हेलो दोस्तों, मेरा नाम पारूल है, और मैं एंपी की रहने वाली हू. मेरी उमर 20 साल है, और मैं कॉलेज में पढ़ती हू. मेरा रंग गोरा है, और मैं दिखने में मस्त लगती हू. फिगर साइज़ मेरा 34-28-36 है. कोई भी लड़का अगर मुझे देख ले, तो मेरा दीवाना हो जाता है.
मैं अपनी फॅमिली की सबसे छ्होटी लड़की हू. मेरी दो बड़ी बहने है, जो शादी-शुदा है. दोनो की शादी एक ही घर में हुई है. इसका मतलब मेरे दोनो जीजू सग्गे भाई है. मेरे घर में मैं और मम्मी-पापा है.
ये कहानी 6 महीने पहले की है. मेरे मम्मी पापा ने दोनो बहनो के लिए मन्नत माँग रखी थी. इसलिए उन्होने दोनो बहनो और जीजा लोगों के साथ 3 दिन का एक ट्रिप प्लान किया. मैं उस ट्रिप का पार्ट नही थी, क्यूंकी मेरे एग्ज़ॅम्स थे.
मेरे दोनो जीजू फॅमिली बिज़्नेस देखते थे. जब ट्रिप का दिन आया, तो दोनो को कोई ज़रूरी काम आ गया, इसलिए वो भी नही जेया सकते थे. फिर मम्मी-पापा दोनो बहनो के साथ ही चले गये, क्यूंकी मन्नत पूरी करना ज़रूरी था. अब मैं घर में अकेली थी.
उस दिन रात में अचानक रोड पर पोलीस की हुलचल होने लगी. जब मैने बाहर जाके देखा, तो पड़ोस वालो ने बताया की कोई क्रिमिनल जैल से भाग गया था, और हमारे एरिया में कही च्छूपा हुआ था.
जब मैने ये बात पापा को फोन करके बताई, तो उन्होने तुरंत मेरे छ्होटे जीजू निर्मल को कॉल कर दी. फिर आधे घंटे में निर्मल जीजू और कमाल जीजू (मेरे बड़े जीजू) दोनो हमारे घर आ गये. वो अब रात को हमारे ही घर रुकने वाले थे, ताकि मेरा ध्यान रख सके.
अब पहले मैं अपने दोनो जीजू के बारे में बता डू. दोनो भाई है, और काफ़ी हॅंडसम है. निर्मल जीजू की हाइट 5’8″ है, रंग गोरा है, जिम बॉडी है, और उमर 34 साल है. कमाल जीजू की हाइट 5’9″ है, रंग गोरा है, जिम बॉडी नही है लेकिन ठीक है, और तोड़ा पेट निकला है. उनकी उमर 37 साल है.
वो दोनो डिन्नर करके दूसरे कमरे में सोने चले गये. आधे घंटे बाद निर्मल जीजू ने मेरे रूम के दरवाज़े पर नॉक किया. मैने दरवाज़ा खोला, तो उन्होने कहा-
निर्मल जीजू: पारूल मेरे बातरूम में गरम पानी नही आ रहा, तो क्या मैं तुम्हारे बातरूम उसे कर सकता हू?
मैं: बिल्कुल जीजू, आ जाइए.
मैने उस वक़्त पिंक शॉर्ट्स, और सेम कलर की फंकी शर्ट पहनी थी. जीजू ने बातरूम जाते वक़्त मुझे उपर से नीचे देखा. मैं भी समझ गयी थी, की उनको मेरी बॉडी अची लगी होगी.
फिर 10 मिनिट में मैने बातरूम का दरवाज़ा खुलता देखा. जीजू टवल में ही बाहर आ गये. मैने जैसे ही उनको देखा, तो देखती ही रह गयी. क्या कमाल की बॉडी थी उनकी. मैं एक टक्क लगाए उनको देखती ही रही. मुझे कुछ-कुछ होने लग गया. तभी जीजू बोले-
निर्मल जीजू: सॉरी मैं त-शर्ट लाना भूल गया था.
मैं: इट’स ओक जीजू. आप ऐसे भी काफ़ी आचे लग रहे हो.
और ये बोल कर मैने उनको आँख मार दी. फिर थोड़ी देर मोबाइल उसे करके मैं सो गयी.
आधी रात हो चुकी थी. मुझे अपनी जांघों पर कुछ फील हुआ. पहले तो मैने इग्नोर किया, लेकिन फिर अचानक से मेरी आँखें खुल गयी. मैने देखा निर्मल जीजू मेरे पास लेते हुए थे, और मेरी जांघों को चूम रहे थे. मैं जल्दी से उठ कर बैठ गयी और बोली-
मैं: जीजू ये आप क्या कर रहे हो?
