हेलो दोस्त मे आपका प्यारा राकेश फिरसे अक बार स्वगत करता ([email protected]) हू मेरी कहानी मे. पिछले पार्ट मे अपने पढ़ा की केसे मनीषा और मे सेक्स की शूरवात करते है.
अब आयेज..
मनीषा- मेने कभी लंड नही चूसा था. तेरा पहली बार चूस रही हू.
मे – तो केसे लग रहा है.
मनीषा – बोहोट प्यरा है. तोड़ा नमकीन टेस्ट है लेकिन मस्त है.
अब आंटी मेरा लंड पूरा मूह मे लेने लगी आंड मेरी बॉल्लस के साथ खेलने लगी.
मूज़े बोहोट मज्जा आरा था.
मे – ऊओह मनीषा, कब से तुम्हारे साथ सेक्स करने का मान था. उूुउउम्म्म्मम आज जाके पूरा हो रहा है.
मनीषा- ऊऊहह एस. मूज़े भी किसी के साथ तो सेक्स करना ही था. तेरे अंकल अब मेरी छूट को शांत नही कर पाते है.
अब आंटी की छूट से तोड़ा तोड़ा पानी बहने लगा था.
मे – मनीषा तेरी छूट तो छोड़वाने के लिए पूरी रेडी है.
मनीषा- एसस्सस्स.
मे सीधा लेट गया आंड मनीषा को उपर बेत्ने बोला.
तो मनीषा ने पहने कॉंडम लगाने को कहा.
( मनीषा का बेबी वाला ऑपरेशन हो गया था फिर भी उसने कॉंडम लगाने क्यू बोला मूज़े भी समाज नही आया)
मे- अरे नही कॉंडम से मज्जा नही आता.
मनीषा – नही हम कॉंडम लगाकेही करते है.
मे – ठीक है.
मनीषा ने अपनी पर्स से कॉंडम निकाला आंड मेरे लंड मे चढ़ने लगी.
कॉंडम लगाके मेरे उपर बेताके मेरा लंड छूट पे सेट करने लगी.
मनीषा की छूट ज्यदा टाइट तो नही थी आंड ऑलरेडी पानी छोड़ रही थी सो लंड आसानी से अंदर चला गया.
मनीषा – ऊऊओह ऊंग. कितने दीनो बाद सस्सस्स
स्टार्टिंग मे तो वो सिर्फ़ बेती रही. थोड़ी सेट होने के बाद उपर नीचे करके लंड छूट मे लेने लगी.
अब उसको मज्जा आने लगा था.
लेकिन कॉंडम के चलते मूज़े मज्जा नही अरहा था. फिर भी उसे सॅटिस्फाइड करने लगा.
मेने सोचा मनीषा थोड़ी और मस्ती मे आंड के बाद मे अपना मज्जा लूँगा.
मनीषा – ऊऊओह फक बोहोट हॉट लग रहा है मूज़े तेरा लंड. सस्स्शह ऐसा लग रहा के बाहर ही ना निकालु.
मे- अब तो तू रोज ते लंड लेगी. सस्स्स्स्स्सस्स
अब मनीषा उपर नीचे करके थोड़ी थकने लगी, तो मेने उसके घोड़ी बनके को बोला.
दोस्तो गोदी या डॉगी पोज़ मे छोड़नेका अलग ही मज्जा आता है.
जेसेही मनीषा डॉगी पोज़ मे आई मे पीछे जाके कॉंडम निकल दिया आंड सीधा लंड छूट मे घुसा दिया.
मनीष- ऊऊहह सस्स्स्स्स्सस्स दूर्द हो रहा है.
(दोस्तो डॉगी पोज़ मे मज्जा तो आता है लेकिन लेडिएस को तोड़ा दर्द भी होता है. मज्जे दर दर्द. जो लोग डॉगी पोज़ मे सेक्स करते होगे उनकोटो पताही होगा. )
मे लंड घुसके तोड़ा देर उसकी पीठ पर किस करता रहा.
तोड़ा नॉर्मल होने पर मे आगे पीछे करने लगा.
मनीषा की बूम को दबके मे उसे छोड़ने लगा.
मे – ऊऊहह मनीषा के मज्जा दे रही है तेरी छूट.
मनीषा – ऊहह एसस्स फक मे फास्टर… सस्स्स्स्शह एस्स एसस्स एससस्स
अब मेने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
थोड़ी देर बाद मनीषा कप कपाने लगी.
मनीषा- ऑश एसस्स ऑश.. सस्स्सस्स… ऑम्ग मेरा छूटने वाला है…
अब मेने थोड़ी स्पीड कम की तो उसके पानी छूट से बाहर आने लगा आंड वो बेड पे लेट गई…
लेकिन अभी मेरा होना बाकी था सो मेने फिरसे लंड छूट मे डालके छोड़ने लगा.
