आर्मी कुक ने गन्दू बनाया

हेलो मेरा नाम अरबाब है और आज की स्टोरी मेरी पहली चुदाई की है. पहले तोरा बॅकग्राउंड डेडुन. में 19 साल का हूँ. छोटी हाइट है और चब्बी जिस्म है. मेरा आवरेज लंड है और में मूठ मरने का शौकीन हूँ. मेरी गांद और मंबूब्स बोहट बारे हैं. हमेशा से गर्लफ्रेंड चाहता था लेकिन चब्बी जिस्म वाला बाय्फ्रेंड किससे चाहिए. मेरे पापा और बारे भाई आर्मी में थे. और मेने अपना पूरा बचपन आर्मी हाउसिंग में गुज़री है. वहाँ ड्राइवर कुक वगेरा होते थे.

हमारा ऐक कुक था. उसका नाम असद था. वो 40-50 साल का था. लंबी हाइट और फिट जिस्म था. हेरी भी बोहट था और मोचैईन भी थी. लंड उसका 9 इंच का था. अब असद ने बचपन में कुछ ऐसा काइया था मेरे साथ जिससे में आज ऐक पक्का गन्दू बन चक्का हूँ. में अपने रूम में सो रा था और अचानक मेरी आँख खुली क कोई मुझे टच कर रा है. वो असद था. असद ने मेरी ट्राउज़र नीचे करदी और मेरी गांद क बीच में लंड रब करने लगा. में भी सोने का नाटक करके ये सब महसूस कर रा था. असद ने मेरी गांद पर अपना माल निकाला और ट्राउज़र उपर करके चला गया. अब ऐसा काफ़ी बार हुआ और मुझे फिर ये अजीब लगने लगा तो में रूम लॉक करके सोने लगा.

कुछ सालों बाद हम शिफ्ट होगआय और उसके बाद मेरा असद क साथ सामना ना हुआ. में जवान भी होगआया और मूठ भी मरता था. डेली मूठ मरता था 2-3 बार भी मारलेता था. पॉर्न का बोहट शौकीन था. अब में 19 साल का था और वोही आदत थी मूठ की. काफ़ी सालों से सेम पॉर्न देख क बोर होगआया था और लरकिओं क साथ मेरा कोई लक नही था. अचानक ऐक दिन मेने गे पॉर्न देखा. गे पॉर्न देख कर मेरा लंड वापस खरा होगआया. और फिर वो देखते देखते मेरा पाला गे डेटिंग अप्स पे पारहा. वहाँ से मुझे काफ़ी लरके मिले जिनकी मेने गांद मारी. मेने बोहट लारकों को छोड़ा था.

कुछ टाइम ऐसा चला फिर में बिल्कुल गे पॉर्न में घुस गया था ना. ऐक दिन वीडियो देखी जिसमे ऐक लरका दोसरे लरके को नींद में छोड़ता है. वो देख क मुझे वोही असद वाली चीज़ याद आई. अब वो मेरी फेवोवरिट वीडियो बन गयी थी में अक्सर उस सेम वीडियो पे मूठ मरता था और वोही असद वाला सीन याद करता था. ऐक रात मुझे बस सोच रा था क गांद मरवाने में कितनी मज़ा आता होगा. ये सोचते सोचते मेरा माइंड असद की तरफ गया क अगर उसने मेरी गांद मारी होती तो केसा लगता उसका तो लंड भी बरा था.

अब ये सोच मुझे डेली आती थी. और सोचते सोचते मेरे ऐक दिन गांद में उंगली डाली और मुझे मूठ मरने में बोहट मज़ा आया. आहिस्ता आहिस्ता में फिंगरिंग करने लग गया और काई बार सिर्फ़ फिंगरिंग से मेरी कम निकल जाती थी. फिंगर से में ब्रश तक गया. लेकिन में अभी भी असली लंड लेने से दर रा था. क्यूंके ऐक बार मसला होगआया था मेने जिस लरके की गांद मारी थी वो मेरे रिश्तेदार का जानने वाला था उसके बाद मेने मिलना चोर्दिया. लेकिन अब में छुड़वाना चाहता था. फिर मुझे असद से मिलने का ख़याल आया.

