निशा: मुझे अपनी जान बीवी समझ के सेक्स करना.
मैं: तू साली, मेरे रंडी बीवी है. तुझे मैं अपनी मर्ज़ी से दबा के छोड़ूँगा. आज तेरी छूट को फाड़ के उसे अपना बना लूँगा.
निशा: प्लीज़ रोहित, धीरे करना यार. तोड़ा तो रहम करो.
कहानी अब आयेज-
मैं निशा को बेड पर ला कर उसके उपर चढ़ गया. मेरा काला 7 इंच का लंड उछाल रहा था. जिसे देख कर आंटी डरने लगी थी. लेकिन कुछ बोल नही पा रही थी. उन्हे पता था मैं उनकी सुनने वाला नही था.
अब मैने निशा आंटी की दोनो चिकनी जांघों को डोर किया. मेरे सामने आंटी की गीली बालों वाली टाइट छूट थी. अब मैं देर ना करते हुए लंड छूट पर रगड़ने लगा था. जिसकी वजह से आंटी की सिसकी निकल रही थी.
निशा: श उम्म्म उहह. रोहित बहुत गरम है तुम्हारा तो. सुनो रोहित. मेरी बहुत टाइट है. प्लीज़ तुम कोई लोशन या आयिल लगा लो ना. वरना बहुत दर्द होगा.
मैं: मेरी रानी, आज तुझे ऐसे ही छोड़ कर अपना बनाना है.
मैने अब छूट के च्छेद पर लंड रखा. आंटी को पता चल गया था अब उसकी चुदाई होगी. तो निशा ने बेडशीट को कस्स के पकड़ लिया, और मेरे धक्के का इंतेज़ार करने लगी.
मैने भी अब आंटी के बूब्स पकड़ कर एक ज़ोर का धक्का दिया. इससे लंड का टोपा ही छूट में गया था. आंटी की छूट किसी 19 साल की लड़की के जैसे थी. जिसकी वजह से निशा चीख उठी.
निशा: आह आह आह निकालो प्लीज़.
निशा आंटी रोने लगी थी. उसकी आँखों से आँसू निकालने लगे थे. मैने लंड को रोका और उससे चूमने लगा. 5 मिनिट बाद मैने फिरसे ज़ोर का धक्का दिया. इस बार मेरा 5 इंच लंड छूट में समा गया. आंटी की फिरसे चीख निकल गयी.
निशा: आह आह मा ऑश उहह. रोहित प्लीज़ धीरे करो ना. बहुत दर्द हो रहा है. प्लीज़ रुक जाओ.
मैं रुक कर उसके बूब्स चूसने लगा. आंटी के ब्राउन निपल को मूह चूसने लगा. आंटी तो बस आँखें बंद करके बेड पकड़ कर लेती हुई थी. मैने नीचे छूट की तरफ देखा, तो छूट से तोड़ा सा खून आ रहा था.
मैने इसी तरह आंटी को चूस के उसे रिलॅक्स करवाया. अब फिरसे एक बार और धक्का दिया. इस बार मेरा पूरा बड़ा 7 इंच का लंड छूट में समा गया. आंटी की छूट फटत गयी थी.
आंटी की आँखों से आँसू निकालने लगे थे. निशा को छूट में दर्द होने लगा था. मैने उससे कहा-
मैं: ऑश मेरी जान. क्या तेरे पति ने तुझे इतना अंदर तक नही छोड़ा क्या?
निशा: आह उम्म्म. नही तुम्हारा बहुत बड़ा है. उनका तुम्हारे बराबर का नही है. आज तुमने मेरी छूट फाड़ दी है.
मैं उसकी बातें सुनके और जोश में आ गया, और छूट में अब झटके देने लगा. निशा आंटी की छूट की दबा के छोड़ रहा था. मेरे हर धक्के पर आंटी के बूब्स झूल जाते, और उसके साथ आंटी की चीख भी निकल जाती.
निशा: ह आह मा उहह उहह उफ़फ्फ़ धीरे-धीरे करो ना. आह मा प्लीज़ रोहित.
मैं अपने दोस्त की मा को अपने बड़े लंड से ज़बरदस्त तरीके से छोड़ रहा था. निशा आंटी बहुत ही सेक्सी जिस्म की मालकिन थी. उसकी छूट ने मेरा लंड अंदर से जाकड़ लिया था.