निर्मल जीजू: पारूल तुम बहुत खूबसूरत हो. आज जब मैने तुम्हे देखा, तो मुझे कुछ होने लगा. मैने बड़ा रोका अपने आप को, लेकिन रोक नही पाया.
जीजू सिर्फ़ पाजामा में थे, और उनकी सेक्सी बॉडी देख कर मुझे भी कुछ हो रहा था. फिर मैं बोली-
मैं: कोई बात नही जीजू, ऐसा होता है.
मैने जैसे ही ये बोला जीजू ने थॅंक योउ बोला, और अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिए. मैं हैरान हो गयी, और समझ नही पाई की क्या करू. जीजू मेरे होंठ चूसने लगे, और एक हाथ से मेरी ब्रेस्ट दबाने लगे. जब तक मैं सोच पाती की क्या करू, तब तक मुझे ये सब अछा लगने लगा.
अब मैं भी कंट्रोल खो रही थी, और मैं किस में उनका साथ देने लगी. जीजू ने धीरे-धीरे मेरी शर्ट उतार दी, और मेरी क्लीवेज पर किस करने लगे. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. आज पहली बार कोई मर्द मुझे चू रहा था. फिर जीजू ने मुझे लिटाया, और मेरी शॉर्ट्स और पनटी उतार दी. मेरी छूट एक-दूं क्लीन शेव्ड थी.
उन्होने मेरी तरफ देखते हुए मेरी छूट पर अपना मूह लगाया, और उसको चाटने लगे. हाए राम, इतना अछा मुझे कभी फील नही हुआ था. मेरी साँसे तेज़ हो रही थी, और छूट पानी छ्चोढ़ रही थी. फिर जीजू ने अपना पाजामा उतरा, और अंडरवेर भी उतार दिया.
उनका खड़ा हुआ लंड अब मेरे सामने था. बड़ा ही तगड़ा लंड था उनका. ऐसा लंड तो मैने पॉर्न वीडियोस में देखा था. मैं जानती थी की लंड को चूसा जाता है, तो मैने लंड को जल्दी से मूह में डाल लिया. स्वाद तोड़ा कड़वा था, लेकिन मज़ा आ रहा था.
मैं घोड़ी बनी लंड चूस रही थी, और जीजू ने मेरी ब्रा खोल दी. फिर उन्होने लंड मूह से बाहर निकाला, और मुझे सीधा लिटा दिया. वो मेरे उपर आए और लंड मेरी छूट पर रगड़ने लग गये. मैं पागल हुई जेया रही थी.
फिर उन्होने अपने होंठो से मेरा मूह बंद किया, और ज़ोर का धक्का मारा. पहले धक्के में लंड आधा अंदर चला गया. मेरी चीख को उन्होने पहले से ब्लॉक कर रखा था. वो फिर धक्के मारते गये, और लंड अंदर घुसता गया. मुझे बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन मैं कुछ बोल नही पा रही थी.
लंड पूरा घुसा कर वो रुक गये, और मेरे बूब्स चूसने लग गये. मेरी आँखों में आँसू देख कर वो बोले-
निर्मल जीजू: बस अभी दर्द चला जाएगा.
और वो मेरे बूब्स और होंठ चूस्टे रहे. कुछ ही मिंटो में मुझे गर्मी चढ़ने लगी, और दर्द कम होने लगा. फिर मैं उनको बोली-
मैं: करो जीजू.
ये सुनते ही वो लंड अंदर-बाहर करके मुझे छोड़ने लग गये. बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं सोच रही थी की मेरी दीदी कितनी लकी थी, की उनकी शादी निर्मल जीजू से हुई थी.
जीजू मुझे उपर से चूस रहे थे, और नीचे से छोड़ रहे थे. मैं भी अपनी गांद हिला-हिला कर उनसे चुड रही थी. मुझे ज़रा भी परवाह नही थी, की मैं ग़लत थी या सही, मैं तो बस मज़ा लेने में व्यस्त थी.
फिर मेरी बॉडी काँपने लगी, और मैं झाड़ गयी. अगले 5 मिनिट में जीजू ने अपना लंड मेरी छूट से बाहर निकाला, और मेरी नाभि पर अपना माल निकाल दिया.
फिर हम दोनो हानफते हुए लेट गये. मैने देखा की मेरी छूट से खून निकला हुआ था, और वो खून जीजू के लंड पर भी था. फिर मैं बातरूम में गयी, और अपने आप को सॉफ करके आई.
इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में. इस पार्ट में मज़ा आया हो तो कॉमेंट ज़रूर करे.