने साथ में ही बबिता की गांद पकड़ी, और उसको आयेज-पीछे करके उसकी छूट को अपने लंड पर रगड़ना शुरू कर दिया. बबिता आ आ कर रही थी.
फिर बबिता ने उसका लंड पकड़ा, और उसको अपनी छूट पर सेट किया. जैसे ही लंड छूट पर सेट हुआ, बगहा ने नीचे से झटका मार कर आधा लंड बबिता की छूट में घुसा दिया. इससे बबिता की आ निकल गयी, लेकिन उसने मूह पर हाथ रख कर अपना मूह बंद कर लिया.
अब इससे पहले बबिता बगहा को रोकती, या धीरे-धीरे डालने के लिए कहती, बगहा ने उसकी गांद पकड़ कर लंड पर ज़ोर से दबा दी. इससे बगहा का पूरा लंड उसकी छूट में समा गया. बबिता चीख तो नही सकती थी, लेकिन दर्द से उसका चेहरा लाल हो गया, और उसकी आँखों में पानी आ गया.
फिर बगहा ने उसको अपनी तरफ खींच कर उसके होंठो के साथ अपने होंठ लगा दिए. नीचे से उसने उसके चूतड़ कस्स कर पकड़े, और उपर की तरफ धक्के लगा कर उसकी छूट छोड़ने लगा. बबिता ह्म हनमम कर रही थी, और बगहा उसकी गरम छूट में जानवर की तरह लंड अंदर-बाहर कर रहा था.
कुछ देर में बबिता का दर्द कम हो गया, और उसकी छूट बगहा ले लंड के हिसाब से अड्जस्ट हो गयी. अब बगहा ने उसको अपनी बाहों की क़ैद से आज़ाद कर दिया. बबिता अब सीही होके बैठी, और बगहा की चेस्ट पर हाथ रख कर लंड पर उछालने लग गयी.
वो ज़ोर-ज़ोर से अपनी गांद उपर-नीचे करने लग गयी, जिससे बगहा को बहुत मज़ा आ रहा था. फिर बबिता ने अपने हाथ अपने सर पर रख लिए, और ज़ोर-ज़ोर से लंड पर उछालने लगी. उसके उछलते हुए बूब्स देख कर बगहा को मज़ा आ रहा था. फिर बगहा उसके बूब्स पर थप्पड़ मारने लग गया, और उनको मसालने लगा.
बबिता तो मस्त होके उसके लंड पर नाच रही थी. उसकी छूट से निकले पानी की वजह से छाप-छाप की आवाज़े आनी शुरू हो गयी थी. बबिता अब तक चुकी थी, और उसका पानी निकल चुका था. लेकिन बगहा का अभी नही हुआ था. जैसे ही बबिता की स्पीड धीरे हुई बगहा ने उसको नीचे किया, और उसको मिशनरी पोज़िशन में छोड़ने लग गया.
15 मिनिट और बगहा ने बबिता को छोड़ा. फिर उसने अपना लंड उसकी छूट से निकाल कर उसके पेट और बूब्स पर अपने माल की पिचकारी निकाल दी. फिर 5 मिनिट लेते रहने के बाद वो दोनो उठे, और अपने कपड़े पहनने लग गये. बगहा बाहर चला गया, और जेता को ऐसा दिखाया की उसको बबिता के अंदर होने का पता नही चला.
जेता भी ये समझा की बगहा को कुछ पता नही चला, और वो रिलॅक्स हो गया. फिर दया के जाने के बाद वो अंदर गया, और आल्मिराह में बबिता को देख कर खुश हो गया. फिर बबिता उसकी दुकान से बाहर आ गयी, और अपने घर चली गयी.
तो दोस्तों यहा पर कहानी का थे एंड होता है. अगर आपको इस कहानी को पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी शेर ज़रूर करे. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.