मैं लगातार आंटी के बूब्स पकड़ कर छोड़े जेया रहा था. मिशनरी पोज़िशन में मैं उसे किस करते हुए नीचे से छूट में अपने काले लंड से झटके दे रहा था. आंटी तो बस बेड पर अपनी टांगे चौड़ी करके मुझसे छुड़वा रही थी. साथ में गरम-गरम सिसकियाँ ले रही थी.
निशा: आह आह उहह उफ़फ्फ़ श.
15 मिनिट बाद आंटी की छूट में लंड सेट हो गया था. जिससे अब आंटी भी चुदाई में मेरा साथ दे रही थी. मैं बिना रुके तेज़ी से छोड़े जेया रहा था. आंटी मुझसे बोली-
निशा: आह उहह उम्म्म. रोहित एस छोड़ो, और ज़ोर से आह. बहुत बड़ा लंड है तुम्हारा. मेरे छूट फाड़ दी है. ऑश ऑश एस एस छोड़ो बेबी. मैं तो अब तुम्हारी हू. रोहित ई लोवे योउ बेबी. मैने ऐसा मज़ा पहले नही लिया है. प्लीज़ मुझे कभी छ्चोढ़ के मत जाना. मैं तुम्हारी हू अब.
मैं: आह उहह बेबी. तू अब मेरे ही है. ई लोवे योउ मेरी निशा. तुझे अपनी रंडी बना कर रखूँगा. तू बनेगी ना रंडी?
निशा: आह उहह श हा. और ज़ोर से बेबी. एस मैं तुम्हारी रंडी हू अब से. और छोड़ो, फाड़ दो मेरे छूट.
5 मिनिट निशा की चुदाई के बाद निशा का बदन अकड़ने लगा. उसने मुझे कस्स कर पकड़ लिया, और मुझे चूमते हुए नीचे से कमर उठा रही थी. मैं भी बिना रुके आंटी को छोड़े जेया रहा था. कुछ देर बाद निशा आंटी झाड़ गयी, और उसने अपना बदन ढीला छ्चोढ़ दिया.
मैं आंटी की छूट में धक्के दे रहा था. मेरे हर धक्के पर छूट और लंड की फॅट फॅट फॅट फॅट की आवाज़ आ रही थी. आंटी का बेड हिल रहा था. मुझे निशा आंटी को छोड़े हुए अब पुर 30 मिनिट हो गये थे. छूट इतनी टाइट थी की उसने मुझे भी झड़ने पर मजबूर कर दिया. मैने उससे कहा-
मैं: ऑश मेरी जान. मैं झड़ने वाला हू अब. तेरी छूट पूरी मक्खन जैसी है. साली मेरे लंड का रस्स निकाल रही है.
निशा: आह श एस निकाल दो ना. रोहित तुम्हारा लंड की तरह तुम्हारा वीर्या भी पवरफुल होगा. मुझे एक बार में ही प्रेग्नेंट कर देगा. प्लीज़ मुझे गोली लाके देना तुम.
मैं अब उसके नरम होंठो को चूसने लगा, और नीचे से धक्के पर धक्के देने लगा. आंटी मेरे नीचे दबी हुई थी. उसने अपनी टांगे मेरी कमर में बाँध ली थी. करीब 5 मिनिट और छोड़ने के बाद मैं ज़ोर की आह के साथ छूट में झाड़ गया.
मैने बड़ा लंड आंटी की छूट में पूरा दबा दिया. और उसी के साथ मैने आंटी को होंठो को मूह में लेके दबा दिया. इसकी वजह से उसका होंठ अंदर से काट गया. आंटी के मूह से उहह उहह निकल रहा था.
लंड ने अपना सारा गरम पानी छूट की गहराई में निकाल दिया. निशा की गरम छूट भी उसे पी गयी. मैं आंटी से लिपट गया. हम दोनो पसीने-पसीने हो गये थे. आंटी भी मुझे चूमते हुए लिपट गयी.
दोस्तों अभी कहानी और बाकी है. निशा आंटी को मैने आयेज अपनी पर्सनल रंडी बनाया, और उसे खूब छोड़ा था. नेक्स्ट पार्ट्स में पढ़ते रहना.
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