मेरे पास उसका नंबर था और मेने उससे कॉंटॅक्ट काइया. हमने काफ़ी बात की. मतलब हर दोसरे दिन बात करते थे. शुरू मीं सिर्फ़ ऐसे टीमेपस्स या पुरानी यादों की बात करते. फिर हमारी दोस्ती अची होती गयी तो असद ने मुझे गफ़ और सेक्स की बातें करने लगा. मेने उससे बताया क कुछ नही काइया. आख़िर मेने उससे बताया क कुछ लारकों की गांद मारी है. उसने भी बताया कितने लारकों क साथ काइया है उसने.

असद: तुमने कभी करवाया है?
मे: न्ही बस ऐक चीज़ याद है?
असद: क्या
मे: आर्मी हाउसिंग में कोई मेरे रूम में आता था और मेरी गांद पे अपना माल निकलके जाता था
असद: अछा… सही… होगा कोई… तुम्हे मज़ा आता था?
मे: मुझे पहले अजीब लगता था फिर बोहट मज़ा आता था
असद: अछा… कितना मज़ा आता था?
मे: इतना आता था क आज अगर टा चल जाए कों था तो उससे गांद डेडुँगा अपनी हहा
असद: हहा सच ब्ताओ?
मे: हाँ डेडुँगा
असद: वो में ही था जो आता था… तो दोगे अपनी गांद

बस उसके बाद मेने उससे जवाब ना दिया. उसने काफ़ी दिन म्स्ग काइया क क्या हुआ रिप्लाइ दो वगेरा वगेरा. ऐक दिन मेने उससे बोला हाँ दूँगा लेकिन जब घर पे अकेले हों. उसने मुझे बोला क वो अकेला रहता है में उसके पास अजाओं. मेने फिर ऐक वीकेंड घर बोला क दोस्त क घर रुकने जा रा हूँ ऐक दो दिन क लिए. ये बोलके में असद क पास चला गया. हम मिले छाई पी और काफ़ी बात चीत की.

असद मेरे करीब आया और मेरी तंग पे हाथ रखा. उसने बोला “तुम पहले से ज़्यादा मोटे होगआय हो” मेने उससे जवाब ना दिया. हम उसके रूम में टीवी देख र्हे थे और उसने आहिस्ता आहिस्ता हाथ तंग से मेरे लंड तक ले गया. मेरा लंड पहले से टाइट था. वो मेरे लंड को उपर उपर से रब कर रा था और मेरा ट्राउज़र पे प्रेकुं का निशान आगेया था. असद ने मेरा हाथ पकरा और अपने लंड की तरफ ले गया. में भी उसका लंड उपर उपर से रब कर रा था.

असद ने मुझे आँख मारी और बोला “शुरू करें” मेने हाँ में सर हिलाया. असद उठा और अपने काप्राय उतरने लगा और मेने भी वेसा ही काइया. कुछ सेकेंड में हम दोनो ऐक दोसरे क सामने नंगे थे. वो लंबा शॉरा आदमी उसका 9 इंच का लॉरा देख क में सोचने लगा क भाग जाओं ये तो मर्देगा. मेरी गांद देख क दबाने लगा. उसने बोहट तारीफ की मेरी गांद की फिर 2-3 बार थापर भी मारे गांद पर. वो करीब आया और किस करने लगा और अपना और मेरा लंड रब करने लगा. असद ने फिर मुझे अपने बेड पे लेटया. उसने गांद फेलाइ और थोरी थूक लगाई. उसने अपने लंड पे भी थोरी लगाई और फिर मेरी गांद पे लंड को सेट काइया .

उसका वेट मेरे उपर था. असद ने हल्का सा लंड घुसाया और मुझे दर्द हुआ दर्द नाक. मेने उससे आराम से डालने को बोला. उसने मेरा सर पिल्लो में घुसा दिया और ज़ोरदार झटका मारा. उसका आधा लंड मेरी गांद फर्था हुआ अंदर गुस्सा. मेरी चीखाईं निकल गयी और रोने लग गया. असद ने ऐक और झटके से पूरा लंड घुसा दिया. में दर्द में रो रा था और असद ने मेरा मुँह पिल्लो में दबाए रखा. 5 मिन्स तक उसने झटके मारे और मुझे दर्द होरहा था और साँस भी नही अराही थी. आख़िर में बेहोश हो ही गया.

