ही दोस्तों, मैं अविनाश वापस आ गया हू अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके. तो चलिए सीधा मुद्दे पर आते है.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा, की कैसे मैं ऑफीस से जल्दी घर आ गया. और घर आके मैने अपनी बेटी को किसी लड़के के सामने कपड़े उतारते हुए देखा. अब आयेज बढ़ते है-
मेरी बेटी अब नंगी खड़ी थी, और मुस्कुरा रही थी. तभी वो लड़का बोला-
लड़का: अब सोच क्या रही है? चल शुरू हो जेया.
उस लड़के के ये कहते ही महक उसकी तरफ बढ़ने लगे. वो लड़का बेड पर आधा लेता हुआ था. उसकी टांगे बेड से नीचे लटकी हुई थी.
फिर महक उसके पास पहुँची, और उसकी टाँगो के पास घुटनो के बाल बैठ गयी. फिर उसने अपने हाथ आयेज बढ़ाए, और उस लड़के की जीन्स की ज़िप खोल दी.
ज़िप खोलने के बाद उसने जीन्स को कमर से पकड़ा, और उसकी बॉडी से अलग कर दी. अब वो लड़का अंडरवेर और त-शर्ट में था. तभी उस लड़के ने अपने आप ही अपनी त-शर्ट निकाल दी. उसका खड़ा हुआ लंड उसके ककचे में सॉफ नज़र आ रहा था.
महक उसके लंड को देख कर खुश हो रही थी. उसकी खुशी देख कर मैने मॅन ही मॅन बोला, “हरांज़ाडी, बाप के लंड को भी देख ले साली कुट्टी. यहा बाप का लंड तरस रहा है, और तो किसी दूसरे लौंदे के लंड को देख कर खुश हो रही है?”
फिर मेरी बेटी ने उस लड़के के अंडरवेर में हाथ डाला, और अंडरवेर भी खींच कर निकाल दिया. उस लड़के ने भी गांद उठा कर अंडरवेर निकालने में हेल्प की.
जैसे ही उसका अंडरवेर निकला, उसका खड़ा हुआ लंड स्प्रिंग की तरह उछाल कर बाहर आ गया, और मेरी बेटी के मूह पर लगा. जब उसके मूह पर लंड लगा, तो वो हासणे लग गयी.
फिर मेरी बेटी ने उस लड़के के लंड को अपने हाथ में लिया, और बड़े ही कामुक तरीके से उपर नीचे करने लगी. वो इतनी कंफर्टबल थी, की उसको देख कर ऐसा लग रहा था, जैसे वो कोई पक्की रंडी हो.
कुछ देर वो ऐसे ही लंड को सहलाती रही. फिर वो लड़का बोला-
लड़का: बेबी हिलती ही रहोगी या चूसोगी भी?
फिर मेरी बेटी ने अपनी जीभ मूह से निकाली, और उसके लंड पर फेरने लगी. इधर मैने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया, और उसको हिलने लग गया. वो उसके लंड को उपर से नीचे तक चाटने लग गयी.
फिर 2-3 मिनिट में उसने लंड को अपने मूह में ले लिया, और उसको चूसने लग गयी. उस लड़के को बहुत मज़ा आ रहा था, और मैं इधर खड़ा जल रहा था, की बेटी मेरी किसी दूसरे मर्द का लोड्ा चूस रही थी.
वैसे उस लड़के का लंड मेरे लंड से छ्होटा था. उसका लंड तकरीबन 5 इंच का होगा. अब महक ने लंड चूसने की स्पीड बढ़ा ली थी. फिर उस लड़के ने अपना हाथ महक के सर पर रखा, और नीचे से गांद उठा कर धक्के देने लगा.
वो ज़ोर-ज़ोर से धक्के देके मेरी बेटी को चोक कर रहा था. सला हरांखोर! मेरी बेटी का पूरा मज़ा ले रहा था. मेरी बेटी को भी मज़ा आ रहा था. कुछ देर वो ऐसे ही उसको लंड चुस्वता रहा.
फिर वो खड़ा हुआ, और उसने महक को धक्का देके बेड पर लिटा दिया. अब मेरी सेक्सी बेटी पूरी नंगी होके किसी लड़के के सामने बिस्तर पर थी.
फिर उस लड़के ने महक पे पैरों को चूमना शुरू किया, और चूमते हुए उपर की तरफ जाने लगा. पहले वो जांघों तक पहुँचा, और फिर उपर छूट पर पहुँच गया. जैसे ही उसने छूट पर अपने होंठ लगाए, महक की आ निकल गयी.
फिर उस लड़के ने मेरी बेटी की छूट को जीभ से चाटना शुरू कर दिया. महक आहह आहह कर रही थी, और उसकी छूट धड़ा-धड़ पानी छ्चोढ़ रही थी. हाए! क्या स्वाद होगा मेरी बेटी की छूट का. उस लड़के को महक की छूट चाट-ते देख कर मेरे मूह में भी पानी आ गया.
वो जीभ डाल-डाल कर उसकी छूट को चूस रहा था. फिर वो उपर आया, और उसकी नाभि में जीभ घुसने लगा. महक आहह आ करे जेया रही थी. वो उसके पेट पर दाँत काट रहा था.
फिर वो और उपर आया, और अब उसके सामने मेरी बेटी के हार्ड चूचे थे. उसने अपने दोनो हाथो से महक के चूचे पकड़े, और उनको मसालने लग गया. इससे मेरी बेटी की सिसकियाँ तेज़ हो गयी.
फिर वो अपनी जीभ से बारी-बारी उसके दोनो निपल्स को चाटने लग गया. हाए, क्या नज़ारा था. उसने ज़ोर-ज़ोर से मेरी बेटी के पिंक निपल्स को चूसा, और मसल-मसल कर उसके चूचे लाल कर दिए.
फिर वो उसके मूह की तरफ बढ़ा, और उसके होंठो को चूसने लगा. मेरी बेटी के रस्स से भरे लिप्स आज कोई मेरे सामने चूस रहा था. वो दोनो पागलों की ततः एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे, जैसे बरसो के बिछड़े हुए प्रेमी को.
नीचे से उसका लंड मेरी बेटी की छूट को टच कर रहा था. फिर मेरी बेटी ने हाथ बढ़ा का उसके लंड को पकड़ा, और अपनी छूट के मूह पर सेट किया. उसके बाद वो बोली-
महक: अब डाल दो बेबी अंदर. अब और सबर नही होता.
ये सुनते ही इस लड़के ने अपनी गांद हिलाई, और धक्का दिया. उसका लंड 3 सेकेंड में पूरा मेरी बेटी की छूट में चला गया.
महक आ आहह करने लगी, और वो लड़का उसके होंठ चूस्टे हुए अपना लंड उसकी छूट में अंदर-बाहर करने लग गया. अब वो मेरी बेटी को छोड़ रहा था, और मेरी बेटी मज़े से उस लौंदे से चुड रही थी.
मैं भी ज़ोर-ज़ोर से लंड हिला रहा था. फिर उसने महक की टांगे मोड़ ली, और ज़ोर-ज़ोर से उसकी छूट में लंड अंदर-बाहर करने लगा. मेरी बेटी आ आ करते हुए मज़े से छूट छुड़वा रही थी.
मुझे नही लगा की ये उसकी पहली चुदाई होगी. मैं सोच भी नही सकता था, की मेरे बेड पर मेरी बेटी कितनी बार रंगरलिया माना चुकी होगी.
कुछ देर ऐसे ही छोड़ने के बाद उस लड़के ने अपना लंड महक की छूट से बाहर निकाला.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी पढ़ कर मज़ा आ रहा हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.