छूट के पानी से पूछ पूछ पूछ की आवाज़ आराही थी. 5-10मीं और छोड़ने के बाद मेरा भी होने वाला था तो मेने स्पीड बढ़ा दी.
मे – ऑश मनीषा मेरा भी निकालने वाला है. तू मूह मे लेगी के…
मनीषा- ची मे नही.
तो मेने लंड छूट महि रखा आंड पानी छोड़ दिया.
अब जाके उसको आईसस हुवा की मेने कॉंडम निकल दिया है. लेकिन वो कुछ बोली नही.
मूज़े गले लगाके किस करने लगी.
छोडई के बाद हुँने साथ मे शवर लिया आंड नगेही सो गये.
अगली सुबह जब मे नींद खुली तो मनीषा मेरी तरफ पीठ करके सो रही थी.
मेने उसे पीछेसे हग किया.
जेसेही मेरा लंड उसकी गंद को टच किया. मेरा लंड हर काट मे आने लगा.
मे उसके पीठ पर आंड नेक पर किस कर रहा था तो उसकी भी नींद खुल गई आंड वो अपनी गंद मेरे लंड पर रगड़ने लगी.
मेने उसकी कन मे बोला.
मे – मूज़े तुम्हारी गंद मारनी है.
मनीषा – नही, मेने कभी गंद मे नही लिया. चाहिए तो जितना चाहे छूट छोड़ लो.
मे – म्मम्मूऊऊउऊहहाअ. लेकिन मूज़े तेरी गंद भी छोड़नी है.
आड़ मे उसके गंद को दबाने लगा.
मेने बेड के बाजू वेल कूपबुर्द से तेल लिया आंड एक उंगली से. उसकी आस होल पर रगड़ने लगा.
मनीषा समाज चुकी थी के मे सुनने वाला नही हू.
आस होल पर उंगली गुमते घूमने मेने उगली उसकी होल मे दल दी.
मनीषा – आआहह निकालो इसे बोहोट दर्द हो रहा है.
मे – कुछ नही होगा डियर. थोड़ी देर मे मज्जा आने लगेगा.
अब मेने मेरा लंड उसकी गंद मे सेट किया आंड धीरे धीरे पुश करने लगा.
मनीशको बोहोट दर्द हो रहा था.
मेरा आधा लंड अनादर गया था. मनीषा रोने लगी थी.
मनीषा – सस्स्स्स्शह तूमे तो मूज़े मार डाला. मूज़े गंद मे बोहोट दर्द हो रहा है. मुजसे अब चलने भी नही होगा.
मे – कोई बात नही मे तुम्हे हेल्प करूँगा
मेने पूरा लंड गंद मे घुसने के बाद तोड़ा टाइम वेसएही रहा. मनीषा का रोना तोड़ा कम होने के बाद मेने थोड़े धिरेसे ढके लगाने लगा.
मनीषा की गंद सिकुड रही थी तो मूज़े भी तोड़ा पाईं हो रहा था. फिर भी मेने गंद मरता रहा.
5 – 10 मीं महि मेरा पानी निकल गया.
जब मेने लंड बाहर निकाला तो उसकी गंद मे मेरा पानी आंड तोड़ा खून निकाला.
मेने मनीषा को उठाके बातरूम ले गया आंड गरम पानी से उसकी गंद आ द छूट धो दी.
गरम पानी से उस्कोभी थोड़ी रहट मिली.
नहाने के बाद मनीषा बेड पे जाके सो गई.
दिन भर उसे चला नही जा रहा था.तो मेने उसके लिए आंड मेरे लिया खाना ऑर्डर किया आंड उसकी बातरूम, टाय्लेट जाने मे हेल्प की.
उस दिन मेने पहली बार किसीकि गंद ढोई होगी.
नेक्स्ट दे मेरी दोस्त आंड उसके पापा घर आगाय.
उसके बाद 2 दिन मनीषा ने पूरा रेस्ट किया. स्कूल भी नही गई.
आज भी जब मोका मिलता है. हम सेक्स करते है.
अब मनीषा छूट मे लंड लेनेसए ज्यदा गंद मे लेना पसंद करती है
अगर मोका नही मिलता तो वो मूज़े स्कूल के नाम पर बाहर ले जाकर चुड़वति है.
आगे जाके मेने उसकी स्कूल की दो और टीचर को उसीकि हेल्प से छोड़ा. आंड मेने मनीषा के बेटी को, मेरी पयर दोस्त को भी छोड़ा. वो मे आपको अपनी नेक्स्ट स्टोरी मे बतौँगा.
स्टोरी पे फीड बॅक देना मत भूलना
[email protected]