मुझे थोरी देर बाद होश आया तो असद अभी भी मुझे छोड़ रा था. मेरी गांद अब नही धुक र्ही थी. मुझे होश में आता देख क उसने मुझे सीधा लेटया और टाँगें उठा कर छोड़ने लगा. मेने उससे बोहट गलियाँ दी क उसने ऐसा क्यूँ छोड़ा. वो हास रा था और मुझे किस करने लगा. मेरे बूब्स भी चूसे और साथ साथ चुदाई भी कर रा था. मुझे भी चुदाई का मज़ा आने लगा. थोरी देर में मेरा लंड भी टाइट होगआया था. उसने जेसे ही स्पीड ढके मारे मेरे लोरे से कम शूट होने लगा. असद भी अब फारिघ् होने लगा था उसने मेरी गांद में तोरा माल निकाला और फिर लंड बाहर निकाला तो उसका माल मेरे चेस्ट तक आ गिरा. उसका कम टेस्ट करना चाहता इस लिए मेने चेस्ट से तोरा कम जमा करके टेस्ट काइया और मुझे बोहट अछा लगा. चुदाई में भी मज़ा आया. हम दोनो बेड पे लेते हुए थे.

असद: मज़ा आया?
मे: लेकिन तुमने शुरू में मुझे मार ही दिया था
असद: सॉरी यार मुझसे कंट्रोल ना हुआ
मे: अछा
असद: और चुड़वावगे ना?
मे: हाँ घर पे बोलके आया हूँ 2 दिन दोस्त क पास रुकुंगा
असद: अगर चाहो तो में और लोग बुलाओं
मे: क्या मतलब
असद: मेरे 2 कज़ञ साथ वेल रूम में रहते हैं उसने भी चुड़वावगे

पहले मेने ना बोला. हमने तोरा रेस्ट करके फिरसे चुदाई की. असद ने मुझे फिरसे छोड़ कर फारिघ् कार्डिया. अब में सोच रा था क मोक़ा अछा है और मेरी फॅंटेसी भी थी क थ्रीसम या गांग बंग हो. मेने असद को बोलडिया क कज़ञ को बुलाओ. उसने कॉल मिलाई और थोरी देर में 2 लंबे लंबे मर्द आगाए. उसके कज़ञ आर्मी सोल्जर्स थे वो दोनो बॉडी बिल्डर लग र्हे थे. में उन दोनो क सामने नंगा बेड पे बेता था.

असद ने किसी दोसरि लॅंग्वेज में उनको बताया. दोनो ने अपने काप्राय उतरे और दोनो क लंड भी कम नही थे असद जीतने ही थे. फिर तो आप जानते हो क्या हुआ. तीनो ने मेरी पलंग तोड़ चुदाई की. मेरी गांद में ऐक लंड घुसता तो बाक़ी दो मुँह छोड़ते. बारी बारी मेरी गांद और मुँह की चुदाई की. मेरी गांद और मुँह कम से भर दी थी. सारी रात में चूड्ता रहा. एंड में तो में फारिघ् हो हो कर बिल्कुल ख़तम होगआया था मेरा तो लंड भी दर्द कर रा था. लेकिन उन्होने फिर भी नही छोरा और छोड़ते गये. असद ने तो 4-5 बार छोड़ा और उसने कज़न्स ने 3 3 बार छोड़ा. फिर उसके कज़ञ चले गये और में असद क साथ सो गया. सुबह उठा तो असद ने चुदाई की. फिर मेरी ऐक और चुदाई की. फिर उसने अपने दोस्त बुलाए उनसे चुडवाया. फिर कज़न्स भी आगाए उन्होने भी छोड़ा. में 2 दिन में इतना छुड़ा क आपको बीटीये नही सकता. सब थे भी आर्मी क लोग और सब फिट और लंबे लंबे लोरे.

पूरे 2 दिन में नंगे रहा और बारी बारी किसी ना किसी ने चूड्ता गया. उन 2 दीनो में मेने ऐक चीज़ सीख ली क में ऐक चुड़क्कड़ गन्दू बन गया हूँ और लंड क बगैर नही रह पावंगा. हर वीकेंड में असद क पास जाता और वो मेरी चुदाई करता और कभी अपने दोस्तों से भी चुड़वता और कभी भी कज़न्स से भी.